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महिलाओें की सुरक्षा, सम्मान तथा स्वावलम्बन सरकार का लक्ष्य: मुख्यमंत्री

उत्तर प्रदेश

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि महिलाओें की सुरक्षा, सम्मान तथा स्वावलम्बन सरकार का लक्ष्य है। इसे प्राप्त करने के लिए प्रदेश में महिला स्वयं सहायता समूह और बी0सी0 सखी कार्य कर रही हैं। प्रदेश पुलिस बल में 20 प्रतिशत महिला कार्मिकों की तैनाती के कार्यक्रम को सरकार ने प्राथमिकता से आगे बढ़ाया है। आने वाले समय में बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में अधिक महिला शिक्षकों की भर्ती के कार्य को आगे बढ़ाने जा रहे हैं। सरकार आधी आबादी के सम्मान और सुरक्षा पर किसी प्रकार की आंच नहीं आने देगी। उन्हें आर्थिक स्वावलम्बन की ओर अग्रसर करने के लिए डबल इंजन की सरकार लगातार कार्य कर रही हैं।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद बलिया में विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के उपरान्त इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने जनपद बलिया के विकास हेतु 129 करोड़ रुपये लागत की 35 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री जी ने प्रधानमंत्री आवास योजना तथा मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को प्रतीकात्मक चाभी का वितरण तथा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन एवं मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र प्रदान किये।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने संसद व विधानसभा में महिलाओं के लिए स्थान आरक्षित करने के लिए हाल ही में नई संसद भवन के सत्र में अधिनियम पारित कराने का कार्य किया है। जब वर्ष 2026 में परिसीमन होगा, उसके बाद विधानसभा और लोकसभा की एक तिहाई सीटों पर महिलाओं को आरक्षण की सुविधा प्राप्त होगी। बलिया सहित पूरे देश की अधिक से अधिक महिलाओं को लोकसभा और विधानसभा में चुनकर जाने का अवसर प्राप्त होगा। मुख्यमंत्री जी ने इस कार्य के लिए प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बेटियों के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने के लिए सरकार जिस रूप में कार्य कर रही है, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना उसका एक उदाहरण है। अब तक इस योजना के अंतर्गत 15 हजार रुपये की राशि बेटी के जन्म से लेकर 06 चरणों में दी जाती थी। नए सत्र से इसे 25 हजार रुपये किया जा रहा है। बेटी के विवाह योग्य होने पर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत 51 हजार रुपये देने का प्राविधान किया गया है। यह सभी कार्य प्रधानमंत्री जी के ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ के अभियान को मजबूती के साथ आगे बढ़ाने का क्रम है। सरकार ने महिलाओं के सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन के जो कार्यक्रम प्रारम्भ किए हैं, वह अनवरत जारी रहेंगे। बेटियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज एक नए भारत के दर्शन हमें हो रहे हैं। नये भारत में सुरक्षा, स्वाभिमान, सम्मान तथा बिना भेदभाव के शासन की योजनाओं का लाभ प्रत्येक गांव, गरीब, नौजवान, महिला तथा समाज के हर तबके को प्राप्त हो रहा है। गरीबों के लिए शौचालय बनाएं गए हैं। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत रसोई गैस के निशुःल्क कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। इससे महिलाओं को धुएं से मुक्ति मिली है। दीपावली के अवसर पर प्रदेश सरकार की ओर से प्रदेश की बहनों को एक निःशुल्क सिलेण्डर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गरीबों को आवास दिलाए गए हैं। स्वामित्व योजना के अन्तर्गत जिस जमीन पर लोगों का मकान है, उसका अधिकार दिया गया है। पी0एम0 स्वनिधि योजना के अंतर्गत स्ट्रीट वेंडर्स को सम्मान दिलाया जा रहा हैं। इसके साथ ही, 05 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा कवर भी प्रदेश के 10 करोड़ लोगों को दिया जा रहा है। जन धन खातों से प्रारम्भ हुई यह योजनाएं आज एक नई ऊंचाई को प्राप्त कर रही हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बलिया की धरती क्रान्ति की भूमि है। यह सदैव चुनौतियों से जूझते हुए अपना मार्ग बनाती है। बलिया जो रास्ता तय करता है, बाद में देश भी उसका अनुसरण करता है। सन् 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत यहीं के अमर सपूत महान क्रांतिकारी मंगल पाण्डे ने बैरकपुर से की थी। देखते ही देखते पूरे देश में आजादी का प्रथम स्वतंत्रता समर प्रारंभ हो गया था। सन् 1857 के स्वतंत्रता संग्राम ने देशवासियों को एहसास कराया कि अगर पूरा देश एकजुट होकर लड़ेगा, तो अंग्रेज बहुत दिनों तक भारत को गुलाम नहीं बना सकते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत सन् 1947 में आजाद हुआ, लेकिन सन् 1942 में ही बलिया ने अपने आप को स्वाधीन घोषित कर दिया था। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों द्वारा दिये गये भारत के संसदीय लोकतंत्र को जब कुचलने का प्रयास किया गया, तो श्री जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में पूरा देश आंदोलित हो गया था। उस समय लोकतंत्र को बचाने, देश के आम नागरिकों की आपसी एकता को बनाए रखने तथा उनके मौलिक अधिकारों को प्रदान करने के लिए बलिया ही खड़ा हुआ था। बलिया के साथ ही पूरा देश खड़ा हुआ था। शहीद मंगल पाण्डेय, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चित्तू पाण्डेय, लोकनायक जयप्रकाश नारायण या श्री चंद्रशेखर इन सभी ने बलिया को एक नई पहचान दी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज विकास की अनेक योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए वे यहां आए हैं। विकास में अब कोई बाधा नहीं है। कोरोना महामारी पर नियंत्रण करने के बाद आज विकास के लिए पर्याप्त धनराशि है। सड़क, बिजली, स्वास्थ्य तथा नए चिकित्सा केंद्रों की स्थापना के लिए आज यहां 130 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया जा रहा है। आने वाले समय में इससे भी बड़ी परियोजनाएं यहां आने वाली है। बलिया में मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास भी किया जाना है। यहां पूर्व प्रधानमंत्री श्री चन्द्रशेखर जी के नाम पर चल रहे विश्वविद्यालय में नए भवन का निर्माण हो रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में विकास की प्रक्रिया को निरंतर आगे बढ़ाया जा रहा है। अब बलिया विकास में पीछे नहीं रहेगा। बलिया को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से लिंक एक्सप्रेस-वे के माध्यम से जोड़ा जा रहा है। बलिया उत्तर प्रदेश में जलमार्ग का सबसे अच्छा स्थान बनने जा रहा है। यह एक ओर गंगा जी से तथा दूसरी ओर सरयू जी से घिरा है, स्वाभाविक रूप से इसका लाभ यहां के लोगों को होगा। वाराणसी से हल्दिया के मध्य इनलैण्ड वॉटर-वे प्रारम्भ हो चुका है। सरयू नदी के माध्यम से अयोध्या तक इनलैण्ड वॉटर-वे की तैयारी की जा रही है। बलिया एक ऐसा जनपद होने जा रहा है, जहां दोनों ओर इनलैण्ड वॉटर-वे की सुविधा होगी। इनमें फ्लोटेड जेट्टी बनेंगी। इसके माध्यम से लोगों को आवागमन की सुविधा और उत्पादों को दुनिया के बाजार में पहुंचाने का अवसर प्राप्त होगा। यह किसान की आमदनी को कई गुना बढ़ाने का माध्यम बनेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरकार बलिया के विकास को पिछड़ने नहीं देगी। बलिया विकास में लखनऊ और गाजियाबाद से प्रतिस्पर्धा करेगा। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से प्रदेश सरकार शीघ्र ही इनलैण्ड वॉटर-वे अथॉरिटी का गठन करने जा रही है। अब घाघरा नदी या गंगा नदी दोनों में बड़े-बड़े स्टीमर चलेंगे और यहां के सामान को एक्सपोर्ट करने का माध्यम बनेंगे। किसानों को फल, सब्जी तथा दुग्ध उत्पादन के लिए नया मंच, मार्केट और अधिक दाम मिलेंगे। इसके माध्यम से रोजगार के अनेक नए अवसर भी सृजित होंगे। इस अवसर का लाभ बलिया, गाजीपुर, देवरिया सहित अन्य जनपदों को लेना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान में श्रीअन्न की मांग बढ़ रही है, जिसे मोटा अनाज कहते हैं। आज प्राकृतिक खेती की मांग भी बढ़ रही है। बलिया में नदियों के किनारे होने वाली सब्जी की खेती अधिकतर प्राकृतिक पद्धति से, बिना केमिकल और फ़र्टिलाइज़र के की जाती है। इनसे होने वाली उपज को सर्टिफिकेशन से जोड़कर बलिया के किसान कई गुना दाम पैदा कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने सभी को दीपावली और छठ पर्व की शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दयाशंकर सिंह, अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री श्री दानिश आजाद अन्सारी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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