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श्री संतोष कुमार गंगवार ने विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार एवं राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार प्रदान किए

श्री संतोष कुमार गंगवार ने विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार एवं राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार प्रदान किए
देश-विदेश

नई दिल्ली: केन्‍द्रीय श्रम एवं रोजगार राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) श्री संतोष कुमार गंगवार ने आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक समारोह में (वर्ष 2015 में उल्लेखनीय योगदान के लिए) विश्‍वकर्मा राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार एवं राष्‍ट्रीय सुरक्षा पुरस्‍कार प्रदान किए।

50वें स्वर्ण जयंती पुरस्कार समारोह में श्री गंगवार ने 111 व्यक्तियों को पुरस्कृत किया। यह पुरस्कार उन लोगों को दिए गए हैं जहां कामगारों या कामगारों के समूहों ने कुछ ऐसे उल्लेखनीय सुझाव दिए जिसे प्रबंधन कमेटी ने लागू किया और इससे काम की गुणवत्ता, उत्पादकता में सुधार हो सका। यह सुझाव कार्यस्थल पर सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण के संबंध में भी कार्य की स्थिति में सुधार लाने के लिए भी दिए गए। राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार 126 व्यक्ति को प्रदान किए गए। इनमें 17 विजेता एवं 53 उप-विजेता रहे। यह पुरस्कार औद्योगिक प्रतिष्ठानों, निर्माणाधीन स्थलों, बंदरगाहों और प्रतिष्ठानों में उल्लेखनीय सुरक्षा प्रदर्शन के लिए दिए गए।

इस अवसर पर श्रम एवं रोजगार मंत्री श्री गंगवार ने कहा कि सम्मनीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी न्यू इंडिया के शिल्पकार हैं। आज प्रधानमंत्री का जन्मदिवस है और उन्होंने अपने ऊजस्वी नेतृत्व से भारत को विकसित देश बनाया है। पिछले तीन वर्षों में औद्योगिकीकरण में तेजी आई है। मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, रोजगार एवं दीर्घकालीक विकास इस सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है ।

श्री गंगवार ने कहा कि कामगारों के अधिकारों का संरक्षण, उन्हें सुरक्षा प्रदान करना और उनके स्वास्थ्य की देखभाल करना हमारी प्राथमिकता है। हमारे कामगारों का स्वास्थ्य और सुरक्षा सफल औद्योगिक प्रतिष्ठानों के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। श्री गंगवार ने जोर देकर कहा आज मैं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पंडित दीन दयाल उपाध्याय का स्मरण कर रहा हूँ। उन्होंने हमें यह शिक्षा प्रदान की थी कि कोई भी निर्णय लेते समय इस बात का ध्यान रखना है कि उसका लाभ आखिरी जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुंचे।

श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की सचिव श्रीमती एम. सत्यावती ने पुरस्कार पाने वालों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनके नवोन्मेषी सुझावों से स्वदेशी से समस्याओँ का समाधान हुआ है। इससे न केवल कामगार व औद्योगिक संस्थान लाभान्वित हुए हैं बल्कि विदेशी मुद्रा की बचत भी हुई है। उन्होंने अपने भाषण में यह बताया कि वर्ष 2015 में इससे आवर्ती एवं गैर-आवर्ती बचत में क्रमशः 732.298 करोड़ एवं 819.23 करोड़ रुपये की भारतीय मुद्रा की बचत हुई है। विदेशी मुद्रा में आवर्ती बचत 303.903 करोड़ रुपये की हुई है और गैर-आवर्ती बचत 29.413 करोड़ रुपये की हुई है।उन्होंने यह भी बताया कि सरकार श्रमिकों के लिए बेहतर कार्य स्थिति प्रदान कर रही है और कामगारों  की सुरक्षा और स्वास्थ्य कल्याण पर ध्यान दिया जा रहा है। मंत्रालय आईएलओ कन्वेंशन नंबर 155 एवं 187 के तहत राष्ट्रीय ओएसएच प्रोफाइल विकसित कर रहा है। यह कार्य आईएलओ की मदद से किया जा रहा है। इससे देश में ओएसएच प्रोफाइल को समझने में मदद मिलेगी और इससे हमारी नीतियों और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन में खाई को दूर किया जा सकेगा।

श्रम एवं रोजगार मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री संतोष कुमार गंगवार ने “आधुनिक सुरक्षारथ” का उद्घाटन भी किया। यह रथ पूर्णतः सुसज्जित मोबाइल प्रशिक्षण ट्रक है। इसमें सुरक्षित कार्य अभ्यास के लाभ बताए जाएंगे। कार्यस्थल पर आने वाली विभिन्न कठिनाइयों से निपटने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा और लोगों को इस बारे में शिक्षित किया जाएगा। आधुनिक सुरक्षारथ देश भर में विशिष्ट स्थानों पर जाएगा। अगले तीन वर्ष में लोगों को व्यक्तिगत रूप से सुरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाएगा उन्हें शिक्षित किया जाएगा और इस बारे में प्रदर्शन किए जाएंगे।

विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार के विजेताओँ (वर्ष 2015 में उल्लेखनीय योगदान के लिए) की सूची के लिए यहाँ क्लिक करें।

राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार के विजेताओं (वर्ष 2015 में उल्लेखनीय योगदान के लिए) की सूची के लिए यहां क्लिक करें।

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