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कोविड-19 महामारी के दौरान हार्टफुलनेस ध्यान अकेलापन और नींद में सुधार करता है

उत्तराखंड

देहरादून:– कोविड-19 महामारी के दौरान अभूतपूर्व काम के दबाव और सामाजिक अलगाव के कारण स्वास्थ्य सेवा के पेशेवर लोगों के लिए अकेलेपन और नींद की समस्याओं को और खराब कर सकते हैं। लेकिन एक नवीनतम अध्ययन ने यह प्रदर्शित किया है कि हार्टफुलनेस ध्यान से अकेलेपन और नींद में सुधार करने में सहायता मिली है। वेलस्पैन हॉस्पिटल, डिपार्टमेंट ऑफ इंटरनल मेडिसिन, यार्क, पीएय के  जयराम थिम्मापुरम, रॉबर्ट पार्गामेंट, थियोडोर बेल, और होली शुर्क तथा हार्वर्ड मेडिकल स्कूल, डिपार्टमेंट ऑफ ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन, बॉस्टन, एम ए की दिव्या के मधुसूदन ने यह अध्ययन किया था।

अध्ययन पर टिप्पणी करते हुए, डॉ जयराम थिमापुरम एकेडमिक हॉस्पिटलिस्ट, इंटरनल मेडिसिन, वेलस्पैन यार्क हॉस्पिटल, यार्क, यू एस ए, ने कहा “अमेरिका में कोविड-19 महामारी के दौरान चिकित्सकों और अग्रणी सेवा प्रदाताओं के बीच अकेलेपन और नींद की समस्याओं का आकलन करने के लिए यह अध्ययन इस क्षेत्र में किए गए कुछ प्रयासों में से एक है। अकेलेपन और नींद की समस्याओं के एक महत्वपूर्ण बोझ को पहचाना गया। हार्टफुलनेस ध्यान के अभ्यास के साथ नींद और अकेलेपन में सुधार नोट किया गया है”।

हार्टफुलनेस ध्यान एक सरल हृदय-आधारित ध्यान की पद्धति है जिसका लक्ष्य मन की संतुलित अवस्था को प्राप्त करना है। एक पहले का अध्ययन जो कि रेजीडेंट चिकित्सकों, नर्सेज और फैकल्टी चिकित्सकों पर हार्टफुलनेस ध्यान के अभ्यास के लाभों का आकलन करने के लिए किया गया था, इसने बर्नआउट और भावनात्मक कल्याण में सुधार और इसके साथ ही आबादी के युवा उपसमूह में टेलोमेयर लम्बाई में वृद्धि को प्रदर्शित किया। पुराने अनिद्रा के रोगियों के लिए भी यह अभ्यास अनुकूल परिणामों के साथ सम्बद्ध रहा।

इस अध्ययन का उद्देश्य यह जाँच करना था कि क्या एक संक्षिप्त, हृदय-आधारित ध्यान का कार्यक्रम ऑडियो रिलैक्सेशन तकनीकों के जरिए एक हार्टफुलनेस ट्रेनर के माध्यम से चिकित्सकों और अग्रणी सेवा प्रदाताओं में नींद तथा अकेलेपन के बोध में सुधार करते हुए मापने योग्य परिवर्तनों की ओर अग्रसर किया?

कुल 1,535 योग्य प्रतिभागियों जिनका सर्वे किया गया था, इनमें से 155 अध्ययन के लिए नामांकित हुए। सैम्पल के आकार का निर्धारण सुविधाजनक सैम्पलिंग के द्वारा किया गया था। प्रतिभागियों को यादृच्छिक ढंग से हस्तक्षेप अथवा नियंत्रण ग्रुप को सौंपा गया था। यह एक पूर्व अध्ययन पर आधारित था जिसे इसी संगठन के चिकित्सकों और अग्रणी सेवा प्रदाताओं के लिए संचालित किया गया था। यादृच्छिक चयन से पहले सभी प्रतिभागियों को युसीएलए अकेलापन और पीएसक्यूआई सर्वे फार्म भरने का अनुरोध किया गया। कंप्यूटर द्वारा यादृच्छिक चयन के आधार पर प्रतिभागियों को चुना जाना था। अध्ययन काल के दौरान कोई और हस्तक्षेप नहीं किया गया था।

अध्ययन से सम्बंधित किसी भी प्रश्न के लिए पूरे अध्ययन के दौरान एक हार्टफुलनेस ट्रेनर उपलब्ध थे, हस्तक्षेप वर्चुअल था जिससे अध्ययन अवधि के दौरान प्रतिभागियों के बीच कोई शारीरिक सम्पर्क नहीं हो सकता था।

हार्टफुलनेस ध्यान ग्रुप के सभी प्रतिभागियों को अध्ययन के पहलुओं और ध्यान के मसविदे पर एक अनुस्थापन सत्र के लिए आमंत्रित किया गया। प्रतिभागियों ने ध्यान सत्रों के दौरान अपेक्षाओं के बारे में संक्षेप में बताया।

155 नामांकित प्रतिभागियों में से, तकरीबन 100 ने अध्ययन पूरा किया, और उच्च आकर्षण मूल्य का प्रदर्शन किया। हार्टफुलनेस ग्रुप का आकर्षण मूल्य नियंत्रण ग्रुप की तुलना में अधिक था। हार्टफुलनेस ग्रुप के 60-63 प्रतिशत लोगों ने हस्तक्षेप के पूर्व तथा हस्तक्षेप के बाद, दोनों सर्वे पूरे किए जबकि नियंत्रण ग्रुप के 80-86 प्रतिशत प्रतिभागियों ने पूरा किया।

अध्ययन में यह तथ्य प्रमुखता से आया है कि कोविड-19 के दौरान चिकित्सकों और अग्रणी सेवा प्रदाताओं के बीच अकेलेपन का बोझ और नींद की समस्याओं में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है। हर दो में से एक प्रतिभागी अकेलापन महसूस करता था और हर दस में से नौ व्यक्ति को नींद की समस्याएं थीं। रोचक ढंग से, युवा प्रतिभागियों में जो 30 वर्ष या उससे भी कम थे, उनमें अकेलेपन और नींद की समस्याएं अधिक थीं।

आगे, 2018 में किए गए अध्ययन से तुलना करने पर जिसमें कि 3 बिंदु की प्रश्नावली का प्रयोग किया गया था। इसमें यह प्रदर्शित किया गया था कि चिकित्सकों में अकेलेपन का प्रसार 43 प्रतिशत था, वर्तमान अध्ययन चिकित्सकों में उच्च प्रसार प्रदर्शित करता है जो 47.8 प्रतिशत है। हालांकि इनमें से किसी भी परिणाम के लिए कोविड-19 महामारी को कारण बताना मुश्किल है, अकेलेपन के प्रसार में वृद्धि गौर करने लायक थी।

हार्टफुलनेस हस्तक्षेप ग्रुप ने नियंत्रण ग्रुप की तुलना में नींद की गुणवत्ता और अकेलेपन के बोध में बड़े सुधार वाले परिणाम दिए। इस अध्ययन के जाँच-परिणाम दूसरे अध्ययनों के निष्कर्ष के संगत में हैं, जैसे माइंडफुलनेस- आधारित तनाव में कमी कार्यक्रम और अकेलेपन तथा नींद के लिए दूसरे ध्यान के अभ्यासों ने भी अनुकूल परिणाम प्रदर्शित किए हैं।

यह अध्ययन हार्टफुलनेस अभ्यास के लाभों का समर्थन करते हुए साहित्य को समृद्ध करता है और जैसा कि पिछले कुछ अध्ययनों में हार्टफुलनेस ध्यान का उपयोग करके यह पाया गया है कि हृदय दर में उतार चढ़ाव, वयस्कों में इलेक्ट्रोइंसेफेलोग्राफी में बदलाव नोट किया गया और स्कूल जाने वाले बच्चों के भावनात्मक कल्याण में सुधार पाया गया।

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