23 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

‘गोरखपुर महोत्सव 2021’ का समापन समारोह को सम्बोधित करते हुएः सीएम

उत्तर प्रदेश

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर में आयोजित दो दिवसीय ‘गोरखपुर महोत्सव 2021’ का समापन किया। इस अवसर पर उन्होंने गोरखपुर महोत्सव स्मारिका ’अभ्युदय-2021’ का विमोचन किया। उन्होंने देश एवं दुनिया में गोरखपुर को गौरव दिलाने वाले 10 महानुभावों को ‘गोरखपुर रत्न सम्मान‘ से सम्मानित किया। उन्होंने महोत्सव/मेला परिसर में लगे स्टाॅल एवं प्रदर्शनी आदि का अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री जी ने कृषि विभाग द्वारा आयोजित प्रदर्शनी में फार्म मशीनरी बैंक परियोजना के तहत विकास खण्ड भटहट के प्रकाश उत्पादक कृषि समिति भिसवा के श्री अभय प्रताप सिंह तथा गंगा आजीविका स्वयं सहायता समूह की श्रीमती संगीता सिंह को टैªक्टर की चाभी प्रदान की। उन्होंने 100 दिव्यांगजन को मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल भी प्रदान की। इसके पश्चात, उन्होंने रामगढ़ताल के निकट 75 मीटर (246 फीट) ऊंचाई के राष्ट्रीय ध्वज तथा पैडलेगंज से सर्किट हाउस रोड पर बनाए गए गौतम बुद्ध द्वार का वर्चुअल लोकार्पण किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने जनता को मकर संक्रान्ति एवं खिचड़ी की बधाई देते हुए कहा कि कल वे स्वयं भी बाबा गोरखनाथ जी को खिचड़ी चढ़ाने जाएंगे। कल मकर संक्रान्ति पर्व पर 10 रुपए का डाक टिकट भी जारी होगा, जो गोरखपुर की पहचान होगा। साथ ही, उत्तर प्रदेश सरकार की डिजिटल सूचना डायरी-2021 का लोकार्पण भी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 16 जनवरी, 2021 को प्रदेश सहित पूरे देश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में कोरोना के खिलाफ लड़ाई का अन्तिम प्रहार कोरोना वैक्सीन के साथ ही प्रारम्भ हो रहा है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले वर्ष का लगभग 80 प्रतिशत भाग हमने कोरोना से लड़ते, जूझते, बचते हुए व्यतीत किया है, लेकिन वर्ष 2021 हमारे लिए शुभ समाचार लेकर आया है। उन्होंने प्रधानमंत्री जी के प्रेरणादायी नेतृत्व में कोरोना वैक्सीन तैयार करने वाले वैज्ञानिकों को बधाई दी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में पूरे अनुशासन के साथ यह लड़ाई मार्च 2020 से आरम्भ हुई थी। कोरोना प्रबन्धन के कार्यक्रमों को प्रदेश में आगे बढ़ाते हुए एक-एक नागरिक के जीवन व उनकी जीविका को बचाने और नये अवसरों को प्रदान करने का कार्य सफलतापूर्वक किया गया। साथ ही, कोरोना आने वाले समय में फिर से एक महामारी का रूप न लेने पाए, इसको ब्रेक करने के लिए वैक्सीनेशन का कार्यक्रम भी मकर संक्रान्ति के तत्काल बाद प्रारम्भ हो रहा है। वैक्सीनेशन प्रत्येक नागरिक के लिए प्रसन्नता प्रदान करने वाला क्षण है। कोविड वैक्सीनेशन प्राथमिकता के क्रम में सभी के लिए उपलब्ध होगा। उन्होंने आह्वान किया कि कोविड वैक्सीनेशन के लिए लोग अपनी बारी का इंतजार करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पिछले 10 माह के दौरान सभी ने जिस मर्यादा, संयम और अनुशासन का पालन किया, यही कोरोना पर हमारी विजय का सबसे बड़ा राज है। उन्होंने कहा कि जब खुशखबरी आती है, तो महोत्सव जैसा होता है। गोरखपुर महोत्सव उस खुशखबरी की ही पहली मंजिल है, जिसका आयोजन करने का गौरव गोरखपुर के प्रशासन को प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर महोत्सव के आयोजन में कोविड-19 के प्रोटोकाॅल का पालन किया गया है। उत्साह व उमंग का नाम ही जीवन है, हताशा और निराशा का नहीं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गोरखपुर विकास की ऊंचाई छू रहा है और प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से देश व प्रदेश तरक्की की ओर अग्रसर है। प्रधानमंत्री जी ने वर्ष 2016 में बीमारियों से निजात दिलाने हेतु गोरखपुर को एम्स दिया। वर्ष 2021 में एम्स गोरखपुर व पूर्वांचलवासियों को प्राप्त होगा। गोरखपुर में बन्द पिपराइच चीनी मिल प्रारम्भ हुई है। सड़कों का चैड़ीकरण कार्य तेजी से हो रहा है। चैड़ी सड़कों से जहां आवागमन सस्ता व सहज होता है, वहीं विकास को गति मिलती है। संकरी सड़कों के कारण जाम की स्थिति बनी रहती थी और समयर्, इंधन आदि की बरबादी होती थी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शीघ्र ही कुशीनगर का एयरपोर्ट बनकर तैयार होगा और यहां से इण्टरनेशनल उड़ानें प्रारम्भ होंगी। इससे गोरखपुरवासियों को भी अच्छी हवाई सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी। गोरखपुर स्थित रामगढ़ताल में शीघ्र ही सी-प्लेन उतारा जाएगा, यह एक आधुनिक सुविधा है। रामगढ़ताल के निकट एक थाने तथा आॅडिटोरियम की स्थापना की जा रही है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर ज़ू शीघ्र प्रारम्भ होगा। यह प्रदेश का सबसे खूबसूरत ज़ू होगा। उन्होंने कहा कि गोरखपुर क्षेत्र में रेडीमेड गार्मेण्ट्स का हब बनने की क्षमता है। व्यक्ति का प्रयास सकारात्मक होना चाहिए। सकारात्मक प्रयास ही निरन्तर नई प्रेरणा प्रदान करता है। विकास में व्यक्ति को बाधक नहीं, बल्कि सहभागी बनना चाहिए। सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने से सफलता मिलती है।
मुख्यमंत्री जी कहा कि विकास आज की आवश्यकता है। जीवन में यह परिवर्तन लाता है। विकास से रोजगार के अवसर सृजित होते हंै, जिससे नौजवानों को नौकरियां मिलने की सम्भावना बढ़ती है। सकारात्मक सोच ही जीवन में आगे बढ़ने के लिए सहयोगी होती है। उत्तर प्रदेश सदैव देश में कुछ नया करने को तत्पर दिखाई देता है, यह प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन का परिणाम है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में नयेपन का प्रेरणा केन्द्र गोरखपुर ही है। इस प्रेरणा के केन्द्र में प्रधानमंत्री जी का मार्गदर्शन और उनका सान्निध्य है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चैरी-चैरा घटना 04 फरवरी, 1922 को हुई थी। चैरी-चैरा घटना के शताब्दी वर्ष मनाए जाने हेतु राज्य एवं जनपद स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने हेतु एक व्यापक कार्य योजना तैयार की जा रही है। यह कार्यक्रम प्रदेश के हर शहीद स्मारक पर आयोजित किए जाएंगे। आजादी की लड़ाई में योगदान देने वाले महापुरुषों के संघर्ष को स्कूल-काॅलेज के पाठ्यक्रम का हिस्सा भी बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश दिवस आयोजित होगा। यह कार्यक्रम वर्ष 2018 से प्रारम्भ हुआ था। इसी के तहत ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ योजना की शुरुआत की गयी। यह योजना आत्मनिर्भर भारत का आधार बन रही है। प्रधानमंत्री जी के मंत्र ‘वोकल फाॅर लोकल’ को ध्यान में रखते हुए हमें स्वदेशी आन्दोलन को आगे बढ़ाना है। इसके लिए खादी, स्वच्छता एवं स्वावलम्बन को अपनाना होगा। स्वदेशी आन्दोलन को आगे बढ़ाने में खादी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। ओ0डी0ओ0पी0 की संकल्पना स्वदेशी को ध्यान में रखते हुए की गई थी। उन्होंने गोरखपुर के ओ0डी0ओ0पी0 प्रोडक्ट ‘टेराकोटा’ का उल्लेख करते हुए कहा कि इस योजना के कारण इसकी व्यापक पहचान बन रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग के सकारात्मक प्रयासों से लखनऊ में एक ओ0डी0ओ0पी0 की प्रदर्शनी लगायी गई थी, जिसमें गोरखपुर के ‘टेराकोटा’ उत्पाद लोगों के आकर्षण का केन्द्र बने थे। हस्तशिल्पियों के उत्पादों की लगभग 08 लाख रुपए की बिक्री भी हुई थी। आज ‘वोकल फाॅर लोकल’ आत्मनिर्भर भारत का आधार बन रहा है। कोविड काल में भी लोगों ने उत्सव और उमंग के साथ दीपावली मनायी। उमंग और उत्साह के साथ प्रधानमंत्री जी का ‘वोकल फाॅर लोकल’ का संकल्प आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करता है तथा ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ योजना के माध्यम से हमें आगे बढ़ाने का कार्य भी करता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार के अथक प्रयासों से पूर्वांचल में इंसेफेलाइटिस जैसी गम्भीर बीमारी पर अब पूरी तरह से नियंत्रण पाया जा चुका है। इसमें स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इसके अलावा, घरों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति भी सुनिश्चित की गई है। इन प्रयासों से इस बीमारी से मृत्यु के आंकड़े 95 प्रतिशत कम हुए हैं।
इस अवसर पर मण्डलायुक्त एवं महोत्सव समिति के अध्यक्ष श्री जयन्त नार्लिकर ने मुख्य अतिथि सहित उपस्थित सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि महोत्सव में सभी विभागों की प्रदर्शनी, पूर्वांचल के महापुरुषों की प्रदर्शनी, स्वदेशी, स्वावलम्बन एवं स्वच्छता पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गयी है। गोरखपुर में विकास के अनेक कार्यक्रम चल रहे हंै। आॅडिटोरियम का कार्य पूर्ण हो चुका है। एम्स का निर्माण अन्तिम चरण में है। सभी विकास कार्यों को समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण कराया जा रहा है। विकास पर निरन्तर ध्यान दिया जा रहा है। विकास के लिए सद्भावपूर्ण वातावरण का सृजन हुआ है।
इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री सिद्धार्थनाथ सिंह, पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डाॅ0 नीलकण्ठ तिवारी, सांसद श्री रविकिशन, श्री कमलेश पासवान, श्री जय प्रकाश निषाद सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना श्री नवनीत सहगल, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

Related posts

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More