34 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

भारतीय सेना ने महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में बाढ़ राहत कार्य तेज किए

देश-विदेश

नई दिल्ली: भारतीय सेना ने महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में अपने बचाव और राहत कार्य तेज कर दिए हैं। केरल में राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए भारतीय सेना की 13 एक्स इंजीनियर टीम को हवाई मार्ग द्वारा केरल पहुंचाया गया है। अतिरिक्त इंजीनियर टीमों को भी तैयार रहने के लिए कहा गया है। महाराष्ट्र और केरल में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाये गये लोगों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए 20 एक्स मेडिकल टीम को प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया गया है। चार प्रभावित राज्यों के 17 जिलों में बाढ़ राहत और बचाव कार्यों के लिए 3000 से अधिक सैन्य कर्मियों को तैनात किया गया है।

लेफ्टिनेंट जनरल एस.के. सैनी, अति विशिष्ट सेवा मेडल, युद्ध सेवा मेडल, विशिष्ट सेवा, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, दक्षिणी कमान ने महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की।

 अबतक लगभग 10,000 लोगों को बचाया गया है और 17,500 से अधिक व्यक्तियों को बाढ़ वाले क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इन व्यक्तियों को आवश्यक चिकित्सा सहायता और भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है, जबकि अन्य जगहों पर फंसे लोगों को भोजन के पैकेट और पानी वितरित किए जा रहे हैं। महाराष्ट्र के लोगों की सहायता के लिए एक विशेष हेल्पलाइन नंबर -020 26357444 कार्यरत है। इसी तरह केरल के लोगों की सहायता के लिए त्रिवेद्रम में विशेष हेल्पलाइन नंबर -0471-2352373 और 2353030 कार्यरत हैं।

10 अगस्त 2019 तक, कुल 09 राहत टीमें और 12 इंजीनियर टीमें महाराष्ट्र के कोल्हापुर और सांगली के बाढ़ प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान कर रही हैं, जबकि 33 राहत टीमें और 37 इंजीनियर टीमें कर्नाटक के बागलकोट, रायचूर, बेलगाम, कलबुर्गी और कोडागु जिले में बाढ़ राहत प्रदान कर रही हैं। केरल में 24 राहत टीमें और 21 इंजीनियर टीमें अलेप्पी, एर्नाकुलम, पत्तनमतिट्टा, इडुक्की, मलप्पुरम, वायनाड, कन्नूर और कोझीकोडु जिलों में बाढ़ राहत के लिए कार्यरत हैं, जबकि तमिलनाडु के नीलगिरि जिले में 06 राहत टीमें तैनात की गई हैं।

Related posts

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More