लखनऊ: उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि ‘एक जनपद-एक उत्पाद’ कार्यक्रम के सम्यक् क्रियान्वयन तथा राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में उपलब्ध अवसरों का लाभ प्रदेश के हस्तशिल्पियों, बुनकरों, कारीगरों एवं उद्यमियों को पहुंचाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध एवं निरन्तर प्रयत्नशील है। श्री खन्ना आज इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में पर्यटन एवं शिल्प पर आयोजित तकनीकी सत्र के दूसरे सेशन में मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे।
सत्र को सम्बोधित करते हुए श्री खन्ना ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने 20 जनवरी, 2018 को एक जनपद-एक उत्पाद की घोषणा की थी, आज का आयोजन उसी को मूर्त रूप देने के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में कोई न कोई चीज विशेष रूप से प्रसिद्ध है, लेकिन उन लोगों को ब्रान्डिग, पैकेजिंग और मार्केटिंग का अनुभव नहीं होता है, इसलिए वे अपने उत्पादों का बेहतर लाभ नहीं प्राप्त कर पाते हैं। हमारे यहां बेहद आवश्यक और बहुउपयोगी वस्तुएं भी मार्केटिंग के अभाव में प्रसिद्धि नहीं प्राप्त कर पाती हैं। इस सन्दर्भ में एक उदाहरण देते हुए बताया कि हवाई जहाज बनाने वाले का नाम सब जानते हैं परन्तु मार्केटिंग के अभाव में रजाई बनाने वाले का नाम कोई नहीं जानता है।
उत्पादों की पैकेजिंग के महत्व पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि सस्ते उत्पादों को भी कलाकारी के साथ निर्मित करने, बेहतर पैकेजिंग में बड़ी मार्केटिंग के साथ प्रस्तुत करने पर उत्पाद का लागत से कई गुना ज्यादा मूल्य प्राप्त किया जा सकता है। श्री खन्ना ने कहा कि इस कार्यक्रम का एक उद्देश्य यह भी है कि स्थानीय स्तर पर प्रसिद्ध उत्पादों को बेहतर मार्केटिंग के साथ बड़े बाजारों में प्रस्तुत किया जा सके।
श्री खन्ना ने कहा कि पर्यटन का क्षेत्र उत्पादन की बेहतरीन मार्केटिंग के लिए बड़ा क्षेत्र है। पर्यटकों में उत्पादों की लोकप्रियता से विश्व स्तर पर उस उत्पाद की मांग पैदा हो जाती है और उत्पाद को सहज ही बड़ा बाजार मिल जाता है।
इस सत्र में विशेषज्ञ वक्ता श्री राजन, श्री शुजा मिर्जा, श्री राशिद मिर्जा, डा0 तनवीर आलम, आर0सलवन, मुख्तारूल, आशुतोष टण्डन, सुश्री वारीजा बजाज, सुश्री रीना ढाका ने उत्पादों के बाजारीकरण लघु उद्योगों की स्थापना की कौशल विकास की जानकारियाँ देने के साथ-साथ उनमें आने वाली दिक्कतों तथा समाधान पर चर्चा की।