बेंगलूरू: ब्रिटेन में हुए आम चुनाव के बाद नए ब्रिटिश संसद के निचले सदन हाउस ऑफ कॉमंस में दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद ऋषि सुनक (34) ने जीत दर्ज की है। कंजरवेटिव पार्टी के ऋषि सुनक यार्कशायर के रिचमंड से जीत दर्ज कर पहली बार संसद पहुंचे हैं।
सुनक की जीत पर प्रत्यक्ष रूप से काफी खुश नजर आ रहे नारायण मूर्ति ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि सुनक को बड़ी जिम्मेदारी मिली है मगर उनकी योग्यता पर उन्हें पूरा भरोसा है। वे एक सांसद के रूप में अच्छा काम करेंगे। मूर्ति ने कहा कि “मैं बहुत खुश हूं कि ऋषि ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की। ऋषि और अक्षता ने कठिन परिश्रम किया। यार्कशायर के रिचमंड संसदीय क्षेत्र की सड़क पर उतरे और अपनी प्रतिभा, क्षेत्र के लिए अपनी योजनाएं और दृष्टिकोण से जनता को अवगत कराया। मूर्ति ने कहा कि सुनक विलियम हेग जैसी हस्ती की जगह लेंगे इसलिए उनपर बड़ी जिम्मेदारी होगी। दरअसल, रिचमंड सीट का प्रतिनिधित्व पिछले 26 साल से पूर्व विदेश मंत्री विलियम हेग ने किया है। उन्होंने पिछले साल जुलाई में अपने पद से इस्तीफा दिया और आगे चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया। यह सीट कंजरवेटिव पार्टी के सबसे सुरक्षित सीटों में से है।
गौरतलब है कि सुनक की शादी मूर्ति की बेटी अक्षता से हुई है। दोनों की मुलाकात उस वक्त हुई थी जब वे दोनों स्टैनफोर्ड ग्रैजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए कर रहे थे। दोनों की शादी अगस्त, 2009 में बेंगलूरू में हुई थी। ब्रिटेन से पहले वे दोनों अमरीका में रहते थे। हैम्पशायर में जन्मे सुनक के पिता राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा में डॉक्टर थे और उनकी मां स्थानीय स्तर पर दवा की दुकान चलाती थीं।
सूत्रों के अनुसार ने सुनक दूसरी पीढ़ी के ब्रिटिश भारतीय हैं। हालांकि, उनके माता-पिता अफ्रीका में पैदा हुए लेकिन उन्होंने ब्रिटेन में काम किया जहां सुनक पैदा हुए और पले बढ़े। मूर्ति परिवार के निवेश कार्यालय कैटमैरन वेंचर्स में सुनक और उनकी पत्नी भी एक निदेशक हैं। कपड़े डिजाइन करने वाली कंपनी के मालिक सुनक और अक्षता के दो बच्चे भी हैं।
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