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CRPF की वर्दी में पहुंचे ठग ने पुलवामा शहीद के मां-बाप को लगाया डेढ़ लाख का चूना

देश-विदेश

पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवान कुलविंदर सिंह के माता-पिता से 1.5 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि पीड़ित पंजाब के रोपड़ जिले में रहते हैं, जहां एक शख्स सीआरपीएफ की वर्दी में पहुंचा था। उसने दिल्ली सीआरपीएफ की 92 बटालियन के एएस मीणा की नेमप्लेट लगा रखी थी।

आरोपी ने पीड़ित परिजनों को सरकार से 29 लाख रुपए की आर्थिक मदद और एक पेट्रोल पंप दिलाने का झांसा देकर ठगी को अंजाम दिया।

कुलविंदर सिंह पंजाब के रोपड़ जिले के राउली गांव में रहते थे। वह अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे। कुलविंदर ने 2014 में 92वीं बटालियन सीआरपीएफ ज्वॉइन की थी।

वह 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए थे। 2 मई को एक शख्स नकली सीआरपीएफ अधिकारी बनकर कुलविंदर के घर पहुंचा और उनके परिजनों को सरकार से आर्थिक मदद दिलाने का झांसा दिया।

आरोपी ने दावा किया कि वह राजस्थान का रहने वाला है। बातचीत के बाद वह शहीद के पिता दर्शन सिंह की मोटर साइकिल व मोबाइल फोन लेकर फरार हो गया। पंजाब पुलिस ने एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।

पुलिस के मुताबिक, आरोपी शख्स 2 मई को सुबह करीब 7:30 बजे शहीद के घर पहुंचा था। कुलविंदर सिंह के पिता दर्शन सिंह ने बताया, ”आरोपी ने सीआरपीएफ की ड्रेस पहन रखी थी। उसके कंधे पर एक स्टार लगा हुआ था। उसने खुद को सीआरपीएफ की 92वीं बटालियन का एएसआई एएल मीणा बताया था।

वह अपने साथ कई फॉर्म लाया था और उसने बताया कि सीआरपीएफ ने हमें 29 लाख रुपए और एक पेट्रोल पंप देने का फैसला किया है। अगर हमें 29 लाख रुपए चाहिए तो खाते में मौजूद रुपए निकालने होंगे।”

दर्शन सिंह के मुताबिक, वह इसके लिए राजी हो गए। वह कुलविंदर की मां अमरजीत कौर और आरोपी के साथ नूरपुर बेदी स्थित एसबीआई की ब्रांच पहुंचे। वहां आरोपी ने 20 लाख रुपए का वाउचर भरा, जिसे बैंक अधिकारियों ने कोड ऑफ कंडक्ट बताते हुए रिजेक्ट कर दिया।

इसके बाद उसने 5 लाख रुपए का वाउचर तैयार किया, लेकिन उसे भी खारिज कर दिया गया। ऐसे में आरोपी ने 50-50 हजार रुपए के 3 वाउचर बनाए और खाते से 1.5 लाख रुपए निकाल लिए।

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