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मुख्यमंत्री ने ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के तहत आयोजित नगर आयुक्तों एवं अधिशासी अधिकारियों की कार्यशाला को सम्बोधित किया

मुख्यमंत्री ने ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के तहत आयोजित नगर आयुक्तों एवं अधिशासी अधिकारियों की कार्यशाला को सम्बोधित किया
उत्तर प्रदेश

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने नगर के विकास और रख-रखाव में नगर आयुक्तों और अधिशासी अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका बताते हुए कहा है कि यदि वे एक नए जज्बे और दृढ़ संकल्प के साथ कार्य करें, तो उत्तर प्रदेश के नगरों की तस्वीर बदल सकती है। उन्होंने स्वच्छता को सबकी सामूहिक जिम्मेदारी बताते हुए कहा कि नगर आयुक्त और अधिशासी अधिकारी नागरिकों के बेहतर स्वास्थ्य, उन्नति, विकास और खुशहाली की ओर ले जाने वाले स्वच्छता अभियान में प्राण-प्रण से जुटें। राज्य सरकार ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के सफलता के लिए कृतसंकल्पित है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को जनसहयोग और जनसहभागिता के साथ कार्य करना होगा, तभी ‘स्वच्छ भारत मिशन’ जैसे कार्यक्रमों की सफलता सुनिश्चित होगी।

मुख्यमंत्री जी आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमती नगर में ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के तहत आयोजित नगर आयुक्तों एवं अधिशासी अधिकारियों की एक दिवसीय कार्यशाला को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर भारत सरकार के उपक्रम ई0ई0एस0एल0 और प्रदेश सरकार के मध्य हस्ताक्षरित हुए एम0ओ0यू0 के दस्तावेजों का आदान-प्रदान किया गया।

मुख्यमंत्री जी ने नई कार्यशैली और कार्य संस्कृति को अपनाए जाने पर जोर देते हुए कहा कि इनके आधार पर ही सकारात्मक बदलाव सम्भव है। उन्होंने कहा कि जनसहभागिता से ‘स्वच्छ भारत मिशन’ को आगे बढ़ाना होगा। कार्य संस्कृति में बदलाव एक बहुत बड़ी चुनौती है, जिसे स्वीकार करना होगा। यदि इस बदलाव को हम लेकर आगे बढ़ें, तो परिणाम निश्चित रूप से मिलेंगे।

योगी जी ने कहा कि प्रयाग अर्द्धकुम्भ-2019 का नोडल विभाग होने के कारण नगर विकास विभाग की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। विभाग द्वारा अर्द्धकुम्भ की तैयारियां व्यापक स्तर पर इस प्रकार की जाएं कि उससे न सिर्फ इलाहाबाद बल्कि उसके आस-पास के क्षेत्र भी विकसित हों और विश्व के सामने समूचे उत्तर प्रदेश की अच्छी छवि बने। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अभियान पर विशेष कार्य किए जाने की आवश्यकता है। तभी हम राष्ट्रीय स्तर पर अपने नगरों को अच्छी रेटिंग दिला पाएंगे। इसके लिए टीम भावना के साथ कार्य करना होगा और स्वच्छता मिशन को प्राथमिकता के आधार पर लेना होगा।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस कार्यशाला के बाद सभी नगर आयुक्त और अधिशासी अधिकारी इस संकल्प और प्रण के साथ अपने-अपने क्षेत्रों में जाएं कि वे आगामी एक-दो माह के भीतर ही नगरों के अन्दर विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के सम्बन्ध में ऐसे कार्य करंेगे, जिनसे स्पष्ट बदलाव दिखाई दे। उन्होंने स्ट्रीट लाइट को एल0ई0डी0 में परिवर्तित किए जाने के कार्यक्रम को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इससे ऊर्जा की बचत के साथ-साथ नगरों की सुन्दरता में निखार भी आएगा। उन्होंने कहा कि पर्वों और त्याहारों का आगमन हो रहा है। ऐसे में सड़कों को गड्ढामुक्त, स्ट्रीट लाइटों को चुस्त-दुरुस्त और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाना जरूरी है।

योगी जी ने सड़कों पर छुट्टा पशुओं के घूमने के सम्बन्ध में कहा कि इस पर अंकुश लगाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने नगर निगमों के तहत गोवंश और अन्य पशुओं के लिए आश्रयशाला के निर्माण की आवश्यकता जताते हुए कहा कि इसके लिए जनसहयोग की तलाश करनी होगी। समिति बनाकर पशुओं के रख-रखाव और चारे की व्यवस्था की जा सकती है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के सफल संचालन के लिए भी कार्य करना होगा। योजना के लिए पात्र व्यक्तियों का चयन पारदर्शितापूर्ण ढंग से किया जाए, जिससे किसी शिकायत की गंुजाइश न रहे। नागर निकायों को अपनी आय में वृद्धि के रास्तों को भी तलाशना होगा। स्मार्ट सिटी और ‘अमृत’ योजना के संचालन में भी सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 653 नागर निकायों की कार्य प्रणाली को सही ढंग से संचालित करने में अधिकारियों का बहुत बड़ा योगदान है।

योगी जी ने पटरी व्यवसाय और फेरी नीति के सम्बन्ध में कहा कि इसके सफल संचालन के लिए कार्य करना होगा। व्यवस्था को इस प्रकार बनाना होगा कि पथ विक्रेताओं की आजीविका के संरक्षण के साथ-साथ प्रमुख मार्गों पर अतिक्रमण पर भी नियंत्रण किया जा सके। उन्होंने कहा कि व्यापारियों और व्यापार मण्डलों से संवाद कर अतिक्रमण को रोका जाना चाहिए। नगरों और प्रमुख चैराहों के सौन्दर्यीकरण को जनसहयोग के आधार पर किस प्रकार करें, इस पर कार्य किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकारी पैसे को जिम्मेदारी के साथ जनहित में खर्च किया जाना चाहिए, क्योंकि यह प्रदेश के 22 करोड़ लोगों का पैसा है। सरकारी धन का सदुपयोग होना चाहिए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नगर निगमों, नगर पालिका परिषदों और नगर पंचायतों की कार्यप्रणाली के साथ जनता का सीधा जुड़ाव है। इसलिए अधिकारियों को अपनी कार्यशैली सही रखनी होगी। उन्होंने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान को जन आन्दोलन बनाते हुए सभी नगर आयुक्त और अधिशासी अधिकारी मिशन मोड में कार्य करें और ‘स्वच्छ भारत मिशन’ को कामयाब बनाएं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि अधिकारियों की भागीदारी, लगन और मेहनत से ‘स्वच्छ भारत मिशन’ सफल होगा।
कार्यशाला को नगर विकास मंत्री श्री सुरेश खन्ना ने भी सम्बोधित किया। ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के मिशन निदेशक श्री उमेश सिंह ने मुख्यमंत्री और अन्य अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी को स्मृति चिन्ह् भेंट किया गया। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री जी को एक ज्ञापन भी सौंपा।

इस अवसर पर नगर विकास राज्यमंत्री श्री गिरीश यादव, प्रमुख सचिव नगर विकास श्री मनोज कुमार सिंह, ई0ई0एस0एल0 के प्रबन्ध निदेशक श्री सौरभ कुमार, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी सहित प्रदेश के नगर आयुक्त और अधिशासी अधिकारी मौजूद थे।

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