नई दिल्ली: केन्द्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक लोक-शिकायत और पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने आज यहां केंद्रीय सचिवालय सेवा के सहायक अनुभाग अधिकारी (सीधी भर्ती) के लिए आयोजित फाउंडेशन ट्रेनिंग कोर्स के समापन कार्यक्रम को संबोधित किया। यह कार्यक्रम सचिवालय प्रशिक्षण एवं प्रबंधन संस्थान, कार्मिक लोक-शिकायत और पेंशन विभाग द्वारा आयोजित किया गया था।
इस अवसर पर डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि सहायक अनुभाग अधिकारी भारत सरकार की संरचना का बहुत ही महत्वपूर्ण घटक हैं। उन्होंने कहा कि वह शासन का एक अति आवश्यक उपकरण हैं। उन्होंने इस तथ्य को लेकर भी प्रसन्नता जाहिर की कि प्रशिक्षण में नागरिक-केंद्रित दृष्टिकोण भी शामिल है।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने पारदर्शिता पर जोर देते हुए कहा कि अब अधिकतम जानकारी वास्तविक समय पर उपलब्ध है और ये सब सार्वजनिक क्षेत्र में है। उन्होंने नए अधिकारियों से भ्रष्टाचार के प्रति शन्यू सहिष्णुता की नीति अपनाने को कहा। उन्होंने कहा, भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के संशोधन संसद में लंबित हैं। उन्होंने अधिकारियों से अपनी सोच का दायरा बढ़ाकर प्रशासन में सुधार लाने के लिए नवीन विचार साझा करने के लिए कहा। डॉ. जितेन्द्र सिंह ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नोटबंदी संबंधी फैसले पर कहा कि इस कदम से लंबे समय में नागरिकों को काफी लाभ होगा। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि इस फैसले के बाद अचल संपत्ति के दाम पहले ही गिर गए हैं। उन्होंने कहा कि गरीब से भी गरीब व्यक्ति और दूरदराज से भी दूरस्थ क्षेत्र सरकार की प्राथमिकताओं में हैं।