26 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

एनएसडीएल ने सीएसआर के ‘प्रोजेक्ट संजीवनी’ के लिए एसबीआई फाउंडेशन के साथ सहयोग किया

उत्तराखंड

देहरादून: भारत की पहली सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) ने ‘प्रोजेक्ट संजीवनी’ के लिए एसबीआई फाउंडेशन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, यह एक मोबाइल मेडिकल यूनिट है जिसे ‘क्लिनिक-ऑन-व्हील्स’ के रूप में भी जाना जाता है, जो स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं के साथ सबसे कमजोर समुदायों की सेवा करती है। इस सहयोग से देश भर में सेवा से वंचित / कम सेवा वाले क्षेत्रों में लोगों को उनके दरवाजे पर प्राथमिक, निवारक, नैदानिक, उपचारात्मक और रेफरल स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जायेंगी।

सुश्री पद्मजा चुंदुरु (एमडी और सीईओ, एनएसडीएल), श्री समर बनवत (कार्यकारी निदेशक, एनएसडीएल), श्री प्रमित सेन (उपाध्यक्ष, एनएसडीएल), श्री चंद्रेश शाह (उपाध्यक्ष, एनएसडीएल), श्री संजय प्रकाश (एमडी और सीईओ, एसबीआई फाउंडेशन), श्री ललित मोहन (अध्यक्ष और सीओओ, एसबीआई फाउंडेशन) और श्री परमेश्वर राम (सीएफओ और मुख्य प्रशासन, एसबीआई फाउंडेशन) की उपस्थिति में एनएसडीएल और एसबीआई फाउंडेशन के बीच समझौते पर हस्ताक्षर किए गए और इसका आदान-प्रदान किया गया।

इस मौके पर एनएसडीएल की एमडी और सीईओ सुश्री पद्मजा चुंदुरु ने बताया, “एक अच्छी स्वास्थ्य देखभाल व्यवस्था किसी भी समाज की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है। आज हम इस ‘प्रोजेक्ट संजीवनी – क्लिनिक-ऑन-व्हील्स’ के लिए एसबीआई फाउंडेशन जैसे बेहद गौरवपूर्ण और विश्वसनीय संस्थान के साथ साझेदारी करके खुश हैं। यह प्रोजेक्ट एक अनोखी पहल है जो स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं देगी और विशेष रूप से उस क्षेत्र में समुदायों की भलाई सुनिश्चित करेगीं जहां बुनियादी और प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं सुगम नहीं हैं।”

श्री संजय प्रकाश (एमडी और सीईओएसबीआई फाउंडेशन) ने कहा, “प्रोजेक्ट संजीवनी हमारे मुख्य सीएसआर प्रोजेक्ट में से एक है, जो मोबाइल चिकित्सा इकाइयों यानी क्लिनिक ऑन व्हील्स के माध्यम से वंचित क्षेत्रों में लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान करेगी। मुझे खुशी है कि एनएसडीएल ने भारत में युक्तिपूर्वक रूप से नियोजित स्थानों पर इस प्रोजेक्ट को लागू करने के लिए हमारे साथ हाथ मिलाया है। हमें विश्वास है कि यह सहकार्यता आने वाले दिनों में हम सभी के लिए स्वास्थ्य सेवाओं के इस बड़े लक्ष्य को प्राप्त करने में सक्षम करेगीं।”

Related posts

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More