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उत्तराखंड मे जलवायु परिवर्तन एवं इसके प्रभाव को कम करने के लिए प्रयासरत है एचसीएल फाउंडेशन

उत्तराखंड

देहरादून: एचसीएल टेक्नॉलॉजीज़ के सीएसआर आर्म, एचसीएल फाउंडेशन ने आज जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा पुनरोद्धार मंत्रालय, भारत सरकार के तहत एनएमसीजी (नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा) और इनटाक (इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एण्ड कल्चरल हैरिटेज) के साथ त्रि-पक्षीयसमझौतापत्र पर हस्ताक्षर किए। इस समझौतापत्र का उद्देश्य देशी प्रजातियों, जैसे ओक, रुद्राक्ष आदि का पौधारोपण करना है। इस समझौतापत्र पर हस्ताक्षर श्रीराजीव रंजन मिश्रा, डायरेक्टर जनरल, एनएमसीजी; श्री रोज़ी अग्रवाल, एक्ज़िक्यूटिव डायरेक्टर, फाईनेंस, एनएमसीजी; मिस निधि पुंधीर, डायरेक्टर, एचसीएल फाउंडेशन; श्री मनु भटनागर, प्रिंसिपल डायरेक्टर, इनटाक की मौजूदगी में किए गए।

इसका उद्देश्य 2018 से 2023 के बीच पांच सालों की अवधि में 10000 पेड़ लगाना तथा सामुदायिक सहभागिता द्वारा इनकी सर्वाईवल की दर सर्वाधिक रखनाहै। यह प्रोग्राम भारत सरकार के नेशनल मिशन ऑन क्लीन गंगा की साझेदारी में और इसकी एनजीओ पार्टनर इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एण्ड कल्चरलहैरिटेज (इनटाक) द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है।

एचसीएल फाउंडेशन पर्यावरण एवं स्थानीय वनस्पतियों व जीवों के संरक्षण के लिए समर्पित है। एचसीएल फाउंडेशन सभी को किफायती, भरोसेमंद एवं सततऔर स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करने के लिए काम कर रहा है। यह जलवायु परिवर्तन एवं इसके प्रभाव को कम करने के लिए प्रयासरत है। पर्यावरण के संरक्षण के अपनेप्रयास में एचसीएल फाउंडेशन प्राकृतिक परिवेश एवं जल संकायों के सतत उपयोग को बढ़ावा देने, पुनः निर्मित करने और संरक्षित करने के लिए काम करता है।यह प्राकृतिक जल संकायों के संरक्षण के लिए प्रयासरत है, जिसमें नदियों, सागरों, प्राकृतिक झरनों, झीलों आदि का पुनरोद्धार शामिल है।

एचसीएल फाउंडेशन इस समझौतापत्र द्वारा न केवल इस वृक्षारोपण को बढ़ाने में सहयोग देगा बल्कि स्थानीय हितधारकों के सक्रिय सहयोग द्वारा इन क्षेत्रों केसंरक्षण के लिए भी काम करेगा।

एचसीएल फाउंडेशन ने इस साल उत्तराखंड के चमोली जिले में 500 पौधों का पौधारोपण किया।

मिस निधि पुंधीर का बयान :

‘‘एचसीएल फाउंडेशन पर हम स्वच्छ, हरे-भरे एवं सेहतमंद समुदायों के विकास एवं दीर्घकालिक परिवर्तन लाने पर केंद्रित हैं। हमें खुशी है कि हमने इनटाक केसहयोग से एनएमसीजी के साथ इस समझौतापत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। उत्तराखंड में मध्य हिमालय श्रृंखला, जहां से गंगा आगे बढ़ती है, वहां के परिवेश के लिएहमारी साझेदारी बहुत महत्वपूर्ण होने वाली है। इसलिए यह आवश्यक है कि गंगा की अनेक उपधाराओं से घिरे इस क्षेत्र में पर्यावरण के संरक्षण तथा क्षेत्रीय वृक्षोंके प्रति जागरुकता बढ़ाई जाए। एचसीएल फाउंडेशन विस्तृत स्तर पर वृक्षारोपण के लिए काम कर रहा है और हमने इस साल चमोली जिले में 500 से ज्यादापौधे लगाए। एनएमसीजी और इनटाक के साथ हमारा सहयोग क्लीन गंगा प्रोजेक्ट पर दर्शनीय प्रभाव डालेगा। हिंडन और यमुना नदी पर वृक्षारोपण अभियानक्लीन गंगा प्रोजेक्ट के लिए बहुत आवश्यक है क्योंकि ये दोनों गंगा की दो महत्वपूर्ण सहायक नदियां हैं। आज का समझौतापत्र इसी दिशा में एक कदम है।’’

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