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स्वास्थ्य मंत्रालय ने आयुष्मान भारत प्रतीक चिन्ह (लोगो) के लिए प्रविष्टियां भेजने की अवधि 18 मार्च तक बढ़ाई

देश-विदेश

नई दिल्लीः केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने आयुष्मान भारत कार्यक्रम का प्रतीक चिन्ह (लोगो) बनाने के लिए खुली प्रतियोगिता आयोजित की है। आयुष्मान भारत कार्यक्रम की घोषणा इस साल 2018-19 के आम बजट में की गई थी। यह प्रतियोगिता MyGov पोर्टल पर डिजिटल क्राउड सोर्सिंग कम्पेन के जरिए आयोजित की गई है।

19 फरवरी, 2018 से आरंभ हुई यह प्रतियोगिता 18 मार्च को समाप्त होगी। प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र में शुरू की गई नई पहलों के प्रति आम जनता को जागरूक बनाने के साथ ही स्वस्थ भारत के निर्माण में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करना है। प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रथम पुरस्कार के रूप में 25,000 रुपये तथा द्वितीय पुरस्कार के रूप में 10,000 रुपये दिए जाएंगे। प्रतीक चिन्ह का मुख्य विषय सर्वे भवन्तु सुखिनःसर्वे सन्तु निरामयाः के निर्देशित सिद्धांत पर आधारित ‘आयुष्मान भारत’ होना चाहिए। प्रतियोगिता के लिए प्रतीक चिन्ह की प्रविष्टियां डिजिटल रूप में या हाथ से बनाकर दाखिल की जा सकती हैं। हाथ से बनाए गए प्रतीक चिन्हों की स्कैन कॉपी डिजिटल पोर्टल पर डालनी होगी। प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार केंद्रीय परिवार और कल्याण मंत्री की ओर से MyGov तथा अन्य सोशल मीडिया पर सीधे प्रसारित कार्यक्रम में दिया जाएगा। प्रतियोगिता की विस्तृत जानकारी  https://www.mygov.in/task/logo-and-tagline-competition-ayushman-bharat/ पर प्राप्त की जा सकती है।

आयुष्मान भारत के तहत सरकार ने दो ऐतिहासिक पहलों की शुरूआत की है, जिसमें प्राथमिक स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार तथा रोकथाम और बेहतर स्वास्थ्य देखभाल शामिल है। इस पहल के तहत देशभर में डेढ़ लाख से ज्यादा हेल्थ और वेलनेस सेंटर खोले जाएंगे, जहां आवश्यक दवाएं और जांच सेवाएं निःशुल्क मुहैया कराई जाएंगीं और साथ ही जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों पर नियंत्रण पाने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जायेगा। दूसरी पहल के तहत देश के दस करोड़ गरीब परिवारों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत प्रति वर्ष पांच लाख रुपये का बीमा कवर दिया जाएगा।

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