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युवाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के कार्य को एक जिम्मेदारी के साथ निर्वाहन किया जाय

उत्तर प्रदेश

लखनऊ: युवाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के कार्य को एक जिम्मेदारी के साथ निर्वाहन किया जाय। आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को आईटीआई के माध्यम से पूरा किया जा सकता है। आईटीआई में पढ़ने वालों के मन में एक स्वाभिमान की भावना लाने का प्रयास किया जाय। युवाओं को यह बताया जाय कि आईटीआई में प्रशिक्षण प्राप्त कर रोजगार प्राप्त किया जा सकता है।  उक्त बाते प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) श्री कपिल देव अग्रवाल ने 09 मंडलों की समीक्षा के दौरान कही।
श्री अग्रवाल ने कहा कि आईटीआई में युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर कैसे आत्मनिर्भर बन सकते है अथवा रोजगार प्राप्त कर सकते है, इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाय। आईटीआई चलो अभियान के तहत युवाओं को जोड़ा जाय तथा इस कार्य मे नवनियुक्त प्रधानों का भी सहयोग लिया जाय। कोविड संकमण के दृष्टिगत युवाओं को आनलाईन प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा है। आनलाईन प्रशिक्षण को युवाओं के लिए रूचिकर बनाने पर जोर दिया जाय, इसके लिए आनलाईन प्रशिक्षण में युवाओँ को महापुरूषों से सम्बन्धित रोचक जानकारी देने के साथ-साथ प्रेरणादायक कहानिंया सुनायी  जाय।
श्री अग्रवाल ने आज जूम के माध्यम से लखनऊ, प्रयागराज, अयोध्या, विन्धयाचल, देवीपाटन, गोरखपुर, मेरठ, वाराणसी तथा बस्ती मण्डलों मे दिये जा रहें कौशल प्रशिक्षण की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कोविड संक्रमण से मरने वालों लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण से बचने के लिए यह जरूरी है कि कोविड प्रोटोकाल का पालन सभी लोग करें। मंत्री जी ने प्रत्येक मण्डल के सम्बन्धित अधिकारी तथा प्राइवेट आईटी संचालक से वार्ता की गयी। उन्होंने वार्ता कर मण्डल में विभाग के द्वारा किये जा रहें कार्यो तथा प्रशिक्षण की जानकारी लेने के साथ-साथ सुझाव भी सुने।
श्री अग्रवाल ने बताया कि कौशल विभाग के द्वारा स्वास्थ्य से सम्बन्धित 06 सेक्टरों का प्रशिक्षण दिये जाने का कार्यक्रम 1 जून 2021 से प्रारम्भ किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के लिए जनपदों को लक्ष्य दिया गया है जिसके अनुरूप युवाओं का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। युवाओं को कौशल विकास विभाग के द्वारा प्रशिक्षण देने के बाद सीएचसी एवं पीएचसी में भी कार्य करने का प्रशिक्षण दिया जायेगा। स्वास्थ्य से सम्बन्धित प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवाओँ की सेवा लोगों के उपचार आदि में ली जायेंगी। इसी तरह आक्सीजन प्लांट में कार्य करने के लिए भी प्रत्येक जनपद से 20-20 लोगों को प्रशिक्षण देने का कार्य किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि आईटीआई में युवाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें विभिन्न औद्योगिक संस्थानों में रोजगार देने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपदों में स्थापित औद्योगिक संस्थानों के प्रबन्धकों से वार्ता कर प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले लोगों को रोजगार मे लगाने का कार्य किया जाय।
श्री अग्रवाल ने बताया कि युवाओं को आनलाईन प्रशिक्षण विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से दिया जा रहा है। इसके साथ ही प्रशिक्षण के वीडियों विभिन्न सोशल मीडिया एप्प पर अपलोड किये जा रहें है, जिससे युवा किसी भी समय उन वीडियो को देख सकता है। उन्होंने कहा कि आईटीआई से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद उन्हें प्रमाण पत्र देने के कार्य को शत-प्रतिशत सुनिश्चित कराया जाय ताकि समय से प्रशिक्षण प्राप्त युवा को प्रमाण पत्र मिल सके। उन्होंने मण्डलीय अधिकारियों से कहा कि युवाओ को प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार में लगाने एक जिम्मेदारी का काम है, इस जिम्मेदारी को पूरी ईमानादारी से निभाया जाय। संस्थान खुलने का गाइडलाईन्स आती है तो युवाओं को प्रेटिकल कराने की तैयारी कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए करायी जाय, जिससे युवा पूरी तरह प्रशिक्षित होकर रोजगार प्राप्त कर सकें।
श्री अग्रवाल ने आज 09 मंडलो की समीक्षा की गयी तथा कल उन्होंने 09 आगरा, अलीगढ़, आजमगढ़, चित्रकूट धाम, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली, झांसी तथा कानपुर मण्डलों की समीक्षा की थी। इस प्रकार उन्होंने प्रदेश के सभी मंडलों की समीक्षा कर दिये जा रहे प्रशिक्षण की जानकारी ली तथा आवश्यक दिशा निर्देश अधिकारियों को दिये।
सचिव, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास श्री आलोक कुमार ने कहा कि आनलाईन प्रशिक्षण के कार्य को पूरी प्रतिबद्धता के साथ किया जाय। सम्बन्धित संयुक्त निदेशक तथा प्रिंसिपल भी आनलाईन प्रशिक्षण चल रहा है, कितने बच्चे ने आनलाईन प्रशिक्षण प्राप्त किया इस सब बातों की मानीटरिंग करते रहें। प्रशिक्षण की गुणवत्ता मे निरन्तर सुधार लाकर बच्चों को प्रशिक्षित किया जाय। उन्होंने कहा कि आन जाब ट्रेनिंग का पूरी तरह उपयोग किया जाय, इसके लिए औद्योगिक संस्थानों के प्रबन्धकों से वार्ता की जाय।

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