नई दिल्ली: एशियाई विकास बैंक (एडीबी) भारत में यातायात, व्यापार सुविधा, ऊर्जा, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी और आर्थिक गलियारा विकास में लगभग 9.2 अरब डॉलर की लागत वाली 46 परियोजनाओं को समर्थन दे रहा है। एडीबी भारतीय कस्टम्स को कारगर तरीकों और तकनीकी विशेषज्ञता के लिए मदद दे रहा है। ये गतिविधियां दक्षिण एशिया उप-क्षेत्रीय आर्थिक सहयोग (एसएएसईसी) के तहत चलाई जा रही हैं।
उल्लेखनीय है कि एसएएसईसी विभिन्न परियोजनाओं के जरिए उप-क्षेत्र में ‘व्यापार सुविधा रणनीतिक संरचना (2014-2018)’ जैसी गतिविधियों का संचालन कर रहा है। याद रहे कि बांग्लादेश, भूटान, भारत और नेपाल के बीच यातायात व्यवस्था को अंतिम रूप दिया जा रहा है, जो एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके जरिए सीमापार वाहनों का आवागमन संभव होगा, जिन्हें चिह्नित गलियारों के जरिए संचालित किया जाएगा।
एसएएसईसी कार्यक्रम की स्थापना 2001 में की गई थी। यह परियोजना आधारित साझेदारी मंच है, जिसके जरिए सीमापार संपर्कता, सदस्य देशों के बीच व्यापार में बढोतरी और क्षेत्रीय आर्थिक सहयोग को मजबूत बनाकर क्षेत्रीय समृद्धि को प्रोत्साहित करना है। एडीबी इस कार्यक्रम का सचिवालय और वित्तीय सहायता देने वाला प्रमुख संगठन है।