नई दिल्ली: स्मार्ट सिटी के सीईओ के लिए प्रथम शीर्ष सम्मेलन पिछले सप्ताह 8-9 मई, 2018 को भोपाल में आयोजित किया गया जिसमें स्मार्ट सिटी के सीईओ को विविधता के साथ एक-दूसरे से सीखने पर विशेष जोर दिया गया, ताकि स्मार्ट सिटी मिशन से जुड़ी परियोजनाओं की प्रगति में तेजी लाई जा सके। इस दो दिवसीय सम्मेलन ने विभिन्न शहरों के मार्गदर्शकों और स्मार्ट सिटी मिशन के विभिन्न हितधारकों को अपने विचारों में सामंजस्य स्थापित करने और सर्वोत्तम प्रथाओं को आपस में साझा करने के लिए एक अनूठा प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया जिससे अपनी स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने के लिए अन्य मार्गदर्शक प्रेरित होंगे।
सम्मेलन के दौरान एजेंसी फ्रांकेसे डी डेवलपमेंट (एएफडी) ने एक चुनौती प्रक्रिया के जरिए स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के वित्त पोषण के लिए अपना कार्यक्रम लांच किया। इसने 30-80 चयनित परियोजनाओं के वित्त पोषण के लिए 100 मिलियन यूरो की राशि उपलब्ध कराई और 6 मिलियन यूरो तकनीकी सहायता के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके पीछे मुख्य उद्देश्य स्मार्ट सिटी में स्थायित्व, नवाचार और भागीदारी दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है।
सात स्मार्ट सिटी ने इस सम्मेलन के दौरान आयोजित एक प्रदर्शनी में अपनी परियोजनाओं को दर्शाया। स्मार्ट सिटी के सीईओ के प्रथम शीर्ष सम्मेलन के दौरान निम्नलिखित नौ विषयों (थीम) पर विस्तृत पैनल परिचर्चाएं आयोजित की गईं:
- पैदल चलने योग्य मार्गों (स्ट्रीट) का विकास
- सभी के लिए सुगम्य सार्वजनिक स्थलों का सृजन
- डिजिटल ढंग से एकीकृत स्मार्ट सिटी केन्द्र
- जीवंत शहरी स्थलों (वाटरफ्रंट, चौक और प्लाजा) का सृजन
- स्मार्ट सिटी में महिला सुरक्षा की समस्या का समाधान करना
- स्मार्ट सिटी में कला, शिल्प और संस्कृति को बढ़ावा देना
- स्मार्ट शिक्षा और कौशल विकास
- समावेशी शहर
- शहरी बुनियादी ढांचे के लिए पीपीपी और बांड