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मुख्यमंत्री ने बरेली मण्डल के कोविड-19 प्रबन्धन कार्यों की समीक्षा की

उत्तर प्रदेश

लखनऊउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की अध्यक्षता में आज जनपद बरेली के कलेक्ट्रेट सभागार में बरेली मण्डल की कोविड-19 की मण्डलीय समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संतोष गंगवार, प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश खन्ना, सहित जनपद बरेली के जनप्रतिनिधिगण एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में बरेली मण्डल के अन्य जनपदों के जिलाधिकारी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी वर्चुअल माध्यम से सम्मिलित हुए। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने बरेली के इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर का निरीक्षण किया। उन्होंने सेण्टर को सुचारु और प्रभावी संचालन के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य में बेहतर कोविड प्रबन्धन से कोरोना की पाॅजिटिविटी दर निरन्तर कम तथा रिकवरी दर लगातार बढ़ रही है। आज इससे एक्टिव केस की संख्या में कमी रही है। उन्होंने प्रत्येक जनपद में बेहतर कोविड प्रबन्धन की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति की जीवन रक्षा की जानी है। इसके लिए मिशन मोड पर कार्य किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने बरेली मण्डल के सभी जनपदों में टेस्टिंग बढ़ाए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिए अतिरिक्त टीमों का गठन किया जाए। जनपद बरेली की जनसंख्या को देखते हुए यहां प्रतिदिन 07 से 10 हजार टेस्ट किए जाने चाहिए। इसी प्रकार, जनपद शाहजहांपुर में प्रतिदिन कम से कम 06 से 07 हजार टेस्ट किए जाएं। कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए काॅन्टैक्ट टेªसिंग बढ़ाने के निर्देश देते हुए उन्हांेंने कहा कि शत-प्रतिशत काॅन्टैक्ट टेस्टिंग की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि काॅन्टैक्ट टेªसिंग में सभी सम्बन्धित की स्क्रीनिंग करते हुए एण्टीजेन/आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट किया जाए। किसी व्यक्ति में लक्षण मिलने और एण्टीजेन/आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट रिपोर्ट के निगेटिव होने पर डिजिटल एक्स-रे आदि के माध्यम से संक्रमण की स्थिति की जांच की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मण्डल के सभी जनपदों में उपलब्ध समस्त वेण्टीलेटर और आॅक्सीजन कंसन्ट्रेटर को प्रत्येक दशा में कार्यशील रखा जाए। इनकी कार्यशीलता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यकतानुसार एनेस्थेटिक्स एवं टेक्नीशियन की तैनाती की जाए। उन्होंने इन मेडिकल उपकरणों की कार्यशीलता का विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वैक्सीन वर्तमान समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। आने वाले समय में यह रक्षा कवच सिद्ध हो सकती है। उन्होंने मण्डल के सभी जिलाधिकारियों को वैक्सीनेशन कार्य को सुचारु एवं प्रभावी ढंग से संचालित करने के निर्देश देते हुए कहा कि वैक्सीन की वेस्टेज कम करने के लिए बेहतर प्रबन्धन सुनिश्चित किया जाए। वैक्सीनेशन सेण्टर पर उन्हीं लोगों को बुलाया जाए, जिनका वैक्सीनेशन किया जाना है। इससे वेस्टेज कम होगा। साथ ही, भीड़ न होने से संक्रमण के प्रसार की आशंका भी नहीं रहेगी। उन्होंने वैक्सीनेशन के सम्बन्ध में व्यापक जागरूकता हेतु इस सम्बन्ध में प्रचार गतिविधियां संचालित किए जाने पर भी बल दिया।
मुख्यमंत्री जी ने ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण की रोकथाम के लिए विगत 05 मई, 2021 से संचालित विशेष अभियान की प्रगति के सम्बन्ध में मण्डल के सभी जिलाधिकारियों से जानकारी प्राप्त करते हुए निर्देश दिए कि अभियान की सफलता के लिए निगरानी समितियों को कार्यशील किया जाए। साथ ही, पर्याप्त संख्या में आर0आर0टी0 का गठन किया जाए। उन्होंने कहा कि लक्षणयुक्त अथवा संक्रमण के लिए संदिग्ध व्यक्ति को निगरानी समितियों द्वारा तत्काल मेडिकल किट उपलब्ध करायी जाए। निगरानी समिति द्वारा ऐसे व्यक्तियों की सूची भी बनायी जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विशेषज्ञों द्वारा किए गए आंकलन के दृष्टिगत सभी जनपदों में बेड की संख्या को दोगुना करने के प्रभावी प्रयास किए जाएं। साथ ही, बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए अभी से तैयारी की जाए। सभी जरूरतमन्दों को एम्बुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि ‘108’ सेवा की 50 से 75 प्रतिशत एम्बुलेंस को कोविड कार्य में लगाया जाए। ‘102’ सेवा की एम्बुलेंस महिलाओं एवं बच्चों के लिए रहें। उपलब्ध ए0एल0एस0 में से 50 प्रतिशत वाहन कोविड एवं शेष एम्बुलेंस वाहन अन्य गम्भीर रोगियों के लिए प्रयोग की जाए। महिलाओं व बच्चों के उपचार की व्यवस्था महिला चिकित्सालय में रहे। साथ ही, नाॅन-कोविड गम्भीर रोगियों के लिए भी डेडिकेटेड अस्पताल की व्यवस्था रहनी चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि निजी एम्बुलेंस संचालकों तथा प्राइवेट अस्पतालों द्वारा पीड़ितों का शोषण नहीं होना चाहिए। इसकी रोकथाम के लिए प्रत्येक जनपद द्वारा निजी एम्बुलेंस का किराया निर्धारित किया जाए। जिलाधिकारी द्वारा यह भी सुनिश्चित कराया जाए कि प्रत्येक प्राइवेट अस्पताल द्वारा रोगियों से स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित दर पर ही उपलब्ध करायी गयी सेवाओं का शुल्क लिया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को उपचार सुलभ होना चाहिए। सरकारी अस्पतालों में बेड उपलब्ध न होने पर प्राइवेट अस्पतालों में उपचार कराया जाए। किसी भी व्यक्ति के उपचार में धन के अभाव को बाधा नहीं बनने दिया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मण्डल के सभी जनपदों में इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर प्रभावी ढंग से कार्यशील रहें। उनके द्वारा बरेली के इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर का निरीक्षण किया गया है। यहां पर अलग-अलग टीमों को अलग-अलग कार्यों की जिम्मेदारी देकर कार्य कराया जा रहा है। ऐसी ही व्यवस्था मण्डल के सभी जनपदों में लागू की जाए। उन्होंने कहा कि रेमडेसिविर सहित सभी जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता बनी रहे। इन दवाओं का उपयोग सीनियर डाॅक्टर की देखरेख में किया जाना चाहिए। आॅक्सीजन की आपूर्ति निरन्तर बढ़ायी जा रही है। सभी अस्पतालों की मांग के अनुरूप आपूर्ति किए जाने के साथ ही, अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने व दुरुपयोग रोकने के लिए आॅक्सीजन आॅडिट भी किया जाए। उन्होंने होम आइसोलेशन के मरीजों को आॅक्सीजन आपूर्ति के लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य स्तर पर गठित टीम-9 की तर्ज पर जनपद स्तर पर भी विभिन्न अधिकारियों को विभिन्न कार्यों का विभाजन कर जिलाधिकारी द्वारा निरन्तर समीक्षा की जाए। इससे कार्यों को प्रभावी और त्वरित ढंग से सम्पादित कराया जा सकेगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा भी इसी प्रकार अलग-अलग अधिकारियों को टेलीकंसल्टेशन, प्राइवेट अस्पतालों से संवाद, मैनपावर की उपलब्धता, होम आइसोलेशन के मरीजों से संवाद, अस्पतालों में बेड की वृद्धि आदि की जिम्मेदारी देकर निरन्तर समीक्षा की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनप्रतिनिधियों से निरन्तर संवाद बनाकर कोविड प्रबन्धन के कार्यों में सहयोग लिया जाए। प्रत्येक जनपद में आॅक्सीजन कन्सन्ट्रेटर की उपलब्धता बढ़ाने व आॅक्सीजन संयंत्र की स्थापना में जनप्रतिनिधियों से संवाद कर उनकी निधि से सहायता प्राप्त की जाए। उन्होंने स्वच्छता, सैनिटाइजेशन और फाॅगिंग की कार्यवाही प्रभावी ढंग से सम्पन्न कराने के निर्देश देते हुए कहा कि यह कार्य कोविड-19 सहित अन्य वेक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम में भी उपयोगी सिद्ध होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश वापस आने वाले श्रमिकों व कामगारों की स्क्रीनिंग की जाए। आंशिक कोरोना कफ्र्यू के दौरान ठेला लगाने वालों, दैनिक श्रमिकों, रिक्शा/ई-रिक्शा चालकों, रेहड़ी/पटरी व्यवसायियों आदि के लिए कम्युनिटी किचन का संचालन प्रारम्भ कर दिया जाए। फल एवं सब्जी मण्डी आदि को खुले स्थानों पर संचालित कराया जाए। कण्टेनमेण्ट जोन के प्राविधानों को सख्ती से लागू किया जाए। इन क्षेत्रों में डोर स्टेप डिलीवरी की व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आंशिक कोरोना कफ्र्यू की व्यवस्था को सद्भावपूर्ण ढंग से लागू किया जाए। आमजन को कोविड प्रोटोकाॅल यथा मास्क, दो गज की दूरी, सैनिटाइजर के प्रयोग के लिए निरन्तर जागरूक किया जाए। प्रत्येक जनपद में विगत 24 घण्टों में आए पाॅजिटिव मामलों, रिकवरी की स्थिति, एक्टिव मामलों की संख्या, टेस्टिंग की स्थिति, होम आइसोलेशन में रोगियों की संख्या, मेडिकल किट के वितरण, वैक्सीनेशन की स्थिति आदि की समीक्षा की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि औद्योगिक गतिविधियों को कोरोना प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए संचालित कराया जाए। औद्योगिक इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क, कोविड केयर सेण्टर की व्यवस्था रहे। खाद्यान्न वितरण का कार्य तथा गेहूं क्रय की कार्यवाही सोशल डिस्टेंसिंग सहित आवश्यक सावधानी बरतते हुए सुचारु रूप से सम्पादित करायी जाए।

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