Online Latest News Hindi News , Bollywood News

उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा परिवहन विभाग के सहयोग से आयोजित राज्य स्तरीय सडक सुरक्षा सेमिनार कार्यक्रम को अवसर पर ट्रैफिक वैबसाइट की शुरूआत करते हुएः सीएम

उत्तराखंड

देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सड़क सुरक्षा जैसे गंभीर मामले पर हमें तकनीकि पहलुओं को ध्यान में रखते हुए सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के प्रयास करने होंगे इसके लिये समेकित प्रयासों की भी उन्होंने जरूरत बतायी। उन्होंने बच्चों से सड़क सुरक्षा नियमों की जानकारी रखने के साथ ही इसके प्रति सजग रहने की भी अपेक्षा की।

स्थानीय सेंटजोसेफ एकेडमी में पुलिस एवं परिवहन विभाग द्वारा आयोजित सड़क सुरक्षा सेमिनार को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं की स्थिति कितनी गंभीर है, यह इससे ज्ञात हो जाता है कि वर्ष 2016 में देश में 4 लाख 80 हजार 652 सड़क हादसें हुए, जिनमें 1.50 लाख लोगों ने अपनी जान गंवाई है। उन्होंने कहा कि सड़क हादसों से जनहानि तो होती ही है। इसके मुआवजे व वाहनों के नुकसान से देश की जीडीपी 3 प्रतिशत तक बर्बाद हो जाती है। यदि इस नुकसान को कम किया जा सकें तो देश की जीडीपी 10 प्रतिशत पहुंच सकती है।

  मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि सड़क हादसों में कमी के लिये सावधानी बरतनी बेहद जरूरी है। इसके लिये रास्ते निकालने के बजाय रास्ते बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम कानून बनाने से दुर्घटनाओं पर अंकुश लगा सकते है, किन्तु उन्हें रोक नहीं सकते। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में 33 प्रतिशत बच्चे होते है जिसमें 50 प्रतिशत की मृत्यु होती है। दुर्घटनाओं का खामियाजा माता-पिता को भुगतना पडता है। बच्चों को ध्यान रखना होगा कि यदि उन्हें अपने माता-पिता को खुश रखना है, तो वे उनका कहना माने, वाहन चलाते या सड़क पर चलते हुए यातायात नियमों का पालन करें। माता-पिता को भी अपने बच्चों की यातायात नियमों आदि की अनदेखी पर उनका विरोध करना चाहिए। जो माता-पिता अपने बच्चों को सड़क नियमों का पालन करने की नसीहत देते है एसे माता-पिता को भी सम्मानित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा के प्रति बच्चों में चेतना जगाने की जरूरत है। हमे इम्फोर्समेंट के बजाय जागरूकता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र द्वारा पुलिस विभाग की ट्रैफिक वेबसाइट का भी लोकार्पण किया। उन्होंने पुलिस महानिदेशक, सचिव शिक्षा, परिवहन आयुक्त, उपाध्यक्ष एमडीडीए श्री आशीष श्रीवास्तव, पदमश्री अवेधैश कौशल, पूर्व डीजीपी सुश्री कंचन चैधरी भट्टाचार्य, कार दुर्घटना में घायल विकलांग श्री वरूण जैन आदि को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक श्री अनिल कुमार रतूड़ी ने कहा कि यातायात की समस्या पूरी व्यवस्था को प्रभावित करती है। प्रदेश में वाहनों की संख्या निस्तारण बढ रही है। 2001 में 45 हजार वाहन प्रदेश में जिनकी संख्या आज 25 लाख हो गई। पर्यटन प्रधान प्रदेश होने के नाते हमें सड़क सुरक्षा के प्रति सजग रहने की आवश्यकता है।

इस अवसर पर सड़क सुरक्षा के प्रति किये जा रहे प्रयासों के सम्बन्ध में परिवहन आयुक्त श्री डी.सैन्थिल पांडियन द्वारा परिवहन विभाग तथा एडीजी श्री अशोक कुमार द्वारा पुलिस विभाग के प्रयासों का प्रस्तुतीकरण किया गया। शिक्षा सचिव डाॅ.भूपेन्दर कौर ओलख ने भी अपने विचार रखें।

 

Related posts

Leave a Comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More