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विद्युत, कोयला, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा और खान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री पीयूष गोयल ने भूविज्ञान सलाहकार परिषद की पांचवीं बैठक की अध्‍यक्षता की

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विद्युत, कोयला, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा और खान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री पीयूष गोयल ने आज नई दिल्‍ली में भूविज्ञान सलाहकार परिषद (जीएसी) की पांचवीं बैठक को संबोधित किया। खान सचिव श्री अरुण कुमार, जीएसआई के महानिदेशक श्री एम.राजू और अन्‍य मंत्रालयों के आधिकारिक सदस्‍यों, वैज्ञानिक संस्‍थानों के प्रतिनिधियों और जीएसी के गैर-आधिकारिक सदस्‍यों ने भी दिनभर चली इस बैठक में भाग लिया।

जीएसी की पांचवीं बैठक के दौरान भूगर्भ में छिपे/मौजूद खनिज भंडार के उत्‍खनन की  भू-भौतिकीय तकनीकों से जुड़े मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक के दौरान खनिज प्रणाली अनुसंधान एवं पृथ्‍वी की सतह से नीचे मौजूद खनिज भंडार के उत्‍खनन की उन्‍नत तकनीकों, उत्‍खनन से जुड़ी रणनीति, खनिज संसाधनों में वृद्धि और दुर्लभ खनिजों एवं अन्‍य रणनीतिक संसाधनों के खनन से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चाएं की गईं। श्री पीयूष गोयल ने भूविज्ञान एवं खनिज प्रणाली अनुसंधान के क्षेत्र में कार्यरत वैज्ञानिक समुदाय से विशेषकर रणनीतिक एवं अत्‍यंत महत्‍वपूर्ण धातुओं और खनिजों के क्षेत्र में देश की खनिज संपदा में वृद्धि करने का अनुरोध किया। उन्‍होंने कहा कि सतत विकास के लिए सम्‍पत्ति के सृजन और पारिस्थितिकी एवं  पर्यावरण संरक्षण के बीच उचित तालमेल बनाने की भी जरूरत है।

भूविज्ञान का दायरा आज काफी विस्‍तृत हो गया है। खान मंत्रालय के अलावा सदस्‍यों में पृथ्‍वी विज्ञान, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पर्यावरण एवं वन, परमाणु ऊर्जा, नीति आयोग, अंतरिक्ष, जल संसाधन, कोयला और इस्‍पात सचिव भी शामिल हैं।

भूविज्ञान सलाहकार परिषद (जीएसी) विभिन्‍न विषयों पर खान मंत्रालय को सलाह देती है, जिसमें भूविज्ञान से जुड़े नीतिगत मुद्दे शामिल हैं। जीएसआई के विशेष जोर वाले क्षेत्रों को प्राथमिकता प्रदान करते हुए जीएसआई की भूमिका एवं दिशा से जुड़े मुद्दों पर भी जीएसी आवश्‍यक सलाह खान मंत्रालय को देती है।

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