लखनऊ: प्रमुख सचिव श्री चंचल कुमार तिवारी ने जानकारी देते हुये बताया कि विश्व में प्रतिवर्ष लगभग 25 लाख व्यक्तियों की मृत्यु डायरिया जैसी बीमारी से हो जाती है, जिसमें लगभग 25 प्रतिशत मृत्यु केवल भारतवर्ष में होती है। भारत में अस्वच्छता एवं पीने हेतु गन्दे पानी के कारण होने वाली डायरिया जैसी बीमारियों से प्रतिदिन लगभग दो हजार व्यक्तियों की मृत्यु हो जाती है।
ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़ी परम्परागत जीवन-पद्धति प्रदूषित वातावरण का कारण बनकर अनेक प्रकार की बीमारियों के रूप में जनजीवन को प्रभावित करती है। लोगों का इन बीमारियों के इलाज पर बहुत सा धन खर्च हो जाता है। ग्रामवासी अपने घर में शौचालय बनवाकर तथा स्वच्छता अपनाकर स्वयं व अपने परिवार को बीमारियों से बचा सकते है।
ग्रामीण स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रदेश के सभी ग्रामीण परिवारों को स्वच्छ शौचालय की सुविधा से आच्छादित किया जाना हैं प्रदेश की भौगोलिक स्थिति के अनुसार विभिन्न क्षेत्रों में शौचालय के निर्माण में अलग-अलग दिक्कतें सामने आती हैं।
अतः ग्रामीण स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्राम प्रधानों, पंचायत सचिवों, राज मिस्त्री एवं प्रेरकों को व्यक्तिगत शौचालय निर्माण की विधि व प्रक्रिया से अवगत कराया जाये तथा उन्हें इस सम्बन्ध में शौचालय निर्माण का डैमों भी कराया जाये। इससे शौचालय निर्माण में प्रगति काफी तेज होगी। अतः सभी ग्रामवासी प्रेरक व अधिकारी समुदायों को प्रोत्साहित कर स्वच्छता सुविधाओं को अपनायें जिससे वर्ष 2019 तक प्रदेश के समस्त ग्रामों को खुले में शौच से मुक्त कराया जा सके।
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