नई दिल्लीः पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष विभाग में राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह 10 फरवरी, 2018 को नई दिल्ली में यूनानी चिकित्सा पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। यह वर्ष यूनानी बिरादरी के लिए विशेष है क्योंकि यह हकीम अजमल खान की 150वीं जयंती है। इसे ध्यान में रखते हुए आयुष मंत्रालय के अधीनस्थ यूनानी चिकित्सा में अनुसंधान के लिए केंद्रीय परिषद (सीसीआरयूएम) यूनानी दिवस मनाए जाने के एक हिस्से के रूप में यूनानी चिकित्सा पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित कर रही है। इस सम्मेलन की थीम है ‘मुख्यधारा स्वास्थ्य सेवा में यूनानी चिकित्सा प्रणाली का एकीकरण।’
अकादमिक क्षेत्र एवं उद्योग जगत से राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न प्रख्यात हस्तियां एवं हितधारक, नियामक और यूनानी चिकित्सा क्षेत्र के अनुसंधानकर्ता इस दौरान विचार-विमर्श में भाग लेंगे। राष्ट्रीय प्रतिनिधियों के अलावा विभिन्न देशों जैसे कि दक्षिण अफ्रीका, ब्रिटेन, श्रीलंका, बांग्लादेश, चीन, अमेरिका, पुर्तगाल, संयुक्त अरब अमीरात, स्लोवेनिया, इजरायल, हंगरी, बहरीन, ताजिकिस्तान, इत्यादि के प्रतिनिधि भी इस सम्मेलन में भाग लेंगे। इस सम्मेलन के दौरान भूमंडलीकरण, अनुसंधान, मानकीकरण, गुणवत्ता नियंत्रण, सुरक्षा के आकलन से जुड़े मुद्दों के साथ-साथ औद्योगिक परिप्रेक्ष्य पर भी चर्चा की जाएगी।
यूनानी दिवस मनाए जाने के तहत यूनानी चिकित्सा के साहित्य, अनुसंधान, शैक्षणिक जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वालों को पुरस्कार भी प्रदान किये जाएंगे। इसके अलावा लाइफ टाइम अचीवमेंट के लिए भी पुरस्कार दिये जाएंगे। ये पुरस्कार नई दिल्ली के पूसा स्थित एनएएससी परिसर के ए.पी.शिंदे संगोष्ठी हॉल में 11 फरवरी, 2018 को प्रात: 10.30 बजे प्रदान किये जाएंगे।
महान यूनानी अनुसंधानकर्ता हकीम अजमल खान का जन्मदिन प्रत्येक वर्ष 11 फरवरी को यूनानी दिवस के रूप में मनाया जाता है। हकीम अजमल खान एक प्रतिष्ठित भारतीय यूनानी चिकित्सक थे जो बहुमुखी प्रतिभा के धनी, स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद और यूनानी चिकित्सा में वैज्ञानिक शोध के संस्थापक थे।
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