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10 राजकीय मेडिकल कालेजों में स्थापित टेस्टिंग लैब को किया जायेगा अपग्रेड

उत्तर प्रदेश

लखनऊ: अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने आज लोक भवन स्थित मीडिया सेन्टर में मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने टीम 11 की समीक्षा बैठक करते हुए निर्देश दिए हैं कि कोविड-19 को लेकर टेस्टिंग सुविधा को बढ़ाते हुए शीघ्रातिशीघ्र चिकित्सा एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। टेस्टिंग सुविधा के लिए कुल 10 मेडिकल काॅलेज एवं संस्थानों को उच्चीकृत किया जायेगा। इसी क्रम में 14 नये मेडिकल काॅलेजों में भी टेस्टिंग सुविधा शुरू की जायेगी। उन्होंने बताया कि 06 मण्डल मुख्यालय ऐसे हैं, जहां राजकीय मेडिकल काॅलेज नहीं हैं। ऐसे मण्डल मुख्यालयों-मुरादाबाद, बरेली, गोण्डा, मिर्जापुर, वाराणसी एवं अलीगढ़ के जिला चिकित्सालयों में टेस्टिंग लैब स्थापित की जायेगी। नये टेस्टिंग लैब की स्थापना पर संभावित व्यय का वहन कोविड केयर फण्ड से किया जायेगा।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 संक्रमित मरीजों की संख्या 314 हो गयी है। कल की तुलना में कोरोना मरीजों की संख्या में 09 की बढ़ोतरी हुयी हैैं। अब तक दिल्ली के तबलीगी मरकज में सम्मिलित होने वाले 1551 लोगों को चिन्हित करके 1257 लोगों को क्वारेन्टाइन किया गया है। तब्लीगी जमात से जुड़े कुल विदेशियों की संख्या 323 है जिनमें 259 लोगों के पासपोर्ट जब्त किये गये हैं तथा शेष 64 नेपाली नागरिक हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के दृष्टिगत प्रदेश में लाॅक डाउन अवधि में पुलिस विभाग द्वारा की गयी कार्यवाही में अब तक धारा 188 के तहत 10803 लोगों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की गई। अब तक कुल 34650 लोग गिरफ्तार किये गये। प्रदेश में कुल 5591 बैरियर व नाके स्थापित किये गये हैं तथा अब तक 1201743 वाहनांे की सघन चेकिंग में 17942 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 49737329 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। आवश्यक सेवाओं हेतु कुल 152250 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 304 लोगों के खिलाफ 230 एफआईआर दर्ज करते हुए 130 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार फेक न्यूज पर कड़ाई से नजर रख रही है। फेक न्यूज के तहत अब तक 54 मामलों को संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही की गई है।
श्री अवस्थी ने बताया कि खाद्यान्न वितरण के अन्तर्गत 28655520 राशन कार्ड के सापेक्ष लगभग 12 करोड़ लोगों को अब तक कुल 667764.380 मी0 टन खाद्यान्न का वितरण किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में डोर-स्टेप-डिलीवरी व्यवस्था के अन्तर्गत 20804 स्टोर क्रियाशील हैं, जिनके माध्यम से 47815 डिलीवरी मैन आवश्यक सामग्री निरंतर पहुंचा रहे हैं। प्रदेशवासियों को फल एवं सब्जी उपलब्ध कराये जाने के लिए कुल 41162 वाहनों की व्यवस्था की गयी है। इसी क्रम में कुल 46.54 लाख लीटर दूध उपार्जन के सापेक्ष 32.16 लाख लीटर दूध का वितरण 18498 डिलीवरी वैन के माध्यम से किया गया है।
श्री अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की श्रमिक भरण-पोषण योजना के तहत निर्माण कार्यों से जुड़े 11.33 लाख श्रमिकों के खाते में एक-एक हजार रूपए की धनराशि आरटीजीएस के माध्यम से भेजी गई है। इसके अतिरिक्त नगरीय क्षेत्र के 231897 श्रमिकों को भी एक-एक हजार रूपए की धनराशि का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि जिन श्रमिकों का अब तक पंजीयन नहीं हुए है वे श्रम विभाग में अपना पंजीयन करा सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश की 26612 फैक्ट्री से सम्पर्क किया गया, जिनमें 23385 द्वारा अपने श्रमिकों को वेतन का वितरण कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक 4130 औद्योगिक इकाईयां चालू हो गई हैं। उन्होंने बताया कि राजस्व विभाग की सब कमेटी द्वारा आश्रय स्थल की संख्या 4243 हो गयी है जिनमें अब तक रहने वालों की संख्या 129645 है। 566 सरकारी तथा 2199 स्वैच्छिक कम्यूनिटी किचन के माध्यम से स्वदेश में 1118890 लोगों को भोजन वितरित किया गया। उन्होंने बताया कि सभी कम्यूनिटी किचन तथा आश्रय स्थल एवं क्वारेंटाइन कैम्प का जियो टैगिंग कराया जा रहा है।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि अब तक प्रदेश के 37 जिलों से 314 कोरोना पाॅजिटिव के मामले सामने आए हैं इनमें से 22 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 6073 सैम्पल विभिन्न प्रयोगशालाओं में भेजे गए जिनमें से 5595 सैम्पल निगेटिव पाये गये हैं। एल-1 के 75, एल-2 के 51 और एल-3 के 6 अस्पतालों को डेडिकेटेड कोविड हाॅस्पिटल के रूप में चयनित किया गया है। 10 हजार आइसोलेशन बेड की व्यवस्था की गई है। एसिम्प्टोमैटिक मरीजों को जिनमें स्पष्ट लक्षण नहीं मिले हैं उनको रखने के लिए आवश्यकतानुसार कोविड अस्पताल के पास ही लाॅज, गेस्ट हाउस आदि स्थान को भी लिया जा सकता है। अलग-अलग जनपदों के कोविड मरीजों की पूलिंग करके मण्डल स्तर पर किसी एक ही चिकित्सालय पर उनका उपचार कराया जाय जिससे मरीजों के उपचार में लगे चिकित्सकों एवं अन्य संसाधनों का समुचित सदुपयोग सुनिश्चित किया जा सके। इस सम्बंध में मण्डलायुक्तों को निर्देश दिये जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि लाॅक डाउन में मानसिक तनाव व साइको-सोशल काउंसिलिंग के लिए हेल्पलाइन 1800-180-5145 पर 100 व्यक्तियों की टीम के माध्यम से चिकित्सकीय सलाह के अलावा साइकोसोशल काउंसिलिंग भी करायी जा रही है।

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