देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने परमार्थ निकेतन में अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने योग महोत्सव में प्रतिभाग करने के
लिए देश विदेश से आए योग साधकों का स्वागत करते हुए कहा कि ऋषिकेश से मां गंगा के साथ ही योग की गंगा भी प्रवाहित होती है। देवभूमि संसार के पहले योगी भगवान शिव का निवास स्थल है। यहां हिमालय की गोद व मां गंगा के किनारे योग साधना करके अद्वितीय अनुभूति होती है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हरिद्वार में अर्धकुम्भ चल रहा है। वहां भी प्रत्येक शनिवार व रविवार को योग कैम्प आयोजित किए जाएंगे। ऋषिकेश में योग महाकुम्भ आयोजित किया जा रहा है। महर्षि योगी की चैरासी कुटियां भी जनता के लिए खोल दी गई है। वहां भी जाकर प्रकृति के सामीप्य का आनंद उठाया जा सकता है। नाड़ी योगा का भी लाभ लिया जा सकता है। हम प्रदेश में योग की गतिविधियों का वार्षिक केलेंडर बना रहे हैं। ऋषिकेश योग की जन्मस्थली है। उŸाराखण्ड में बड़ी संख्या में योग प्रशिक्षित युवा हैं। एडवांस ट्रेनिंग देकर इनकी सेवाओं का उपयोग पार्टटाईम योग प्रशिक्षक के रूप में लिया जा सकता है।
पर्यटन मंत्री दिनेश धनै ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के आयोजन से ऋषिकेश में योग की धारा प्रवाहित हो रही है। योग को राज्य के दूसरे क्षेत्रों में भी ले जाने का प्रयास किया जा रहा है। परमार्थ निकेतन के चिदानंद मुनि महाराज ने अंतराष्ट्रीय योग महोत्सव की जानकारी देते हुए अध्यात्म की भूमि ऋषिकेश में योग साधकों का स्वागत किया।
जीएमवीएन के एमडी सी रविशंकर ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बताया कि परमार्थ निकेतन के साथ ही जीएमवीएन के गंगा रिसोर्ट में भी सात दिनों का योग शेड्यूल तैयार किया गया है। इनमें प्रतिभाग करके भी योग के इच्छुक लोग लाभान्वित हो सकते हैं। गंगा रिसोर्ट में पहले दिन योगा फाॅर अस्थमा एंड ओबसेसिव-कम्पलसिव डिसओर्डर, दूसरे दिन योगा फाॅर ओबेसिटी एंड जनरल हेल्थ, तीसरे दिन पेराडिज्म इन योगा फाॅर हेल्थ एंड हीलिंग, चैथे दिन योगा फाॅर बेक पेन एंड नेक पेन, पांचवे दिन योगा फाॅर डायबिटीज, छठे दिन योगा फाॅर हाईपरटेंशन व सातवें दिन योगा फाॅर वूमेन आयोजित किया जाएगा।