33 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

लेखक अपनी लेखनी के माध्यम से समाज की ज्वलंत समस्याओं का समाधान कर समाज को नई दिशा दिखाता है: मुख्यमंत्री

उत्तर प्रदेश

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि लेखक अपनी लेखनी के माध्यम से समाज की ज्वलंत समस्याओं का समाधान कर समाज को नई दिशा दिखाता है। वह भविष्य की पीढ़ियों का मार्गदर्शन करता है। ऐसे में लेखकों को सामाजिक समर्थन और प्रोत्साहन दिया जाना जरूरी है।

मुख्यमंत्री आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में श्री उदय महुरकर द्वारा लिखित पुस्तक ‘मार्चिंग विद अ बिलियन: एनालाइजिंग नरेन्द्र मोदीज़ गवर्नमेण्ट एट मिड टर्म’ के विमोचन अवसर पर आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने श्री उदय महुरकर को पुस्तक लेखन के लिए बधाई और शुभकानाएं देते हुए कहा कि यह पुस्तक आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व मंे चल रही केन्द्र सरकार के ढाई-तीन वर्षाें के कार्यकाल का विश्लेषण प्रस्तुत करती है। उन्होंने कहा कि आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के सार्वजनिक जीवन में आने के बाद उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर देश-विदेश में ढाई से अधिक पुस्तकें लिखी गयी हैं। प्रधानमंत्री जी कई लेखकों के प्रेरणास्रोत रहे हैं।

योगी जी ने कहा कि वर्ष 2014 के पहले देश में अराजकता और अव्यवस्था की स्थिति थी। लोगों का विश्वास राजनीति और राजनैतिक व्यक्तियों में नहीं रह गया था। देश का आर्थिक विकास रुक गया था। 26 मई, 2014 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र की सरकार के सत्ता में आने के बाद विकास की एक नई इबारत लिखी गयी। विदेशों में भारत और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का सम्मान बढ़ा। प्रधानमंत्री जी की अभी हाल ही की अमेरिका व इजराईल की यात्रा इस बात का प्रमाण है कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश के 125 करोड़ लोगों का सम्मान बढ़ा है। केन्द्र सरकार अपनी नीतियों के चलते जन विश्वास की कटौती पर खरी उतरी है और उसने भारत का खोया हुआ गौरव स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि इसके पहले राष्ट्र के विकास और प्रगति की तुलना में वोट बैंक की राजनीति महत्वपूर्ण हुआ करती थी, जबकि वर्ष 2014 के बाद केन्द्र सरकार की नीतियां लोक लुभावन न होकर लोक कल्याण की भावना से प्रेरित रही हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में सत्ता का विकेन्द्रीकरण हुआ है। ग्राम सभा को विकास की इकाई मानते हुए 14वें वित्त आयोग की सिफारिशों के मद्देनजर विकास का पैसा सीधे ग्राम सभा को भेजा जा रहा है। किसान का हित अब सरकार के एजेण्डे में है। प्रधानमंत्री जी ने किसान हित और कृषि को प्राथमिकता देते हुए कई योजनाएं लागू की हैं, जिसमें ‘स्वायल हेल्थ कार्ड, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना प्रमुख हैं। इन योजनाओं से किसान आत्मनिर्भर और समृद्ध हो रहा है। किसान को उसकी उपज के सही मूल्य दिलाने तथा उसकी उत्पादन क्षमता को बढ़ाने की दिशा में कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि किसान हित के लिए पूर्व की सरकारों के कार्यकाल में नारे तो बहुत लगे लेकिन उसे आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य नहीं किया गया, जिससे वह लगातार बदहाल होता चला गया।

योगी जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की पहल पर जनधन योजना चलायी गयी, जिसके तहत लगभग 25 करोड़ बैंक खाते खुले। ग्रामीण विद्युतीकरण के लिए ‘दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्येाति योजना’ सफलतापूर्वक संचालित की गयी है। इसी प्रकार, डिजिटल इण्डिया, प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, मुद्रा योजना, स्टार्टअप इण्डिया, स्किल इण्डिया आदि योजनाओं ने देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

समारोह को उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत शीघ्र ही विश्व में प्रथम पंक्ति के देशों में से एक होगा। उन्होंने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में अब राजनीति जातिवाद व तुष्टिकरण से हटकर विकासपरक हो गयी है। प्रधानमंत्री जी ने नोटबंदी और जी0एस0टी0 जैसे साहसिक फैसले लिये हैं, जिनसे देश विकास की राह पर आगे बढ़ा है। समारोह को विधायी एवं न्याय मंत्री श्री बृजेश पाठक और पेंगुइन इण्डिया की सम्पादक सुश्री मिली ऐश्वर्या ने भी सम्बोधित किया। पुस्तक के लेखक श्री उदय महुरकर ने अपनी पुस्तक के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा की।

पूर्व में कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यमंत्री जी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्हें सम्मान स्वरूप अंगवस्त्र तथा पुस्तक भेंट की गयी। इस मौके पर कई मंत्रिगण, जनप्रतिनिधिगण, वरिष्ठ अधिकारी एवं बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमी व गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

Related posts

Leave a Comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More