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साइबर क्राइम के सम्बन्ध में दो दिवसीय कार्यशाला प्रारम्भ हुई जिसका उद्घाटन श्री बी0एस0 सिद्धू पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड द्वारा किया

उत्तराखंड

उत्तराखण्ड: आज दिनांक 24.03.2015 को पुलिस लाइन स्थित सभागार में साइबर क्राइम के सम्बन्ध में दो दिवसीय कार्यशाला प्रारम्भ हुई जिसका उद्घाटन श्री बी0एस0 सिद्धू पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड द्वारा किया गया जिस अवसर पर Mr. Vinayak Godse, Director- Data Protection, DSCI, Dr. A.S.Kamble, Senior Director, Department Of Electronics & Information Technology, श्री अशोक कुमार अपर पुलिस महानिदेशक, अभिसूचना, श्री अमित सिन्हा, पुलिस महानिरीक्षक, पीएसी, श्री संजय गुंज्याल, पुलिस महानिरीक्षक, गढ़वाल परिक्षेत्र, श्री ए0पी0 अंशुमन, पुलिस उपमहानिरीक्षक, एसटीएफ उत्तराखण्ड आदि मौजूद रहे।

कार्यशाला में पुलिस कर्मियों को सम्बोधित करते हुए श्री सिद्धू ने कहा कि वर्तमान में अपराध करने का तरीका बदल रहा है अब अपराधी हत्या, फिरौती अपहरण, जैसे संगीन अपराधों में साइबर तकनीक का अधिक प्रयोग कर रहा है इसके साथ-साथ बैंको में धोखाधडी, खातों से पैसे निकालने से लेकर, सोशल साइटस के  दुरूपयोग, ऑन लाइन धोखाधडी सम्बन्धी अपराधो में वृद्धि हो रही है। उन्होने कहा कि वर्तमान युग में साइबर गतिविधिया बढ़ रही है, हमारे जीवन का बहुत बडा हिस्सा साइबर उपकरणों के आस-पास घूमता है आज व्यक्ति सोशल मीडिया के साथ-साथ मोबाइल एपलिकेशन्स आदि का बहुत उपयोग करने लगा है। उन्होने बताया कि विगत कुछ वर्षो में पुलिस द्वारा जिन अपराधों का अनावरण किया गया उनमें से लगभग 90 प्रतिशत अनावरण पुलिस की साइबर क्षमताओं की वजह से हो सके है। पुलिस कार्यशाला में उत्तराखण्ड राज्य के सभी जनपदों से लगभग 125 अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है। श्री सिद्धू ने बताया कि विगत दिनों गोवाहाटी में सम्पन्न पुलिस महानिदेशको की कान्फ्रेंस में माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार ने कहा था कि भविष्य में पुलिस की कार्यकुशलता उसकी साइबर क्षेत्र में कार्य करने की क्षमता पर टीकी हुई है। उन्होने कहा कि आज इस बात की आवष्यकता है कि हम अपने विभाग में साइबर क्षेत्र में कार्य करने की क्षमता रखने वाले कर्मियों को चिन्हित कर उन्हे आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करे जो इस प्रकार के अपराधों के अनावरण व रोकथाम में सहायक सिद्ध हो सके। उन्होने सभी प्रतिभागियों से अनुरोध किया कि इस दो दिवसीय कार्यशाला में इस क्षेत्र के वक्ताओं द्वारा साइबर अपराध, आई-टी एक्ट में दी गई शक्तियों वैधानिक प्रावधानों आदि के सम्बन्ध में दी जा रही महत्वपूर्ण जानकारियों को ध्यान पूर्वक सुनकर ग्रहण करे तथा अपनी शंकाओ के बारे में वक्ताओं से समाधान प्राप्त करे।

श्री विनायक गोडसे निदेशक, डाटा प्रोटक्षन, डीएससीआई द्वारा अपने सम्बोधन में कहा गया कि सुरक्षा एजेन्सियों को साइबर क्राइम के बारे में वैधानिक तकनीकि डिजिटल साक्ष्य आदि के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान करने के लिए डीएससीआई द्वारा देश के विभिन्न शहरों में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन कर जागरूक किये जाने का प्रयास किया जा रहा है । इसमें साइबर क्राइम के क्षेत्र के विषेशज्ञ वक्ताओं द्वारा जानकारी प्रदान की जा रही है। इसके उपरान्त Dr. A.S.Kamble, Senior Director, Department Of Electronics & Information Technology ने उद्घाटन व्याख्यान में साइबर अपराध की रोकथाम के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की।

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