जौलीग्राण्ट: टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के सामाजिक एवं पर्यावरण केन्द्र, जौलीग्राण्ट में टिहरी बांध प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीण किसानों को चारा उत्पादन की नई तकनीकी उपलब्ध करवाने हेतु हाइड्रोपोनिक सिस्टम का उद्घाटन आज 11.10.2018 को निदेशक (तकनीकी) श्री एच.एल. अरोड़ा द्वारा किया गया। निदेशक (तकनीकी) ने अवगत कराया कि यह तकनीकी कृषकों को 365 दिन चारा मुहैया करवाने में सक्षम होगा जिसका लाभ कृषकों को सतत रूप से मिलेगा। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से टिहरी बांध पुनर्वास क्षेत्र एवं आस-पास के कृषकों को नई तकनीकी के ज्ञान हेतु प्रशिक्षण भी प्रदान किया जायेगा। यह तकनीकी उत्तराखण्ड में पहली बार सामाजिक एवं पर्यावरण केन्द्र जौलीग्रान्ट में सेवा-टीएचडीसी द्वारा स्थापित किया गया है। इस कार्यक्रम में उपस्थित श्री एच.एल. भारज, अधिशासी निदेशक (सामा. एवं पर्या.) एवं श्री शैलेन्द्र सिंह, महाप्रबन्धक (सामा. एवं पर्या.) द्वारा भी उपस्थित कृषकों एवं महिलाओं को सम्बोधित किया गया।
इस कार्यक्रम में उत्तराखण्ड सरकार के श्री डी.के. तिवारी, जिला उद्यान अधिकारी, टिहरी ने उपस्थित कृषकों एवं महिला समूहों को सरकारी योजनाओं से अवगत कराया। तत्पश्चात कार्यदायी संस्था के श्री विक्रांत चढ्ढ़ा ने भी हाइड्रोपोनिक सिस्टम के बारे में तकनीकी जानकारी दी। कार्यक्रम के समापन पर महिलाओं एवं कृषकों को नींबू, आंवला एवं नीम आदि के पौधे वितरित किये गये। कार्यक्रम में श्री जे.पी. तिवारी, मुख्य कृषि अधिकारी, टिहरी एवं सुश्री सुनीता व्यास आदि उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि आज ही के दिन कोटेश्वर बांध परियोजना के कोट गांव एवं पयाल गांव से आये कृषिकों के समूह को निदेशक तकनीकी द्वारा फार्म मशीनरी बैंक के अन्तर्गत पावर टिलर, थ्रेशर, सीड ड्रिलर, वीडर, शैफ कटर एवं स्प्रै मशीन इत्यादि सामग्री वितरित किये गये। फार्म मशीनरी बैक की कुल लागत रूपये 5.0 लाख है जिसमें कृषि विभाग द्वारा 4.00 लाख एवं सेवा-टीएचडीसी द्वारा रूपये 1.00 लाख का अनुदान दिया जा रहा है। कार्यक्रम में कोटेश्वर बांध परियोजना के प्रभावित कृषकों को प्रमाण- पत्र भी प्रदान किये गये। इस अवसर पर मुख्य कृषि अधिकारी श्री जे.पी. तिवारी एवं उनके अधीनस्थ कर्मचारी तथा टीएचडीसी के श्री राजेश्वर गिरि उपमहाप्रबंधक, श्री सुनील साह वरिष्ठ प्रबंधक, श्री रामलाल वरिष्ठ अधिकारी, श्री ओमबीर सिंह एवं श्री सी.पी.भद्री अधिकारी उपस्थित थे तथा पुनर्वास क्षेत्र अठूरवाला भानियावाल से श्रीमती पुष्पा नेगी एवं अन्य सामाजिक कार्यकर्ता तथा हाइडोपोनिक तकनीकी के प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे।