नयी दिल्ली: केन्द्र सरकार ने चीन के साथ भारत के संबंधों को बहुमुखी बताते हुये स्पष्ट किया है कि दोनों देशों के बीच नजरिये में भिन्नता से जुड़े मसलों को दोनों देशों द्वारा परिपक्वता के साथ सुलझाया जा रहा है।
विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने आज राज्य सभा में एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने भारत चीन संबंधों को बहुमुखी बताते हुये कहा कि ‘‘जिन क्षेत्रों में हमारे दृष्टिकोण में जहां कहीं भी समानता है, वहां हाल के कुछ वर्षों में आपसी संबंधों में सुधार और विस्तार हुआ है। ऐसे अन्य क्षेत्र भी हैं जहां अधिक प्रगति की जा सकती है।’’ सिंह ने कहा कि वे मुद्दे जिन पर अवधारणा में भिन्नता है, दोनों पक्ष आपसी समझ और विश्वास में वृद्धि करने तथा एक दूसरे के हितों और चिंताओं को लेकर विभिन्न स्तरों पर अपने संपर्क जारी रखने पर रजामंद हुये हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि दोनों पक्ष इस पर भी सहमत हैं कि द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति अस्ताना समझौता द्वारा निर्देशित होनी चाहिये।
सिंह ने कहा कि इन मामलों में भारत और चीन को आपसी संबंधों में मतभिन्नताओं को विवाद में तब्दील नहीं होने देना चाहिये और वैश्विक अस्थिरता के समय भारत चीन के संबंध स्थिरता के कारक हैं। हम पड़ोसी को वरीयता देने की नीति के तहत अपने सभी पड़ोसियों के साथ मैत्रीपूर्ण और परस्पर लाभकारी रिश्ते विकसित करने के लिये वचनबद्ध हैं।