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भारत से निरक्षरता के उन्मूलन में बच्चों की प्रधान भूमिका: प्रकाश जावड़ेकर

देश-विदेश

नई दिल्ली: बावनवें अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस को मनाने के लिये राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम आज नई दिल्ली में आयोजित किया गया । केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे । इस अवसर पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 70 वर्ष की स्वतंत्रता के बाद यह जानना अत्यंत दुःखद है कि देश में बड़ी संख्या में निरक्षर मौजूद हैं । भारत से निरक्षरता के उन्मूलन के लिये साक्षरता अभियान निश्चित रूप से देश भर में एक सामाजिक अभियान होना चाहिए । उन्होंने कहा कि सरकार नया भारत बनाने के प्रति वचनबद्ध है और नया भारत साक्षर भारत होगा । लक्ष्य की समयबद्ध प्राप्ति के लिये स्वच्छ भारत अभियान की तरह राष्ट्रीय स्तर का एक नया कार्यक्रम भी शुरु किया जाएगा ।

मंत्री महोदय ने कहा कि हमारे देश से निरक्षरता की समाप्ति में बच्चों की मुख्य भूमिका है । उन्होंने सभी छात्रों से अनुरोध किया कि वह अपने परिवार के निरक्षर सदस्यों को पढ़ाने के लिये आगे आएं ताकि वह भी पढ़ एवं लिख पाएं । उन्होंने यह भी कहा कि यदि हम आने वाले वर्षों में पूर्ण साक्षरता का लक्ष्य प्राप्त करना चाहते हैं तो हमें मिल जुलकर शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करना होगा । उन्होंने यह भी कहा कि निरक्षर लोगों के सीखने की गति में

तेज़ी लाने के लिये हमें विषयवस्तु एवं शिक्षण का सरलीकरण करना होगा ताकि वह शीघ्र सीख पाएं ।

मंत्री महोदय ने यह भी कहा कि हम शिक्षा के क्षेत्र को संपूर्ण रूप में देखते हैं इसलिये हमने हाल ही में ‘समग्र शिक्षा’ का शुभारम्भ किया जो प्राथमिक स्तर से उच्च माध्यमिक स्तर तक स्कूली शिक्षा हेतु पहली बार प्रदेशों की सहायता की एक समेकित योजना है । इस योजना के अंतर्गत “पढ़ेगा भारत बढ़ेगा भारत” को सुनिश्चित करने के लिये लगभग एक मिलियन विद्यालयों में पुस्कालयों की स्थिति में सुधार करने के लिये 5,000 रुपये से 20,000 रुपये का पुस्तकालय-अनुदान प्रदान किया जाएगा । उन्होंने आगे कहा कि समग्र शिक्षा के अंतर्गत “खेलेगा भारत, खिलेगा भारत” के सपने को साकार करने हेतु खेलों की प्रासंगिकता अपनाने एवं उस पर ज़ोर देने के लिये प्रत्येक विद्यालय को, प्राथमिक विद्यालय के लिये 5000 रुपये, उच्च प्राथमिक के लिये 10,000 रुपये एवं एसएससी एवं एचएससी स्कूलों के लिये 25,000 रुपये, के खेलकूद उपकरण मुहैया कराए जाएंगे । श्री जावड़ेकर ने कहा कि “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” के प्रति प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की वचनबद्धता को पूरा करने के लिये कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी) को कक्षा 6-8 से कक्षा 6-12 तक विस्तारित किया जाएगा ।

इस अवसर पर यूनेस्को के प्रतिनिधि द्वारा यूनेस्को के महानिदेशक का संदेश भी पढ़ा गया ।

इस दौरान विद्यालयी शिक्षा एवं साक्षरता सचिव श्रीमती रीना रे भी उपस्थित थी ।

कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के बाद देश से निरक्षरता के अभिशाप के उन्मूलन के लिये भविष्य में उठाए जाने वाले ज़रूरी कदमों की पहचान हेतु वयस्क साक्षरता के समसामयिक विषयों पर एक पैनल परिचर्चा का आयोजन भी किया गया । इसके अतिरिक्त ‘वयस्क साक्षरता को बढ़ावा देने के लिये स्वयंसेवी क्रियाकलापों की भूमिका’ विषय के अंतर्गत स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा उनके अनुभव भी साझा किये जाएंगे जैसे- ‘रोटेरी इण्डिया लिट्रेसी मिशन’ एवं ‘दिल्ली स्कूल लिट्रेसी प्रोजेक्ट’ । इस सत्र को रोटेरी इण्डिया लिट्रेसी मिशन के अध्यक्ष श्री शेखर मेहता द्वारा संचालित किया जाएगा ।

राष्ट्रीय साक्षरता अभियान प्राधिकरण, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार ने देश भर से 650 से भी अधिक आमंत्रितों/ भागीदारों को प्रवासी भारतीय केंद्र, 15-ए, रिज़ाल मार्ग, चाणक्यपुरी, नई दिल्ली-110021 में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2018 में भाग लेने के लिये आमंत्रित किया है, यह आशा रखते हुए कि निरक्षरता के उन्मूलन में वह अभियान स्तर पर साक्षरता का संदेश प्रसारित करेंगे ।

पूर्वपीठिका

पूरे विश्व में दिनांक प्रतिवर्ष 8 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है । तेहरान में सितम्बर 1965 में निरक्षरता उन्मूलन के विषय पर शिक्षा मंत्रियों के विश्व सम्मेलन में की गई अनुशंसाओं के परिणामस्वरूप अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस को मनाये जाने की शुरुआत हुई  थी । सम्मेलन ने 8 सितम्बर, सम्मेलन के उद्घाटन वाले दिन, को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के रूप में विश्व भर में मनाने की सिफारिश की ।

भारत में साक्षरता एवं विशेषकर वयस्क साक्षरता आज़ादी के बाद से ही एक राष्ट्रीय प्राथमिकता रही है । निरक्षरता की समाप्ति एवं साक्षरता प्रदान करने के विचार से भारत सरकार ने 1998 में राष्ट्रीय साक्षरता मिशन का शुभारंभ किया । तभी से भारत साक्षरता के लक्ष्य एवं उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु अपनी राष्ट्रीय वचनबद्धता साबित करने के लिये एवं निरक्षरता के उन्मूलन के लिये अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के प्रयासों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिये 8 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मना रहा है ।

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