नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने किगली, रवांडा में भारत सहित 197 देशों द्वारा हस्ताक्षर किए जाने का स्वागत किया है। इससे हाइड्रोफ्लोरोकार्बन (एचएफसी) जलवायु-परिवर्तन को रोकने का लक्ष्य प्राप्त हो सकेगा।
प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा है- ‘मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल का किगली समझौता अपनी परिणति पर पहुंचना एक ऐतिहासिक अवसर है इससे वायुमंडल पर दूरगामी प्रभाव पड़ेगा।’
इस समझौते के शताब्दी के अंत तक विश्व के तापमान में 0.5 डिग्री तक कमी आएगी और हम पैरिस में तय किए गए लक्ष्यों को प्राप्त कर सकेगें।
भारत के साथ-साथ अन्य देशों द्वारा दिखाए गए रूझान और सहयोग इस उचित, साम्य तथा महत्वकांक्षी एचएफसी समझौते को संपन्न करा पाया है। इससे भारत को न्यून कार्बन उर्त्सजन की प्रविधि एवं प्रौद्योगिकियां विकसित करने की मैकेनिज्म उपलब्ध होगी।
‘मैं सभी देशों को इस नाजुक मुद्दे पर एक साथ आने पर बधाई देता हूं, जो हरी-भरी पृथ्वी के सृजन में मददगार होगा।’