मुजफ्फर नगर: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रामपुर तिराहा मुजफ्फरनगर स्थित शहीद स्मारक में उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन के शहीद आंदोलनकारियों को श्रद्वांजलि दी। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि महात्मा गांधी जी के जन्म दिवस पर यह अशुभ अवसर आया था। गांधी जी सदैव अहिंसा व मानवता के लिये लड़ते रहें। लेकिन इसी दिन हमें हिंसा व बर्बरता का शिकार होना पड़ा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि यह घटना संदेश देती है कि शासकीय बर्बरता अनुचित होती है। आज उत्तराखण्ड प्रगति कर रहा है। देश में उत्तराखण्ड राज्य आपदा के बाद तेजी से विकास कर रहे 6 चुने राज्यों में आ चुका है। राज्य की वार्षिक कृषि विकास दर 5.5 प्रतिशत की है, यह सुकून की बात है। उन्होंने कहा कि देश में कानून, संविधान सर्वोच्च है। इसके अधीन मुजफ्फरनगर के दोषियों को सजा मिलेगी। एडवोकेट जनरल से पूरी विधिक सहायता ली जा रही है। यह अपराध एक व्यक्ति के विरूद्ध नही बल्कि पूरी मानवता के विरूद्ध था। उन्होंने कहा कि यहां के आस-पास के लोग जिन्होंने पीड़ितों को भोजन, पानी आदि दिया उन्होंने मानवता की मिशाल पेश की है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य को राज्य आंदोलनकारियों के सतत सहयोग की आवश्यकता है। हमारी लड़ाई पिछड़ापन, गरीबी, सामाजिक कुरीतियों के विरूद्ध है। इसमें सभी वर्गों के सहयोग की आवश्यकता है। 10 प्रतिशत क्षेतिज आरक्षण के लिए राज्य सरकार हर सम्भव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि चिन्ह्ति आंदोलनकारियों को निर्धारित पेंशन मिलने लग गयी है। उन्होंने कहा कि छूटे हुए आंदोलनकारियों को एक प्रक्रिया से शामिल किया जायेगा। देहरादून के शहीद स्थल पर शहीदों की मूर्तिया लगाई जायेगी। खटीमा राज्य आंदोलनकारियों का प्रमुख महत्वपूर्ण स्थल है, यहां मसूरी-देहरादून की तर्ज पर स्मारक बनाया जायेगा। पाक आतंकवाद को जिस प्रकार से पनाह दे रहा है, उन्होंने इसकी निंदा की। उन्होंने कहा कि आतंकवाद कैम्प जब हमारी भारतीय सेना ने नष्ट किया, तब पूरा देश एक साथ खड़ा हो गया। देश के लिए कुर्बान होने वाले शहीदों को भी मुख्यमंत्री श्री रावत ने श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि 1947 से आज तक देश की एकता व अखण्डता की रक्षा करने वाले सैनिक दुश्मनों का मुंहतोड़ जवाब देंगे।
इस अवसर पर राज्य आंदोलनकारी कार्यकारी सम्मान परिषद के अध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप ने अमर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि जब तक मुजफ्फरनगर के दोषियों को सजा नही मिल जाती, तब तक उत्तराखण्ड सरकार दोषियों को सजा दिलाने के लिए कटिबद्ध है।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, उपाध्यक्ष जिला पंचायत हरिद्वार राव अफ्फाक, पंडित महावीर शर्मा, निदेशक संस्कृति बीना भट्ट सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
इससे पूर्व देहरादून में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शहीद स्मारक कलैक्ट्रेट परिसर में पहुंचकर शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राज्य आन्दोलनकारियों की मांगों पर सकारात्मक पहल करेगी।