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स्वच्छ भारत मिशन, हो हमारी प्राथमिकता

उत्तर प्रदेश
लखनऊ: प्रदेश सबसे बड़ा और ऐतिहासिक प्रदेश है। स्वच्छ भारत मिशन का लक्ष्य हासिल करना एक गम्भीर समस्या है। उ0प्र0 सरकार अपने स्तर पर अनेक प्रयास कर रही है। गांवों को विकसित करने और जनता को खुशहाल  बनाने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है, निर्मल भारत अभियान के तहत तेजी से काम हो रहा है। लेकिन इसमें और तीव्रता लाने की जरूरत है, हमें लोगों को जागरूक  करना है ताकि वे स्वयं पहल करें और सभी गांव खुले में शौच से मुक्त यानि ओ0डी0एफ0(व्क्थ्) हो सके।‘‘

पंचायतीराज मंत्री श्री कौलाश यादव स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत ‘‘समुदाय आधारित सम्पूर्ण स्वच्छता‘‘ (कम्युनिटी लेड टोटल सेनीटेशन (सी0एल0टी0एस0)) विषय पर आवास विकास परिषद के सभागार में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में बोल रहे थे। मुख्य अतिथि के रूप में अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने व्यवहार परिवर्तन पर जोर देते हुए आश्वस्त किया कि प्रदेश को खुले में शौच मुक्त करने के लिए वर्तमान सरकार कटिबद्ध है, इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए आवश्यकतानुसार जिन संसाधनों की जरूरत होगी वे प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध कराये जांएगे। उन्होंने कहा कि यह कार्य कठिन है, लेकिन दुष्कर नहीं है यदि सभी अधिकारी एकजुट होकर अपने निजी हितों से ऊपर उठकर पहल करेंगे और जनता के व्यवहार में परिवर्तन की कोशिश करेंगे तो निश्चित ही सार्थक परिणाम सामने आयेंगे। उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित अधिकारियों एवं जनपद स्तरीय जिलाधिकारियों एवं समस्त मण्डलीय उपनिदेशक तथा अन्य प्रतिभागियों से यह अपेक्षा की कि प्रदेश को खुले में शौच मुक्त करने हेतु हर सम्भव प्रयास किए जायं, जिससे 02 अक्टूबर 2019 तक प्रदेश को खुले में शौच से मुक्त  किया जा सके ।
कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में सी0एल0टी0एस0 फाउंडेशन के चेयरमैन कमलकार के साथ  डब्लू0एस0एस0सी0 के नेशनल को-आर्डिनेटर श्री विनोद  मिश्र ने स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजना के अंतर्गत निर्मित शौचालयों की उपयोगिता एवं ग्रामीण समुदाय में स्वच्छता के प्रति व्यवहार परिवर्तन पर विस्तृत चर्चा की। इस चर्चा में मूल  रूप से  सी0एल0टी0एस0 विधा पर विस्तृत जानकारी दी गई। श्री कमलकार ने  इस योजना के तहत शौचालयों का निर्माण कराने हेतु ग्रामीण समुदाय को  अपने प्रयासों से ट्रिगर करते हुए शौचालय की आवश्यता महसूस कराने पर विशेष जोर देने के लिए कहा। उन्होेंने कहा कि सी0एल0टी0एस0 का मूल मंत्र लोगों को हाइजिन बिहेवियर सिखाना है ताकि वे स्वयं पहल करें। उन्होंने उत्तर प्रदेश में एक आन्दोलन शुरू करने की बात पर जोर देते हुए लोगों को स्वच्छता से रहने की आदत  डालने के लिए कहा। डा0 कमलकार विभिन्न  देशों में सी0एल0टी0एस0 विधा से सफलता पूर्वक  परिवर्तन लाने में कामयाबी हासिल कर चुके  हैं।  उन्होंने कहा कि  शौचालय निर्माण हेतु ग्रामीण  समुदाय को सर्वप्रथम अस्वच्छता के कुप्रभाव एवं उससे होने वाली विभिन्न प्रकार  की बीमारियों के बारे में  समुदाय को समझाया जा सके तो स्वच्छता मिशन के तहत खुले में शौच से निजात पाने का रास्ता ढूंढना आसान हो जाएगा अन्यथा प्रोत्साहन राशि देकर भी यदि शौचालय निर्माण करा दिया गया और लोग अनभिज्ञ रह गए तो स्वच्छ भारत मिशन के लक्ष्य की प्राप्ति में कठिनता होगी। उनके अनुसार सर्वप्रथम ग्रामीण समुदाय को सी0एल0टी0एस0 विधा के माध्यम से जागरूक करना अनिवार्य है, ताकि निर्धारित समय में प्रदेश को खुले  में शौच से मुक्त किया जा सके।
कार्यशाला में उत्तर प्रदेश शासन में सचिव, श्री आलोक कुमार, विशेष सचिव, मुख्यमंत्री उ0प्र0, श्री अमित गुप्ता, पंचायतीराज विभाग के प्रमुख सचिव श्री चंचल कुमार तिवारी, पंचायतीराज विभाग के निदेशक श्री उदयवीर सिंह यादव के साथ ही प्रदेश के दस  जनपदों के जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, प्रदेश के समस्त जनपदों के जिला पंचायतीराज अधिकारियों, समस्त मण्डलीय उपनिदेशकों तथा अन्य जनपद के मण्डल स्तर के स्वच्छता कन्सलटेंट्स द्वारा प्रतिभाग किया गया।

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