न्यूयॉर्क: टेनिस स्टार सेरेना विलियम्स पर अमेरिकी ओपन के आयोजक ने टेनिस नियमों के उल्लंघन के लिए 17,000 डॉलर का जुर्माना लगाया है. अमेरिकी ओपन के फाइनल में सेरेना और मैच अंपायर के बीच विवाद ने काफी सुर्खियां बटोरी हैं. सेरेना को फाइनल में जापान की 20 वर्षीया टेनिस खिलाड़ी नाओमी ओसाका ने सीधे सेटों में 6-2, 6-4 से हराकर अमेरिकी ओपन का खिताब जीता और वे अपने 24वें ग्रैंड स्लैंम खिताब को जीतने से चूक गईं.
सेरेना पर फाइनल मैच के दूसरे सेट के दौरान अपने कोच से इशारों में मदद लेने पर मैच के अंपायर पुर्तगाल के कार्लोस रामोस ने अंक का दंड लगाया था. इसके अलावा, सेरेना पर कोर्ट में गुस्से से अपना रैकेट फेंकने और अंपायर को अपशब्द कहने के भी आरोप लगे.
अंपायर पर सेक्सिट का आरोप लगाया था
सेरेना पर यह जुर्माना रविवार को लगा. उन्होंने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में अंपायर पर लैंगिकवाद (सेक्सिट) का आरोप लगाया था. अमेरिका की दिग्गज खिलाड़ी ने कहा कि उन्होंने पुरुष खिलाड़ियों को अंपायरों को ‘बहुत कुछ’ कहते सुना है, लेकिन उन्हें इस व्यवहार के लिए कभी भी दंडित नहीं किया गया.
Everyone should listen to this from Serena Williams. pic.twitter.com/TF03dhpq2P
— Cameron Cox (@CamCox12) September 8, 2018
अमेरिकी ओपन के फाइनल में खेलने के लिए सेरेना को 18.5 लाख डॉलर की राशि मिली है. उन पर लगा जुर्माना इसी राशि से निकाला जाएगा.
फाइनल मैच में अंपायर पर ऐसे भड़कीं थीं सेरेना
साल के चौथे और अंतिम ग्रैंड स्लैम के फाइनल में अपने 24वें ग्रैंड स्लैम खिताब के लिए संघर्ष करने वाली दिग्गज टेनिस खिलाड़ी सेरेना विलियम्स मैच के दौरान अंपायर पर बिफर पड़ीं थीं. सेरेना ने इस दौरान अंपायर पर लैंगिकवाद का आरोप लगाते हुए उन्हें चोर करार दिया.
फाइनल मैच के दूसरे सेट में अंपायर पर भड़कीं सेरेना पर कोचिंग के उल्लंघन का आरोप लगा. इसके साथ उन्हें रैकेड अब्यूज के लिए पेनाल्टी अंक भी मिला. सेरेना को मैच के दौरान अंपायर को चोर और झूठा कहने के लिए गेम पेनाल्टी भी मिली. उन्होंने कहा कि गेम पेनाल्टी मिलना लैंगिकवाद है.
https://twitter.com/MrAlfredGarnett/status/1038678218629373957
लड़ाई जारी रखेंगी सेरना
अमेरिका की 36 वर्षीया टेनिस खिलाड़ी ने कहा, “मैं यहां महिलाओं के अधिकारों और एकता के लिए लड़ रही हूं. मैं इस लड़ाई को जारी रखूंगी.” सेरेना ने कहा कि यह पहले भी उनके साथ हुआ है और यह सही नहीं. उन्होंने पुर्तगाल के अंपायर को कहा, “तुम झूठे हो. जब तक तुम जिंदा हो, तुम मेरे मैच के दौरान कोर्ट पर नजर नहीं आओगे. मुझसे तुम माफी कब मांगने वाले हो.”
अमेरिका की 12 ग्रैंड स्लैम विजेता और महिला टेनिस संघ (डब्ल्यूटीए) की संस्थापकों में से एक बिली जीन किंग ने इस मामले पर सेरेना का समर्थन करते हुए कहा, “जब एक महिला भावुक होती है, तो उस पर इसके लिए पेनाल्टी लगा दी जाती है. जब कोई आदमी ऐसा करता है, तो उसे स्पष्ट माना जाता है और इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं होती.” सेरेना का शुक्रिया अदा करते हुए जीन ने कहा कि ऐसे दोहरे व्यक्तित्व के खिलाफ और भी आवाजें उठाई जाने की जरूरत है.
(2/2) When a woman is emotional, she’s “hysterical” and she’s penalized for it. When a man does the same, he’s “outspoken” & and there are no repercussions. Thank you, @serenawilliams, for calling out this double standard. More voices are needed to do the same.
— Billie Jean King (@BillieJeanKing) September 9, 2018
खेल के बाहर भी सेरेना को काफी सम्मान के साथ देखा जाता है. उनके व्यवहार को केवल एक खिलाड़ी की खीज के तौर पर खारिज नहीं किया जा रहा है.