26 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

संस्कृति मंत्रालय ने आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के लिए तीन अनूठी प्रतियोगिताएं शुरू कीं

देश-विदेश

‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ प्रगतिशील भारत के 75 वर्ष और इसके लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को का जश्‍न मनाने के लिए भारत सरकार की एक पहल है। यह महोत्सव भारत के उन लोगों को समर्पित है, जिन्होंने न केवल भारत को उसकी यात्रा में, बल्कि भारत को सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

इस पहल की घोषणा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 24 अक्टूबर, 2021 को मन की बात कार्यक्रम में आजादी का अमृत महोत्सव के एक भाग के रूप में की थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि अमृत महोत्सव कला, संस्कृति, गीत और संगीत के रंगों से भरा होना चाहिए। निम्नलिखित तीन गतिविधियां शुरू की गई हैं जिनमें व्यापक जनभागीदारी होगी:

  1. देशभक्ति गीत लेखन
  2. लोरी लेखन
  3. रंगोली बनाना

संस्कृति मंत्रालय तहसील/तालुक स्तर से राष्ट्रीय स्तर तक उपरोक्त तीनों गतिविधियों के लिए सभी के लिए #यूनिटी क्रिएटिविटी के रूप में एक राष्ट्रव्यापी प्रतियोगिता आयोजित कर रहा है। भागीदारी के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ (एकेएएम) की वेबसाइट amritmahotsav.nic.in पर उपलब्ध हैं। इस पहल का उद्देश्य भागीदारी को प्रोत्साहित करना है ताकि वास्तविक ‘जन भागीदारी’ सुनिश्चित की जा सके।

इन प्रतियोगिताओं को भारत रत्न लता मंगेशकरजी ने देशभक्ति गीत प्रतियोगिता के लिए, ऑस्कर विजेता ए. आर. रहमान ने लोरी लेखन प्रतियोगिता के लिए और पद्म श्री सुदर्शन पटनायक ने रंगोली बनाने की प्रतियोगिता के लिए डिजिटल रूप से जनता के लिए पेश किया। गृह मंत्रालय, संस्कृति मंत्री, पीआईबी, एआईआर, डीडी, बीओसी सहित सूचना और प्रसारण मंत्रालय की विभिन्न मीडिया इकाइयां; माइ गव, विभिन्न माननीय मंत्रियों और मंत्रालयों के साथ-साथ नागरिकों ने इसके बारे में जानकारी दी है।

यह प्रतियोगिता कुछ महीनों तक चलेगी और विजेताओं को शानदार इनाम दिए जाएंगे। पूर्वोत्‍तर क्षेत्र के संस्कृति, पर्यटन और विकास मंत्री (डोनर), श्री जी किशन रेड्डी ने लोगों को बड़ी संख्या में भाग लेने का आह्वान करते हुए इसके बारे में पोस्ट किया।

मंत्री का कहना है कि प्रधानमंत्री ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा है कि आजादी का अमृत महोत्सव के माध्यम से हमारी आजादी का 75वां वर्ष जन आंदोलन बने। संस्कृति मंत्रालय इस तरह के कार्यक्रमों की पहचान के लिए विभिन्न मंत्रालयों के साथ काम कर रहा है और इस अवसर पर इसे एक उत्सव बनाने के लिए जमीनी स्तर पर समुदायों के साथ काम कर रहा है।

Related posts

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More