नई दिल्ली: छावला इलाके में नौ दिन पहले फॉच्र्यूनर कार में सवार मोनिका की गोली मार कर हत्या करने वाले एक सुपारी किलर को साउथ वेस्ट पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मोनिका के पति ने उसकी हत्या के लिए आठ लाख रुपए की सुपारी दी थी।
वह मोनिका के बार बार हकला कहने और बेइज्जत करने से आहत था। पुलिस ने हत्या के दो दिन बाद ही पति को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद से पुलिस शूटर की तलाश कर रही थी। जिसकी पहचान नूंह मेवात निवासी साहिल उर्फ अनिल के रूप में हुई है।
डीसीपी साउथ वेस्ट सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि बीस अप्रैल को छावला इलाके के राघवपुर गांव के पास फाच्र्यूनर कार में सवार एक महिला की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। हत्या के वक्त उसकी गोद में पांच माह का बच्चा भी था।महिला की पहचान गुडग़ांव निवासी मोनिका के रूप में हुई थी। जिसका पति ललित दहिया घटना के वक्त कार से उतर का लघुशंका के लिए गया था। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस को ललित ने बताया था कि बाइक सवार दो बदमाशों ने लूटपाट के इरादे से उसकी पत्नी पर गोली चलाई है।
पुलिस ने जांच शुरू की और जांच के दौरान ललित के बातों पर शक हुआ और कड़ी पूछताछ के बाद वह टूट गया और उसने हत्या की साजिश रचने और हत्या की सुपारी नूंह निवासी साहिल को देने की जानकारी दी। जिसके बाद से पुलिस साहिल को खोज रही थी। उसकी तलाश में स्पेशल स्टॉफ व एंटी ऑटो थेप्ट सेल को लगाया गया था।
मुखबिर की सूचना पर साहिल को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि दो साल पहले उसने ललित के गांव में मजदूरी की थी। तब से उसका परिचय था। उसे रुपए की जरूरत थी इसलिए उसने ललित से सम्पर्क किया था लेकिन ललित ने रुपए देने के एवज में मोनिका की हत्या करने की शर्त रख दी।
आठ लाख रुपए में मोनिका की हत्या की सुपारी तय हुई। ललित को हत्या के लिए असलहे और बाइक व एडवांस के तौर पर पचास हजार रुपए देने के लिए कहा। ललित ने अपने दोस्त आकाश के माध्यम से पच्चीस हजार रुपए में पिस्टल खरीदी और एक्टिवा स्कूटी व पचास हजार रुपए साहिल को दिए।
पुलिस के मुताबिक योजना के मुताबिक ललित पत्नी मोनिका व बच्चे को लेकर कार से ससुराल छावला लेकर जा रहा था। राघवपुर गांव के पास उसने लघुशंका के बहाने कार रोक दी और उतर कर चला गया। इसीबीच एक्टिवा स्कूटी से साहिल आया और मोनिका को गोली मार कर हत्या कर फरार हो गया। आनन फानन में वह घायल पत्नी को उपचार के लिए पब्लिक की मदद से अस्पताल ले गया।