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पर्यटन मंत्रालय ने ‘देखो अपना देश’ श्रृंखला के तहत 29वें वेबिनार के माध्यम से मध्य प्रदेश के अनोखे वन्य जीवन की एक आभासी सफारी की प्रस्तुति दी

देश-विदेश

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के मंत्रमुग्ध कर देने वाले प्राकृतिक सौंदर्य और पारिस्थितिकी तंत्र का प्रदर्शन करने के लिए, पर्यटन मंत्रालय ने ‘देखो अपना देश’ वेबिनार श्रृंखला के अंतर्गत ‘मध्य प्रदेश के अनोखे वन्य जीवन’ पर एक वेबिनार प्रस्तुत किया। इस वेबिनार के द्वारा दुनिया के सबसे जैव विविधता वाले समृद्ध हॉटस्पॉट में से एक का व्यापक वर्चुअल सफारी अनुभव प्रदान किया गया: मध्य प्रदेश राज्य, जिसे अतुल्य भारत के हृदय के रूप में भी जाना जाता है।

06 जून, 2020 को आयोजित किए गए ‘देखो अपना देश’ वेबिनार श्रृंखला का 29वां सत्र, सुश्री रूपिंदर बराड़, अतिरिक्त महानिदेशक, पर्यटन मंत्रालय द्वारा संचालित किया गया और उसे एक युवा वन्यजीव फिल्मकार, श्री सुयश केशरी द्वारा प्रस्तुत किया गया जो मध्य प्रदेश में जन्मे और पले-बढ़े हैं और उन्होंने वन्य जीवन पर बड़े पैमाने पर काम किया है। ‘देखो अपना देश’ वेबिनार श्रृंखला, एक भारत श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत भारत की समृद्ध विविधता को दर्शाने का एक प्रयास है।

मध्य प्रदेश प्राकृतिक वन्यजीव, इतिहास और पौराणिक कथाओं का मिश्रण रहा है। सुयश द्वारा इस मनमोहक यात्रा की शुरुआत बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान से की गई जिसे बाघों के लिए स्वर्ग के नाम से भी जाना जाता है। यह राष्ट्रीय उद्यान लगभग 32 पहाड़ियों की प्राकृतिक सुंदरता को दर्शाता है। बंधव का अर्थ होता है भाई और गढ़ का अर्थ होता है किला, जो भगवान राम की पौराणिक कथाओं के इर्द-गिर्द घूमता है, जिन्होंने अपने भाई लक्ष्मण को किला (जो कि राष्ट्रीय उद्यान के शीर्ष पर स्थित है) उपहार में दिया था और इसलिए इस राष्ट्रीय उद्यान का नाम बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान पड़ा।

बाघों के अलावा, यह राष्ट्रीय उद्यान कई अन्य अद्भुत प्रजातियों के लिए एक घर है जैसे कि तितलियां, जो अंगूठे के नाखून से छोटी होती हैं और भारतीय बाइसन जो दुनिया की सबसे बड़ी गोजातीय प्रजातियों में से एक है। हाथियों का एक समूह बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के प्राकृतिक वास से प्रभावित होकर ओडिशा से इस राष्ट्रीय उद्यान में पलायन कर गया और अक्टूबर, 2018 से वहीं पर रह रहा है।

श्री सुयश ने बाघों के संदर्भ में कुछ रोचक तथ्यों को भी स्वीकार किया जैसे कि उनके नाक के रंग से बाघ की उम्र का निर्धारण- नाक जितनी छोटी होगी, बाघ उतना ही युवा होगा। बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के अलावा, भारत के हृदय में कई अन्य स्थान हैं जो हमारे देश की जैव-विविधताओं का प्रदर्शन करते हैं जैसे कि संजय दुबरी राष्ट्रीय उद्यान, पंचमारी जीवमंडल रिजर्व, जो अपने सुंदर दृश्यों और झरनों के लिए प्रसिद्ध है। सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान, जो कि भारत का एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान है जहां पर पैदल सफारी की अनुमति प्राप्त है।

प्राकृतिक जैव विविधताओं के अलावा, मध्य प्रदेश में कई यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों का भी घर है जैसे भीमबेटका रॉक शेल्टर्स, सांची स्तूप और खाजुराहो मंदिरों का समूह जो पन्ना टाइगर रिजर्व के बगल में है। कोई भी व्यक्ति विलुप्तप्राय प्रजातियों जैसे घड़ियाल को सोन नदी और राष्ट्रीय चंबल नदी अभयारण्य में देख सकता है।

मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय उद्यानों और जैव-क्षेत्रों के आसपास रहने वाले लोगों की जीवन शैली सभी लोगों के लिए एक बड़ी सीख साबित हो सकती है क्योंकि वे वन्य जीवन और जानवरों के स्थान का सम्मान करते हैं जिससे इन प्राकृतिक आश्चर्यों और मानवता का चिरस्थायी परिवर्तन और संरक्षण भी होता है। समुदायिक भागीदारी स्थानीय लोगों की स्थानीय संस्कृति, परंपरा और स्वदेशी ज्ञान को निरंतर बनाए रखने में सहायता प्रदान करती है जो आगे चलकर स्थानीय समुदाय के पर्यावरण और संस्कृति के संरक्षण में सहायक साबित होती है।

अपने समापन संबोधन में सुश्री रुपिंदर बरार ने पर्यटन मंत्रालय के अतुल्य भारत पर्यटक सुविधा प्रमाणन कार्यक्रम के संदर्भ में बताया, जो एक स्थानीय नागरिक को बदलने के लिए एक सक्रिय नागरिक के रूप में भी कार्य करेगा, जिसमें क्षेत्रीय भाषाओं में प्रवीणता के लिए कोई विशिष्ट कौशल न हो, जो अपने घरों के लिए संभावित जीविका उपार्जक हो। इससे नागरिकों को पर्यटन उत्पादों का मालिक बनने और आगंतुकों के सामने इसका प्रदर्शन करने में भी मदद मिलेगी। पंजीकरण के लिए, कृपया https://iitf.gov.in/login/signup.php पर लॉग ऑन करें।

कोविड-19 का पर्यटन पर पड़ने वाले प्रभावों को ध्यान में रखते हुए, मध्य प्रदेश पर्यटन ने किराये वाले कारवां वाहनों की एक अवधारणा शुरू की है जिसमें बिस्तर, फ्रिज और अन्य आवश्यक वस्तुओं की सभी सुविधाएं मौजूद हैं जिससे लोगों को सामाजिक दूरी का पालन करते हुए अपनी यात्राओं के लिए होटलों में रहने की आवश्यकता न हो और वे इन वाहनों को किराए पर प्राप्त कर सकें।

राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा निर्मित, एक पेशेवर टीम के साथ सीधे तौर पर तकनीकी सहायता प्रदान करके देखो अपना देश वेबिनार के संचालन में मंत्रालय की सहायता प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, जिससे डिजिटल अनुभवी मंचों का उपयोग करके सभी हितधारकों के साथ प्रभावी नागरिक जुड़ाव और संचार को सुनिश्चित किया जा सके।

9 जून, 2020 को छत्तीसगढ़ की जनजातियों को प्रदर्शित करने वाले अगले वेबिनार के लिए तैयार रहें। अब वेबिनार के सत्र https://www.youtube.com/channel/UCbzIbBmMvtvH7d6Zo_ZEHDA/featured पर और पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार के सभी सोशल मीडिया हैंडलों पर भी उपलब्ध हैं।

9 जून को होने वाले आगामी ‘देखो अपना देश’ वेबिनार में छत्तीसगढ़ के छिपे हुए अनदेख पहलुओं का प्रदर्शन किया जाएगा। प्रतिभागी यहां पर पंजीकरण कर सकते हैं: https://bit.ly/ChhattisgarhDAD

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