34 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

अरुणाचल प्रदेश 2023 तक सभी ग्रामीण घरों में नल जल उपलब्ध कराएगा

देश-विदेश

नई दिल्ली: वर्तमान मानसून के मौसम में अरुणाचल प्रदेश में फिर से बहुत अधिक वर्षा हुई है। सतह के स्रोतों पर निर्भर पेयजल आपूर्ति प्रतिष्ठानों में से कई ने अचानक बाढ़, आने बादल फटने, भूस्खलन और भूमि कटाव के कारण प्राकृतिक आपदाओं के प्रकोप का सामना किया है। अरुणाचल प्रदेश के पूर्व सियांग जिले के अंतर्गत 21,287 आबादी वाले 19 गांवों को कवर करने वाले बिलाट सर्कल, ओयान-सिल सर्किल और रुक्सिन मुख्यालय को पीने योग्य पानी की आपूर्ति करने वाली लेडुम बहु ग्राम जल आपूर्ति परियोजना अपने जलग्रहण क्षेत्र में अचानक बादल फटने के कारण ध्वस्त होने वाली परियोजनाओं में से एक थी। अन्तर्ग्रहण कार्य, जो एमएसएल से 1,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और अन्तिम मोटरेबल रोड पॉइंट से 7 किलोमीटर की दूरी पर है, भी बुरी तरह प्रभावित हुआ। मुख्य पाइप लाइन (डीआई 250 मिमी व्यास) भी विभिन्न नदी मुहानों पर क्षतिग्रस्त हो गई थी।

अरुणाचल प्रदेश कुशल और गैर-कुशल श्रमबल के लिए असम और उसके आगे के राज्यों पर अत्यधिक निर्भर है। जगह-जगह कोविड-19 महामारी संबंधी लॉकडाउन और सुरक्षा प्रोटोकॉल के कारण, कार्य बल की उपलब्धता बाधित है। नुकसान की गंभीरता को देखते हुए, पानी की आपूर्ति व्यवस्था को बहाल करने में कई सप्ताह लग सकते थे, लेकिन बिल्ट सर्कल के उत्साहित लगभग 70 युवा बहाली के कामों में सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग विभाग की मदद के लिए आगे आए। विभाग को कुशल श्रमशक्ति, सामग्री आदि प्रदान करते हुए डीआई पाइपों, जो बिखर गए थे और नदी तलछट के साथ गाद या मलबे के नीचे दब गए थे, को फिर से प्राप्त करने के लिए हाथियों की सेवाएं भी लेनी पड़ी। बहाली के प्रयास में लोगों की भागीदारी का परिणाम यह हुआ कि 3 दिनों में ही समस्त गांवों में पेयजल आपूर्ति फिर से शुरू हो गई।

इस तरह के मरम्मत कार्य के लिए पीएचईडी के अधिकारियों के प्रयास और आगे आने के समुदाय के दृढ़ संकल्प से प्रदर्शित होता है कि समुदाय ग्रामीण क्षेत्रों में जल आपूर्ति प्रणालियों के संचालन और रखरखाव में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकता है। जल जीवन मिशन का उद्देश्य सामुदायिक भागीदारी का लाभ उठाना है।

प्रधानमंत्री द्वारा 15 अगस्त, 2019 को घोषित जल जीवन मिशन 2024 तक देश के प्रत्येक ग्रामीण परिवार को कार्यशील घरेलू नल कनेक्शन प्रदान करने के उद्देश्य से राज्यों के साथ साझेदारी के तहत कार्यान्वयन में है। मिशन का लक्ष्य नियमित और दीर्घकालिक आधार पर हर ग्रामीण घर को 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रति दिन (आईपीसीडी) पीने योग्य पानी की आश्वस्त उपलब्धता में सक्षम बनाना है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन में सुधार लाया जा सके।

अरुणाचल प्रदेश में पानी की उपलब्धता कोई मुद्दा नहीं है, लेकिन कार्यान्वयन में आने वाली चुनौतियों में दुर्गम पहाड़ी इलाक़े, छिटपुट बसी बस्तियां और कठोर जलवायु परिस्थितियाँ शामिल हैं। हालांकि, राज्य सरकार सभी गांवों / बस्तियों को कवर करने के लिए सभी संभव प्रयास कर रही है, क्योंकि पीने का पानी हर ग्रामीण घर तक पहुंचता है। जल जीवन मिशन राज्य को अपने नागरिकों को उनके घरों में स्वच्छ, पीने योग्य पानी उपलब्ध कराने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है, ताकि महिलाओं और लड़कियों का बोझ कम हो।

अरुणाचल प्रदेश सरकार ने मिशन के तहत 2023 तक राज्य के सभी घरों में 100 प्रतिशत नल जल कनेक्शन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image001JBDA.jpg https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image002K1HA.jpg

 http://164.100.117.97/WriteReadData/userfiles/image/image003Z4US.jpg http://164.100.117.97/WriteReadData/userfiles/image/image004X63Q.jpg

Related posts

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More