प्रदेश की विविधतापूर्ण जलवायु में सभी प्रकार के औद्यानिक फसलों की खेती सम्भव -प्रो0 राम गोपाल यादव

उत्तर प्रदेश
लखनऊ: सैफई जनपद इटावा में पहली बार दो दिवसीय फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन गत दिवस किया गया। प्रदर्शनी का उद्घाटन सांसद प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने किया। प्रदर्शनी के उद्घाटन के अवसर पर श्री यादव ने कहा कि प्रदेश में समृद्ध बागवानी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की विविधतापूर्ण जलवायु में सभी प्रकार के औद्यानिक फसलों की खेती की जा सकती है, परन्तु व्यवसायिक रूप से फसलों के उच्च गुणवत्तायुक्त उत्पाद को प्राप्त करने के लिए वैज्ञानिक तरीकों का सहारा लेना आवश्यक है।

इस प्रदर्शनी में राजभवन, राजकीय उद्यान, लखनऊ, आगरा, रामपुर, झाॅसी, उद्यान निदेशालय, उच्च न्यायालय लखनऊ, पी.ए.सी., विभिन्न जनपदों के कारागार, सीमैप, लखनऊ विकास प्राधिकरण, भारतीय चारागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान, झाॅसी, मदर डे़री, राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड, चन्द्र शेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी वि0वि0, कानपुर, नगर निगम, कानपुर तथा औद्यानिकी से जुड़े विभिन्न संस्थानों एवं निजी क्षेत्रों के प्रतिष्ठानों द्वारा उच्च कोटि के फल, शाकभाजी एवं रंग-बिरंगे पुष्पों के साथ ही साथ इनसे निर्मित प्रसंस्कृत पदार्थो से सम्बन्धित प्रदर्श प्रदर्शित किये गये। इस प्रदर्शनी में मुख्य आकर्षण के रूप में फूलों से बनी हुई विभिन्न आकृतियाॅ- ताजमहल, रूमी गेट, शादी का मण्ड़प, शेषनाग पर नाचते हुए श्री कृष्ण जी, मोर, हिरन, हाथी आदि का प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शनी में स्कूली बच्चों द्वारा रंगोली की आकर्षक रचनायें भी प्रदर्शित की गई। साथ ही विशेष रूप से सज्जित की गई तिरंगा की आकृति एवं आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे की आकृति जनमानस को आकर्षित की।
सैफई में आयोजित दो दिवसीय प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी का पुरस्कार वितरण प्रमुख सचिव, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण श्री दीपक त्रिवेदी तथा आयुक्त, कानपुर मण्डल मो. इफ्तेखारूद्दीन द्वारा किया गया। पुरस्कार वितरण समारोह में प्रमुख सचिव, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण श्री दीपक त्रिवेदी ने प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बागवानी विकास को अधिक महत्व दिया जा रहा है। सरकार द्वारा बागवानी फसलों के उत्पादकों के प्रसंस्कण हेतु उ. प्र. खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति-2012 एवं उत्तर प्रदेश आलू
विकास नीति-2014 घोषित की जा चुकी है, इससे प्रदेश के उद्यमियों को प्रसंस्करण हेतु विशेष सुविधायें प्राप्त होंगी एवं बागवानी फसलों के प्रतिजन साधारण में जागरूकता आयेगी। इस प्रदर्शनी में 30 सरकारी एवं गैर सरकारी विभागों के स्टाल लगाये गये तथा 47 श्रेणियों और 564 वर्गाे में प्रतियोगिता आयोजित की गई। इन सभी श्रेणियों के विजेताओं को शील्ड/चल वैजन्ती तथा नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
प्रदर्शनी का सर्वोत्तम गुलाब का पुरस्कार डा0 वीरेन्द्र सिंह यादव अधीक्षक, राजकीय उद्यान लखनऊ को, कलात्मक पुष्प सज्जा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए कु0 सगुन, बरेली को, फलों के प्रदर्शन हेतु श्री कुँअर सिंह यादव को, 14 वर्ष से कम आयु के प्रतिभागियों में कु. हर्षिता व कु. कविता यादव, इटावा को, फोटोग्राफी प्रतियोगिता में अनूप कुमार इटावा को,  राष्ट्रीय ध्वज के प्रदर्शन हेतु श्री संजय राठी को, लखनऊ आर्ट गैलरी के लिए डा. लाल रत्नाकर एवं बालू से निर्मित लाॅयन सफारी के प्रदर्शन हेतु कु. गौरी को, मैसूर, तेगसिंह, सिम्भावली को पालीहाउस में फूलों की खेती हेतु सम्मानित किया गया।
पुरस्कार वितरण समारोह में विशेष सचिव, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण श्री राजीव रौतेला, कानपुर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष जय श्रीभोज, निदेशक उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण श्री एस. पी. जोशी, श्री सत्येन्द्र सिंह उपाध्यक्ष लखनऊ विकास प्राधिकरण, जिलाधिकारी इटावा डा. नितिन बंसल, मुख्य विकास अधिकारी इटावा डा. अशोक चन्द्र तथा अपर निदेशक उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण डा. राणा प्रताप सिंह आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।

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