23 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

हेराफेरी कर नेट बैंकिंग से बैंक खातों से पैसा निकालने वाले गिरोह का पर्दाफाश

उत्तर प्रदेश

लखनऊ: दिनांकः 28-07-2015 को एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को नेट बैंकिंग के जरिये धोखाधड़ी करके बैंक खातों से पैसा निकालने वाले गिरोह के 05 सदस्यों को लखनऊ में गिरफ्तार करने मेें उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई हेै।गिरफ्तार अभियुक्त का विवरणः-
1.      राज तिवारी पुत्र श्याम तिवारी नि0 255/90, पुण्डरी, रकाबगंज, थाना-वजीरगंज, लखनऊ।
2.      सुनील चैधरी पुत्र अनिल चैधरी नि0 ग्राम खरहतिया, पो0-बिसुनपुर बैरिया, थाना-बकोतवाली-देहात, जनपद-गोंडा हाल नि0-सी-400 इन्दिरानगर, थाना-गाजीपुर, लखनऊ।
3.      शोएब खान पुत्र जलील अहमद नि0 मकान नं0-47, दयानंदनगर, थाना-कोतवाली-नगर, जनपद-गोंडा हाल नि0 सी-400 इन्दिरानगर, थाना-गाजीपुर, लखनऊ।
4.      शादाब खान पुत्र स्व0 नूर मोहम्मद नि0-851, पटेलनगर, थाना-कोतवाली-नगर, जनपद-गोंडा हाल नि0 सी-400 इन्दिरानगर, थाना-गाजीपुर, लखनऊ।
5.      अखिलेश नाग पुत्र सुभाष चन्द्र नाग नि0-नई बाजार दरियाबाद, बाराबंकी हाल सी-400 इन्दिरानगर, थाना-गाजीपुर, लखनऊ।
बरामदगीः-
1.      10 अदद ए0टी0एम0 कार्ड
2.      10 अदद पैन कार्ड
3.      08 अदद पास-बुक
4.      07 अदद चैक-बुक
5.      22 अदद सिम कार्ड
6.      09 अदद मोबाइल फोन
7.      05 अदद ड्राईविंग लाईसेन्स
8.      02 अदद वोटर कार्ड
9.      रू0 2,75,000/- नगद(धोखाधड़ी करके निकाली गयी धनराशि)
एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को विभिन्न स्रोतो से सूचना प्राप्त हो रही थी कि भारत की विभिन्न फर्माे/कम्पनियों व बड़े व्यक्तिगत बैंक खाता धारकों के चालू व बचत खातों से नेट बैंकिंग व क्लोन चैक के माध्यम से धोखाधड़ी कर पैसा निकाला जा रहा है व उस पैसे को गिरोह के सदस्यों के फर्जी खातों में ट्रान्सफर के कुछ ही मिनटो के अन्दर चैक व ए0टी0एम0 के माध्यम से नगद आहरित किया जा रहा है।  नगद आहरण करने वाले खाता धारकों के पते फर्जी होने के कारण उनका सत्यापन न हो पाने की शिकायतें प्राप्त हो रही थी।
उपरोक्त शिकायतों के सम्बन्ध में एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश, लखनऊ की टीमो द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी।  अभिासूचना संकलन से लखनऊ में जालीसाजी कर बैंकों से पैसा निकालने वाले गिरोह के बारे में जानकारी प्राप्त हुई।  इस गिरोह का संचालन भोपाल व मुम्बई में बैठे गिरोह के सरगनाओं द्वारा किया जाना ज्ञात हुआ।  प्राप्त अभिसूचना को विकसित करने पर ज्ञात हुआ कि लखनऊ में भी विभिन्न नामों से फर्जी बैंक खाते खाले गये हैं, जिनका प्रयोग धोखाधड़ी से प्राप्त धनराशि को निकालने में किया जा रहा है।  मुखविर की सूचना पर दिनांकः 28-07-2015 को सी-ब्लाॅक, इन्दिरानगर, लखनऊ से समय लगभग 05-30 बजे सायं इस गिरोह के उपरेाक्त 05 अभियुक्तों को गिरफतार किया गया, जिनसे उपरोक्त बरामदगी हुई।
गिरफतार अभियुक्तों ने पूछताछ पर बताया कि उनके गिरोह का सरगना शिवेन्द्र सिकारवार, जो भोपाल(मध्य प्रदेश) में रहता है।  शिवेन्द्र का सम्बन्ध मुम्बई के विभिन्न जालसाजों सहित कई बैंक कर्मियों से भी है।  अभियुक्तों ने बताया कि भोपाल व मुम्बई में बैठे उनके सरगनाओं द्वारा नेट बैंकिंग व क्लोन चैक के माध्यम से इनके द्वारा खुलवाये गये फर्जी बैंक खातों में धन ट्रांस्फर कर देते हैं और तुरन्त पैसा निकालने के उनके द्वारा फोन पर बताया जाता है, जिस पर वे तत्काल चैक व ए0टी0एफ0 के माध्यम अपने सम्बन्धित फर्जी खाता से धनराशि आहरित कर लेते हैं तत्पश्चात उस खाता से सम्बन्धित चैक-बुक व ए0टी0एम0 को नष्ट कर देते हैं, जिससे वे पकड़ में न आ सकें। इस प्रकार वे एक फर्जी खाता का प्रयोग एक बार ही करते हैं।  यह भी बताया कि उनके सरगना द्वारा एस0एम0एस0 सर्विस को भी हैक कर आधा घन्टा के लिए ब्रेक कर दिया जाता है तथा आधा घन्टे के अन्दर ही पैसा निकालने की हिदायत की जाती है।  मोबाइल पर मैसेज भेजने में विलम्ब होने के कारण खाता धारक को उसके खाता से निकली धनराशि की जानकारी समय से नही हो पाती है।  उनके सरगना द्वारा पैसा निकलवाने के बाद उन्हें एस0एम0एस0 के जरिये खाता संख्या बताया जाता है, जिसमें वे अपने हिस्से की धनराशि काटकर शेष धनराशि एस0एम0एस0 के जरिये प्राप्त खाता में डाल देते हैं।  गिरफतार अभियुक्तो ने यह भी बताया कि उनके द्वारा जनपद-झांसी की एक बड़ी कम्पनी के बैंक खाता इसी प्रकार अपने फर्जी बैंक खातो में भारी धनराशि ट्रान्सफर करके निकाली गयी थी, जिसके सम्बन्ध में थाना-नवाबाद, जनपद-‘झांसी में मु0अ0सं0-479/2015 धारा-420/467भादवि पंजीकृृत है, जिसमें इन लोगों द्वारा खुलवाये गये फर्जी खाता धारक धीरू सिंह को पुलिस तलाश कर रही है।  यह भी बताया कि दिनंाकः28-07-2015 को शिवेन्द्र सिकरवार ने अखिलेश नाग के आई0सी0आई0सी0आई0 बैंक खाता में रू0 4,90,000/- ट्रान्सफर किये हैं, जिसमें से रू0 1,65,000/- मोबाइल मनी ट्रान्सफर के जरिये सुनील चैधरी द्वारा फर्जी तरीके से सुमित शुक्ला नाम से खोले गये बैंक खाता में ट्रान्सफर किया गया तथा रू0 2,20,000/- किसी तनवीर नामक व्यक्ति के बैंक खाता में ट्रान्सफर किया गया है।  शिवेन्द्र सिकरवार का फोन आने पर उनके द्वारा तत्काल अपने फर्जी खातों से यह पैसा निकाल लिया।  तनवीर नामक व्यक्ति के बारे में छानबीन की जा रही है।
गिरफतार अभियुक्तों के विरूद्ध मु0अ0सं0-534/2015 धारा-420/467 /468/471भादवि व निल/2015 धारा-41/411 भादवि थाना-गाजीपुर, लखनऊ में पंजीकृृत कराये गये हैं। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।

Related posts

Leave a Comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More