36 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

तटरक्षक बल ने 2 हजार किलोग्राम समुद्री खीरा ज़ब्त किया

देश-विदेश

तमिलनाडु के मंडपम में भारतीय तटरक्षक बल  (आईसीजी) की टीम ने तेज़ी से संचालित किए गए एक अभियान में दो टन समुद्री खीरा, जो एक प्रतिबंधित समुद्री प्रजाति है, को जब्त किया। 19 सितंबर की तड़के समुद्री खीरे के अवैध ट्रांसशिपमेंट के बारे में एक गुप्त सूचना पर काम करते हुए, आईसीजी टीम हरकत में आई और संभावित तस्करी में शामिल संदिग्ध नाव को ट्रैक किया। समुद्री मार्ग से भाग जाने की संभावना को प्रभावी ढंग से रोकने के लिए मन्नार की खाड़ी और पाक खाड़ी क्षेत्रों में आईसीजी टीमों को तैनात किया गया था।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image0017DBQ.jpg

इसके बाद नाव को मंडपम के दक्षिण में वेदालाई से लगभग 15 किलोमीटर दूर रविवार को सुबह 10.30 बजे अपने चालक दल के बिना लगा हुआ पाया गया और तटरक्षक की टीम इस पर सवार हुई। आईसीजी होवरक्राफ्ट एच-183 की बोर्डिंग टीम ने 2000 किलो वजनी समुद्री खीरे के 200 बोरे बरामद किए। जब्त समुद्री खीरे के साथ नाव को तमिलनाडु के रामेश्वरम के पास मंडपम लाया गया और वन अधिकारियों को सौंप दिया गया। जब्त समुद्री खीरे की कीमत करीब 8 करोड़ रुपये बताई जा रही है।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image002KQYT.jpg

जांच करने पर यह पता चला कि इस खेप को रात के अंधेरे के दौरान अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के पार ट्रांसशिपमेंट के लिए ले जाए जाने की योजना बनाई गई थी। चीन और दक्षिण पूर्व एशिया में समुद्री खीरे की अत्यधिक मांग है । गौरतलब है कि इससे पहले जुलाई के महीने में मंडपम में तटरक्षक ने लगभग 1200 किलोग्राम समुद्री खीरा जब्त किया था और दो लोगों को गिरफ्तार किया था।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image003B6B7.jpg

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image004WAOG.jpg

भारत में समुद्री खीरे को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची के तहत सूचीबद्ध एक लुप्तप्राय प्रजाति के रूप में माना जाता है। मुख्य रूप से इसकी तस्करी रामनाथपुरम और तूतीकोरिन जिलों से मछली पकड़ने के जहाजों में तमिलनाडु से श्रीलंका तक की जाती है।

Related posts

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More