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उत्तर प्रदेश को सीड हब के रूप में विकसित करना सरकार की प्राथमिकता: सूर्य प्रताप शाही

उत्तर प्रदेश

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री, श्री सूर्य प्रताप शाही ने बीज उत्पादन एवं जैविक खेती को बढ़ावा देने हेतु आज राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्तर्गत उ0प्र0 बीज प्रमाणीकरण संस्थान में निर्मित बीज प्रमाणीकरण प्रयोगशाला एवं जैविक प्रमाणीकरण भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्तर्गत बीज प्रमाणीकरण प्रयोगशाला के निर्माण हेतु 99.52 लाख रूपये तथा जैविक प्रमाणीकरण भवन के निर्माण हेतु 47.02 लाख रूपये की धनराशि व्यय की गई है। उन्होंने कहा कि अच्छा एवं उन्नत किस्म का बीज तैयार करने में इस संस्थान का महत्वपूर्ण योगदान होगा। साथ ही इस संस्थान के माध्यम से किसान आॅनलाईन अपने बीजों की प्रमाणिकता की जानकारी स्वयं प्राप्त कर सकेंगे।

कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों को सही एवं उन्नत किस्म का बीज उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है और विगत दो वर्षों के कार्यकाल में हमारी सरकार का प्रयास रहा है कि किसानों को उच्च गुणवत्ता का बीज मुहैया हो सके। उन्होंने कहा कि इस दिशा में पहल करते हुये हमने बीज उत्पादक किसानों के खातों में इलेक्ट्राॅनिक ट्रांसफर के माध्यम से भुगतान सुनिश्चित किया, जिसका नतीजा रहा कि नकली एवं घटिया किस्म का 5 लाख कुंतल बीज बाजार से बाहर हो गया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ने विगत 02 वर्षों में कृषि क्षेत्र में काफी तरक्की की है। श्री शाही ने कहा कि उत्तर प्रदेश जो पहले अन्य प्रदेशों से बीज आयात करता था, अब झारखण्ड एवं तेलंगाना जैसे राज्यों को बीज निर्यात कर रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को सीड हब के रूप में विकसित करना सरकार की प्राथमिकता है।

श्री शाही ने इस अवसर पर जैविक खेती पर प्रकाश डालते हुये कहा कि निःसंदेह जैविक खेती के माध्यम से किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं। चूँकि जैविक खेती में कम लागत आती है और उत्पादन अधिक होता है। इससे किसान को कम लागत में अधिक उत्पादन का अधिक मूल्य प्राप्त होता है। उन्होंने बताया कि जैविक खेती को बढ़ावा देने हेतु प्रदेश के अन्दर 25 जनपदों में 575 क्लस्टर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि काफी कम समय में उत्तर प्रदेश द्वारा 85 लाख किसानों के खातों में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की प्रथम किश्त ट्रांसफर की जा चुकी है और आज कुल 1 करोड़ किसानों को 2000 रूपये की धनराशि ट्रांसफर कर उत्तर प्रदेश एक नया विश्व कीर्तिमान स्थापित करने जा रहा है। इस अवसर पर कृषि मंत्री द्वारा अधिसूचित प्रजातियों की पुस्तिका का भी विमोचन किया गया।

कृषि राज्यमंत्री, श्री रणवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि अधिक आय प्राप्त करने एवं अपेक्षाकृत अधिक लाभ कमाने के लिये किसानों को जैविक खेती का मार्ग अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि जैविक खेती से कम लागत में अधिक उत्पादन संभव है। इससे जहां एक ओर कृषि भूमि का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा, वहीं दूसरी ओर उच्च गुणवत्तायुक्त उत्पाद भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ऐसा पहला राज्य है, जहां बीज के बोरों पर QR टैगिंग की जा रही है, जिससे यह पता चल सकेगा कि इस बीज का वास्तविक उत्पादन कहां और किसके द्वारा किया गया है।

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