29 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

देश को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने में कृषि वैज्ञानिकों की महती जवाबदारी: श्री तोमर

कृषि संबंधितदेश-विदेश

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि हमारे कृषि वैज्ञानिकों ने अनुसंधान से बहुत प्रगति की है, भारत आज अधिकांश खाद्य उत्पादों के मामले में पहले या दूसरे क्रम पर है। श्री तोमर ने कहा कि यहां तक पहुंचने में किसानों के परिश्रम, सरकार की किसान हितैषी नीतियों व वैज्ञानिकों के अनुसंधान का योगदान है और कृषि उत्पादों की दृष्टि से हम सारी दुनिया में सीना तानकर खड़े हुए हैं।

“अब जलवायु स्थितियां बदल रही है, इस चुनौती के मद्देनजर काम करना होगा। अब दलहन-तिलहन में भी आत्मनिर्भरता होना चाहिए। इसके लिए सरकार मिशन मोड में काम कर रही है, लेकिन नीतियों व फंडिंग के साथ ही बीजों का आविष्कार ही ऐसा होना चाहिए जो उत्पादकता बढ़ाएं व देश को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाएं। इसमें महती जवाबदारी कृषि वैज्ञानिकों की है, जिन्हें और काम करने की आवश्यकता है,” उन्होंने कहा। श्री तोमर ने यह बात आज राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि वि.वि., ग्वालियर द्वारा आयोजित 11वीं राष्ट्रीय बीज कांग्रेस-2022 के शुभारंभ में कहीं।

कार्यक्रम में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया वर्चुअल जुड़े, वहीं म.प्र. के कृषि मंत्री श्री कमल पटेल मंच पर उपस्थित थे। इस अवसर पर वि.वि. के नवनिर्मित सभागार का नामकरण स्व. श्री दत्तोपंत ठेंगड़ी के नाम पर किया गया है। साथ ही स्टेट अकादमी ऑफ़ एग्रीकल्चरल एंड अलाइड साइंसेस (SAAS) का शुभारंभ किया गया। राष्ट्रीय स्तर पर NAAS व प्रादेशिक स्तर पर SAAS का प्रयास कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन विज्ञान व संबंधित अनुसंधान, शिक्षा, विस्तार के प्रोत्साहन- गतिविधियों को और गतिमान करेगा।

श्री तोमर ने कहा कि स्व. श्री ठेंगड़ी मौलिक चिंतक, राष्ट्रवादी विचारक, श्रमजीवी और ट्रेड यूनियन नेता थे। उन्होंने मजदूरों व किसानों के हितों को सर्वोपरि रखा। ठेंगड़ीजी ने स्वदेशी भावना को बल दिया, जिससे स्थानीय उद्योगों के साथ राष्ट्र मजबूत हुआ, रोजगार के अवसर बड़ी संख्या में सृजित हुए। ठेंगड़ीजी के नाम पर सभागार बनना प्रेरणादायी है।

प्रारंभ में कुलपति प्रो. एस. कोटेश्वर राव ने स्वागत भाषण दिया। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उप महानिदेशक डा. आर.सी. अग्रवाल, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव (बीज) श्री अश्विनी कुमार सहित अन्य अतिथियों ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में कुलसचिव श्री अनिल सक्सेना सहित वि.वि. के अधिकारी, कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिक, किसानबंधु व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। इस आयोजन में देश में उन्नत बीज उत्पादन के क्षेत्र में हो रहे नए प्रयोगों, भविष्य की आवश्यकताओं को दृष्टिगत रखते हुए विशेषतः तिलहनी-दलहनी फसलों के उन्नत बीज उत्पादन की रणनीति पर विचार-विमर्श के बाद नीति तैयार की जाएगी। तीन दिवसीय इस सम्मेलन में देश के जाने-माने बीज उत्पादन विशेषज्ञ शामिल हुए हैं। समारोह में केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने विभिन्न पुरस्कार वितरित किए।

Related posts

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More