38 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

ओएनजीसी ओडिटोरियम में आयोजित कार्यशाला काे सम्बोधित करते हुएः जिलाधिकारी

उत्तराखंड
देहरादून: पी.सी.-पी.एन.डी.टी, अधिनियम के अन्तर्गत राज्य में गिरते हुए लिंगानुपात एवं कन्या भू्रण हत्या को

रोकने हेतु ओ.एन.जी.सी ओडिटोरियम में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती सरोजनी कैंतुरा ने कहा कि बेटी बचाओ ंकी मुहिम तभी सफल होगी जब हम समाज को जागरूक करेगें, इसके लिए उन्होने ग्राम स्तर पर व्यापक कार्यक्रम चलाकर पुत्रियों को अच्छी शिक्षा तथा प्रत्येक गांव में महिला प्रहरी बनाने की बात कही। उन्होने कहा कि समाज में महिलाओं को अच्छी शिक्षा देने हेतु जागरूक किया जायेगा। उन्होने कहा कि समाज को यह समझाना होगा कि पुत्र तथा पुत्री में कोई फर्क नही है आज महिला हर क्षेंत्र में आगे हैं। उन्होने कहा कि हमें समाज के सभी वर्गों को कन्या भू्रण हत्या जैसे कृत्य रोकने के लिए एकजुट होकर चलना होगा।
कार्यशाला में जिला जज राम दत्त पालीवाल ने कहा कि हमारे इतिहास में भू्रण रक्षा का व्यापक उदाहरण महाभारत में मिलता है। उन्होने कहा कि भू्रण हत्या रोकने हेतु समाज को जागरूक करना आवश्यक है। उन्होने कहा कि अक्षर यह समाज में यह देखा जाता है कि विवाहित महिला की कन्या पैदा होने पर ताना मारा जाता है कि जो कि घरेलू हिंसा अधिनिय के अन्तर्गत अपराध है। उन्होने चिकित्सक समाज को और अधिक संवेदनशील होकर कार्य करने की अपेक्षा की। उन्होने कहा कि चिकित्सकों को भगवान माना जाता है उनको निचले स्तर पर  जागरूकता कार्यक्रम चलाकर समाज को जागरूक करने पर बल दिया। उन्होने कहा कि इस कार्य में हर सम्भव सहयोग किया जायेगा। उन्होने कार्यक्रम में आमंत्रित करने हेतु जिलाधिकारी का आभार व्यक्त किया।
कार्यशाला में जिलाधिकारी रविनाथ रमन ने कहा कि भू्रण हत्या एक अमानवीय कृत्य है, जिसे रोकना अति आवश्यक है। उन्होने कहा कि भू्रण हत्या को रोकने हेतु समाज को जागरूक करने साथ ही महिलाओं को शिक्षित करना आवश्यक है। उन्होने कहा कि जनपद में एस.डी.एम स्तर पर कमेटी का गठन किया गया है जो समय-2 पर निरीक्षण कर क्लीनिकों में अभिलेख की जांच करती है। उन्होने कहा कि कमेटी निरन्तर अपना कार्य करती है तथा कहीं से शिकायत आने पर तत्काल कार्यवाही की जाती है। उन्होने कहा कि भू्रण हत्या रोकने के लिए युद्धस्तर पर कार्य करना होगा, इसके लिए उन्होने चिकित्सकों, अधिकारियों, स्वंय सेवी संस्थाओं से आपस में सामंजस्य बिठाकर कार्य करने तथा समाज को जागरूक करने पर बल दिया। उन्होने कहा कि हमारा लक्ष्य आने वाले तीन वर्षों में प्रदेश का लिंगानुपात में टाप पर लाना है।
कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय, सचिव जिला विधिक प्राधिकरण कुलदीप शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ एस.पी अग्रवाल, सी.एम.एस दून चिकित्सालय डाॅ मीनाक्षी जोशी, एम.के.पी कालेज की प्राचार्य श्रीमती इन्दू सिंह, ने भी अपने विचार रखे।
कार्यशाला में स्कूली बच्चों ने अपनी प्रस्तुती दी तथा कथक नृत्यांगना इलापंत ने भी कार्यक्रम प्रस्तुत किया ।

Related posts

Leave a Comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More