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दोनों प्रदेश मिलकर पर्यटन के क्षेत्र में काम करेंगे तो निश्चय ही इसका लाभ दोनों प्रदेशों को मिलेगा- जयवीर सिंह

उत्तर प्रदेश

लखनऊ: मध्य प्रदेश की पर्यटन, संस्कृति, धर्मन्यास तथा धर्मस्व मंत्री सुश्री ऊषा ठाकुर एवं उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने आज लखनऊ में मध्य प्रदेश टूरिज्म विभाग के मार्केटिंग ऑफिस का उदघाटन किया। इस अवसर पर सुश्री ऊषा ठाकुर ने कहा कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ मंे मध्य प्रदेश टूरिज्म विभाग का ऑफिस खुलना एक सुखद अनुभव है। मध्य प्रदेश देश का हृदय है जबकि उत्तर प्रदेश राष्ट्र की आत्मा। दोनों ही प्रदेश सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, भौगोलिक, भाषा, वेशभूषा, खान-पान एवं रहन-सहन के दृष्टिकोण से दो सगे भाईयों जैसे हैं। दोनों ही प्रदेशों में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। एक राष्ट्र श्रेष्ठ भारत के तहत पर्यटन को बढ़ावा देकर नागरिकों के मध्य प्रगाढ़ता को और अधिक बढ़ाया जा सकता है। नवाचार की दृष्टि से दोनों ही प्रदेश महत्वपूर्ण हैं।
सुश्री ऊषा ठाकुर ने कहा कि मध्य प्रदेश में महाकाल, ओंकारेश्वर, दतिया शक्तिपीठ के साथ-साथ टाइगर प्रदेश, घड़ियाल प्रदेश के रूप में प्रसिद्ध है एवं यहां पर बड़ी संख्या में प्राकृतिक स्थल भी मौजूद हैं। जहां पर लोग पर्यटन की दृष्टि से आ सकते हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश के लोगों से मध्य प्रदेश आने और पर्यटन का लुफ्त उठाने आ आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि ओरछा में एक तरफ जहां राजा राम के दर्शन वहीं चित्रकूट में वनवासी राम के दर्शन किये जा सकते हैं। चित्रकूट में भगवान राम ने माता सीता एवं छोटे भाई लक्ष्मण के साथ वास किया था। उन्होंने कहा कि यदि ऐसे स्थलों को दोनों प्रदेश एक सर्किट के रूप में विकसित करें तो लोगों के पर्यटन की दृष्टि से यह काफी महत्वपूर्ण सिद्ध होगा। साथ ही लोग भारतीय संस्कृति एवं समृद्धता से रूबरू होंगे। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के 243 स्कूलों का नाम भारतीय क्रान्तिकारियों के नाम पर कर दिया गया है। जिसका उद्देश्य है कि लोग इनके बलिदानांे को याद कर सकें और आत्मसात कर सकें।
इस अवसर पर श्री जयवीर सिंह ने मध्य प्रदेश के पर्यटन मंत्री एवं अधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि लखनऊ की धरती पर कार्यालय खोलने से दोनों ही प्रदेशों में पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ ही दोनों प्रदेशों में आत्मियता भी बढ़ेगी और सांस्कृतिक एवं पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश की कल्चरल एवं स्प्रीचुएल समृद्धता पर्यटन के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं। जल्द ही उत्तर प्रदेश सरकार भी मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अपना मार्केटिंग कार्यालय स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि यूपी में काशी है तो भोपाल में उज्जैन का महाकाल मंदिर। साथ ही बहुत सी प्राकृतिक स्थल दोनों ही प्रदेशों को समृद्ध करते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार अपने यहां पर्यटन की दृष्टि से इको टूरिज्म पर कार्य कर रही है एवं रामायण सर्किट, बौद्ध सर्किट के विकास पर भी काम चल रहा है। इसके अलावा पुराने किलों/गढ़ियों को भी पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आर्थिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, आध्यात्मिक सभी क्षेत्रों में बढ़ोत्तरी की अपार सम्भावनाएं मौजूद हैं। दोनों प्रदेश मिलकर पर्यटन के क्षेत्र में काम करेंगे तो निश्चय ही इसका लाभ दोनों प्रदेशों को मिलेगा।
मध्य प्रदेश के टूरिज्म विभाग उपाध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि लखनऊ में मध्य प्रदेश टूरिज्म मार्केटिंग कार्यालय खुलने से दोनों प्रदेश के बीच की दूरियां और कम होंगी। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में उत्तर प्रदेश के वासियों का स्वागत एवं सत्कार किया जायेगा। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार को इस कार्यालय खोलने में सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।
मध्य प्रदेश टूरिज्म विभाग के प्रमुख सचिव श्री शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि दोनों ही प्रदेश विविध रूपों में आपस में ऐसे जुड़े हैं कि दोनों में भेद करना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि मार्केटिंग कार्यालय के माध्यम से एक-दूसरे की अच्छाइयां हम लोगों तक पहुंचायेंगे। मध्य प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। जैसे सांची स्तूप, भीम पेटिका, नेशनल पार्क, टाइगर, घड़ियाल स्टेट के रूप में पहचान इत्यादि। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में बहुत से एडवेंचरस स्थल भी हैं जिसका लुत्फ उठाया जा सकता है। कार्यालय की स्थापना का मुख्य उद्देश्य पर्यटकों से सम्पर्क एवं समन्वय स्थापित करना है। चित्रकूट स्थल दोनों प्रदेशों का संयोजक स्थल है। पर्यटकों को ऐतिहासिक स्थल देखने के साथ-साथ प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक स्थल भी देखने को भरपूर मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस कार्यालय के माध्यम से सूचनाएं देना, लोगों की मदद करना, बुकिंग में सहायता देना इत्यादि काम किये जाएंगे। जिसका लाभ दोनों  प्रदेश के लोगों को मिलेगा।
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव श्री मुकेश मेश्राम ने कहा कि दोनों ही प्रदेशों के मध्य कैसे सांझेदारी बढ़े इसके लिए हम प्रयासरत हैं। इसके लिए हम सर्किट का निर्माण कर सकते हैं जो पर्यटन के लिहाज से बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि जब भी टूरिस्ट कहीं जाते हैं तो वहां की भौगोलिका विशेषता के साथ-साथ वहां की कल्चरल भाषायी, रहन-सहन से रूबरू होते हैं और उसे आत्मसात कर वापस लौटते हैं और अपने लोगों के बीच में उसको सुनाते हैं। इस तरह से टूरिस्ट एक ब्रांड अम्बेस्डर की भूमिका निभाता है।
इस अवसर पर मध्य प्रदेश टूरिज्म विभाग के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, उत्तर प्रदेश टूरिज्म विभाग के एमडी श्री अवनीश पाण्डेय सहित दोनों ही प्रदेशों के विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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