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29 मई से मजेंटा लाइन पर दौड़ेगी मेट्रो, नोएडा और वेस्ट दिल्ली के यात्रियों को मिलेगा फायदा

देश-विदेश

नई दिल्ली: कालकाजी मंदिर से जनकपुरी पश्चिम तक के हिस्से को जोड़ने वाली मेट्रो की मजेंटा लाइन का संचालन 29 मई से आम लोगों के लिए शुरू हो जाएगा, जिससे उत्तर प्रदेश के नोएडा और पश्चिमी दिल्ली के बीच यात्रा में लगने वाले समय में कमी आएगी. अधिकारियों ने सोमवार को इसकी घोषणा की. केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिह पुरी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 28 मई को शाम साढ़े चार बजे नेहरू एंक्लेव मेट्रो स्टेशन पर इस 25.6 किलोमीटर लंबे मेट्रो कॉरिडोर की शुरुआत करेंगे.

इस लाइन के अंतर्गत नोएडा के बोटेनिकल गार्डन और दक्षिण दिल्ली के कालकाजी मंदिर तक मेट्रो लाइन का संचालन पिछले वर्ष दिसंबर में ही शुरू हो गया था. मजेंटा लाइन के इस विस्तार के बाद जनकपुरी पश्चिम और हौजखास में यात्रियों को ब्लू लाइन (नोएडा सिटी सेंटर/वैशाली- द्वारका सेक्टर 21) और येलो लाइन (हुडा सिटी सेंटर-समयपुर बादली) के लिए स्टेशन इंटरचेंज की सुविधा मिलेगी. दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्प (डीएमआरसी) ने अपने बयान में कहा, “इस लाइन के जरिए इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के डोमेस्टिक टर्मिनल तक सीधे पहुंचा जा सकेगा.

नोएडा के निवासी भी अब सीधे हवाईअड्डे के डोमेस्टिक टर्मिनल तक पहुंच सकेंगे
नोएडा के निवासी भी अब सीधे हवाईअड्डे के डोमेस्टिक टर्मिनल तक पहुंच सकेंगे.” मजेंटा लाइन दक्षिण दिल्ली के कुछ महत्वपूर्ण क्षेत्रों से गुजरकर सीधे पश्चिम दिल्ली को जोड़ेगी और अंत में यमुना नदी पारकर नोएडा आएगी. इस कॉरिडोर के अंतर्गत आने वाले स्टेशन जनकपुरी वेस्ट, डाबरी मोड़, दशरथपुरी, पालम, सदर बाजार, टर्मिनल 1-आईजीआई एयरपोर्ट, शंकर विहार, वसंत विहार, मुनरिका, आर.के. पुरम, हौज खास, आईआईटी, पंचशील पार्क, चिराग दिल्ली, जी.के. एंक्लेव, नेहरू एंक्लेव हैं. 25.6 किलोमीटर की इस मेट्रो लाइन में से 23 किलोमीटर मेट्रो लाइन अंडरग्राउंड है.

इसमें केवल दो स्टेशन सदर बाजार और शंकर विहार अंडरग्राउंड नहीं हैं. बाकी सभी स्टेशन अंडरग्राउंड हैं. डीएमआरसी ने कहा, “मेट्रो के इस लाइन के पूर्ण रूप से शुरू हो जाने के बाद, दिल्ली मेट्रो के कुल कोरिडोर का विस्तार 278 किलोमीटर और 202 स्टेशनों तक हो जाएगा.” दिल्ली मेट्रो की शुरुआत 2002 में हुई थी और काम-काज वाले दिन इसमें लगभग 27 लाख यात्री प्रतिदिन सवार होते हैं.

इनपुट भाषा से भी

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