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उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाने के अभियान की 15 मई से होगी शुरूआत: ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा

उत्तर प्रदेश

लखनऊः उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री श्रीकान्त शर्मा जी की उपस्थिति में आज यहां शक्ति भवन में उ0प्र0 पावर कारपोरेशन लि0 (यूपीपीसीएल) एवं एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लि0 (ईईएसएल) के बीच प्रदेश में 40 लाख स्मार्ट मीटर लगाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षरित किया गया। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि आज 40 लाख स्मार्ट मीटर लगाने के लिए यूपीपीसीएल एवं ईईएसएल के बीच जो एमओयू हस्ताक्षरित किया गया, उससे प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के डिजिटल इण्डिया के सपने को साकार करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस स्मार्ट मीटर को पहले उन क्षेत्रों में लगाया जायेगा, जहां सबसे ज्यादा बिजली चोरी हो रही है। उ0प्र0 सरकार का जो सबको बिजली, पर्याप्त बिजली एवं निर्वाध बिजली आपूर्ति का लक्ष्य है, इसमें बिजली चोरी सबसे बड़ी रूकावट बनी है। इस बिजली चोरी को रोककर गरीबों के घरों को रोशन करना हमारा मकसद है। उन्होंने कहा कि बिजली चोरी पर स्मार्ट मीटर का कान्सेप्ट मील का पत्थर साबित होगा। स्मार्ट मीटर तकनीक से उपभोक्ताओं को बहुत से फायदे मिलेंगे। साथ ही इस मीटर से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ करने पर तत्काल इसकी सूचना केन्द्र को मिलेगी। उन्होंने कहा कि अब घर-घर जाकर मीटर रीडिंग करने की आवश्यकता नहीं होगी।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के डिजिटल इण्डिया को साकार करने के लिए भविष्य में भी हम एक करोड़ प्रीपेड मीटर उ0प्र0 में लगाने जा रहे हैं और इस अभियान की शुरूआत जुलाई माह से की जा रही है। साथ ही 40 लाख स्मार्ट मीटर को उपभोक्ताओं के घरों में लगाने के अभियान की शुरूआत भी 15 मई, 2018 से की जा रही है और इन्हें प्रथम चरण में सबसे ज्यादा बिजली चोरी करने वाले क्षेत्रों को चिन्हित कर लगाया जायेगा। भविष्य में इन मीटरों में कोई शिकायत न आये इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इनकी तकनीकि खराबी को दूर करने के लिए साथ में रिपेयरिंग सेंटर भी खोले जायें। उन्होंने कहा कि अधिकारी उपभोक्ता देवो भवः के विचार को केन्द्र में रखकर स्मार्ट मीटर लगाने का अभियान चलायें। उपभोक्ता को कोई परेशानी न हो उनके लिए यह तकनीकि अच्छी साबित हो इसके प्रयास किये जाये। ऊर्जा मंत्री ने सौभाग्य योजना की माॅनीटरिंग करने के लिए शक्ति भवन में स्थापित कमाण्ड सेंटर का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि उपभोक्ताओं को परेशानी से बचाने के लिए इसकी नियमित माॅनीटरिंग होनी चाहिए और दिन-प्रतिदिन की प्रगति रिपोर्ट भी आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जो भी डिस्काॅम बेहतर प्रदर्शन करेंगे उसके प्रबन्ध निदेशक और कार्मिकों को पुरस्कृत भी किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस कमाण्ड सेंटर के माध्यम से प्रदेश में सौभाग्य योजना के तहत हो रहे कार्यों की पल-पल की माॅनीटरिंग सम्भव होगी। साथ ही विद्युतीकरण और बिजली कनेक्शन देने वाली कार्यदायी संस्थाओं के कार्यों की दैनिक समीक्षा भी हो पायेगी।

प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं उ0प्र0 पावर कारपोरेशन के अघ्यक्ष श्री आलोक कुमार ने बताया कि उ0प्र0 पावर कारपोरेशन एवं ईईएसएल के बीच एमओयू हस्ताक्षरित होने से राज्य में 40 लाख पारम्परिक मीटर की जगह स्मार्ट मीटर लगाये जायेंगे। इससे बिजली चोरी पर अंकुश लगेगा। साथ ही उपभोक्ताओं को बिजली खपत, बिजली आपूर्ति में सुधार एवं बिलिंग में भी मदद मिलेगी। इस एमओयू से प्रदेश में ईईएसएल 2600 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। इससे प्रदेश के डिस्काॅम को 8000 करोड़ रुपये की बचत होगी। स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी। उन्होंने बताया कि इस मीटर की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जायेगा। इसका टाइप टेस्ट आईएस 16444 के अन्तर्गत एनएबीएल एक्रिडेट लैब सीपीआरआई एवं इरडा द्वारा कराया जा रहा है। इनको लगाने का कार्य मेसर्स एल एण्ड टी द्वारा किया जायेगा। यह स्मार्ट मीटर भारत सरकार की उज्ज्वल डिस्काॅम इंश्योरेन्स योजना (उदय) के तहत लगाया जा रहा है।

प्रमुख सचिव ने बताया कि स्मार्ट मीटर एडवांस मीटरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर सोल्यूशन (एएमआई) का हिस्सा है। इसमें जीपीआरएस तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। यह उपभोक्ता के बिजली उपभोग की मात्रा और समय को दर्ज करेगा और जीपीआरएस तकनीक के माध्यम से इसकी सूचना ऊर्जा आपूर्तिकर्ता को भेजेगा। यह बिजली आपूर्ति की 24 घण्टे निगरानी करेगा। समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर के दौरान प्रबन्ध निदेशक, पावर कारपोरेशन श्रीमती अपर्णा यू के साथ यूपीपीसीएल व ईईएसएल के अधिकारी उपस्थित थे। समझौता ज्ञापन में यूपीपीसीएल की ओर से चीफ इंजीनियर कामर्शियल श्री एस0के0 गुप्ता और ईईएसएल की ओर से जनरल मैनेजर टेक्निकल श्री आर.के. लूथरा ने हस्ताक्षर किया।

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