नई दिल्ली: केन्द्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग और नौवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी ने विकास और पारिस्थितिकी तथा पर्यावरण के बीच संतुलन बनाए रखने पर जोर दिया है। श्रीनगर में आज शेर-ए-कश्मीर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केन्द्र में भारतीय सड़क कांग्रेस की 206वीं परिषद बैठक का उद्घाटन करते हुए श्री गडकरी ने यह बात कही।उद्घाटन समारोह में जम्मू कश्मीर के लोक निर्माण, पुष्प उत्पादन और बागवानी तथा पार्क मंत्री श्री सैयद अल्ताफ बुखारी तथा लोक निर्माण राज्य मंत्री श्री सुनील शर्मा भी मौजूद थे।
श्री गडकरी ने भारत में सड़कों और राजमार्गों के विकास में आईआरसी की भूमिका की सराहना की और अनुसंधान के निष्कर्षों को जमीनी स्तर पर लागू करने पर बल दिया। उन्होंने विकास के कारण पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों को कम करने के लिए हरित और स्वच्छ प्रौद्योगिकी शुरू करने पर बल दिया।
श्री नितिन गडकरी ने कहा कि देश में तेज गति से विकास के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सकारात्मक और विकासोन्मुख दृष्टिकोण आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रगति तब तक संभव नहीं है जब तक सभी लोग सकारात्मक कार्य संस्कृति को नहीं अपनाते।
श्री सैयद अल्ताफ बुखारी ने सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए संचार नेटवर्क के महत्व पर जोर दिया और बैठक स्थल के रूप में श्रीनगर का चयन करने के लिए आईआरसी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि आईआरसी राष्ट्र को बहुत बढि़या सेवाएं दे रही है और जम्मू कश्मीर राज्य को सार्वजनिक बुनियादी ढांचे में प्रगति के लिए इसके मार्ग दर्शन और सलाह की जरूरत है।
जम्मू कश्मीर के लोक निर्माण विभाग सचिव और आयुक्त श्री रोहित कंसल ने आशा व्यक्त की कि इस बैठक में भाग लेने वाले प्रतिनिधि राज्य के ब्रांड एम्बेसेडर साबित होंगे और इस तरह के आयोजन से राज्य में एक बार फिर पर्यटकों को वापस लाने में मदद मिलेगी। उन्होंने मेजबानी का अवसर प्रदान करने के लिए आईआरसी को तहे दिल से धन्यवाद दिया और उम्मीद जाहिर की कि कश्मीर की मेजबानी इस कांग्रेस में भाग ले रहे प्रतिनिधियों का दिल जीत लेगी।
इससे पहले आईआरसी के अध्यक्ष ने आईआरसी के आदेश पत्र पर प्रकाश डाला और बताया कि किस प्रकार यह संगठन अस्तित्व में आया।