32 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने “डेस्टिनेशन नॉर्थ ईस्ट-2020″महोत्सव का उद्घाटन किया

देश-विदेश

केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह ने आज वर्चुअल माध्यम से “डेस्टिनेशन नॉर्थ ईस्ट-2020” का उद्घाटन किया।केंद्रीय गृहमंत्री पूर्वोत्तर परिषद के अध्यक्ष भी हैं। इस अवसर पर पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय (डोनर) के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, जन शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा विभाग तथा अंतरिक्ष विभाग में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और पूर्वोत्तर के आठों राज्यों के मुख्यमंत्री भी उपस्थित थे।

          अपने सम्बोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि प्राकृतिक सौंदर्य, लोक संस्कृति और कला से भरपूर पूर्वोत्तर विश्व पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र बनने में सक्षम है। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर क्षेत्र भारत के पसंदीदा पर्यटन और व्यावसायिक स्थलों में से एक के रूप में उभरेगा।

          केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि 30 सितंबर तक चलने वाले ‘डेस्टिनेशन नॉर्थ ईस्ट-2020’का उद्देश्य पूर्वोत्तर के पर्यटनस्थलों के साथ-साथ देश की विभिन्न संस्कृतियों का एक दूसरे के साथ परिचय कराना है और इसके माध्यम से पूरा भारत भी नॉर्थ ईस्ट की संस्कृति से परिचित होगा। श्री अमित शाह ने कहा कि उन्होंनें कई राज्यों, देशों के पर्यटन स्थल देखे हैं लेकिन जो खूबसूरती नॉर्थ ईस्ट के अंदर देखी है शायद ही कहीं देखने को मिले। यहाँ की मनोहरी सुंदरता का परिदृश्य, अनंत विशालता का मंत्र देने वाली स्थानीय आबादी का एक अद्भुत मिश्रण पूरी दुनिया को एक संदेश देता है। पूर्वोत्तर भारत का गहना है, उसके बिना भारतीय संस्कृति अधूरी हैं।अगला समारोह अपने चुनाव क्षेत्र गांधीनगर में आयोजित करने का निमंत्रण देते हुए श्री अमित शाह ने कहा कि इससे पूर्वोत्तर के लोग गुजरात की संस्कृति और गुजरात के लोग पूर्वोत्तर की संस्कृति से परिचित होंगे।

          श्री अमित शाह ने कहा कि पूर्वोत्तर के आर्थिक विकास और पर्यटन तथा रोजगार को बढ़ावादेने के लिए नार्थ ईस्ट में शांति बहुत जरूरी है। पूर्वोत्तर जो कभी आतंकवाद के कारण सुर्खियों में रहता था,मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद साढ़े 6 साल में उद्योगों के विकास और पर्यटन के बढ़ते अवसरों के कारण देश भर में चर्चा में है। केंद्रीय गृह मंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर में शांति स्थापना के लिए बहुत काम हुए हैं। बांग्लादेश सीमा समझौता, मणिपुर का ब्लाकेड, बोडो समझौता और 8 उग्रवादी गुटों के 641 कैडर समेत हजारों उग्रवादियों द्वारा आत्मसमर्पण केंद्र की मोदी सरकार की बहुत बड़ी उपलब्धि है। श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी जी पूर्वोत्तर के 30 से ज्यादा दौरे कर चुके हैं, आजादी के बाद वहसबसे अधिक नॉर्थ ईस्ट जाने वाले प्रधानमंत्री हैं।

          श्री अमित शाह ने कहा कि धन के बिना विकास संभव नहीं है। पहले उत्तर-पूर्व के विकास के लिए योजनाएँ तो बनाईं जाती थीं मगर इनके लिए आवंटित राशि बहुत कम होती थी। 14वें वित्त आयोग ने पूर्वोत्तर के लिए आवंटन में 251 प्रतिशत की बढ़ोतरी करते हुए 3,13,375 करोड़ रुपये दिये  जबकि इससे पहले पिछली सरकार द्वारा 13वें वित्त आयोग ने सिर्फ 89,168करोड़ रुपये दिए थे। श्री शाह ने यह भी कहा कि मोदी सरकार ने विकास का सर्वस्पर्शी और सर्वसमावेशी स्वरूप अपनाते हुए पूर्वोत्तर परिषद के बजट का 21 प्रतिशत पिछड़े जिलों, गाँवों,पिछड़े क्षेत्रों और विकास से वंचित समुदाय पर खर्च करने का फैसला किया।

          केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने पूर्वोत्तर के राज्यों को आपस में जोड़ने और पूर्वोत्तर को शेष भारत से जोड़ने के लिए रेल, सड़क और हवाई क्षेत्र के विकास की दिशा में बहुत बड़ा प्रयास किया है। इसके तहत 15,088 करोड़ रूपये की 6 रेल परियोजनाओं को पूरा कर लिया गया है । साथ ही हवाई अड्डों के विकास पर 553 करोड़ रुपये और 869 किलोमीटर की 19 सड़क परियोजनाओं पर लगभग 10,000 करोड़ खर्च किए जाएँगे।

          श्री अमित शाह ने कहा कि कोरोना काल में मोदी सरकार ने पूर्वोत्तर के लोगों को दवाईयां, डाक्टरों को टेली-काफ्रेंस के माध्यम से प्रशिक्षण और जटिल केसों का एम्स के डाक्टरों द्वारा टेली-काफ्रेंस के जरिये इलाज़ समेत सभी स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की। श्री शाह ने यह भी कहा कि इस दौरान सरकार ने 3.09 करोड़ लोगों को 7.7 लाख मीट्रिक टन खाद्यान उपलब्ध कराया। साथ ही पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 533 करोड़ रुपये और जनधन योजना के अंतर्गत 1,707 करोड़ रुपये सीधे गरीब लोगों के बैंक खातों में डाले गए।

          केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आजादी के बाद देश की जीडीपी में पूर्वोत्तर का हिस्सा 20 प्रतिशत होता था लेकिन घटते-घटते अब यह काफी कम हो गया है। उन्होंने 2024 तक देश की जीडीपी में पूर्वोत्तर की भागीदारी बढ़ाने और उसे भारत सरकार की एक्ट ईस्ट नीति का अहम हिस्सा बनाने के लिए पूर्वोत्तर को पर्यटन तथा उद्योग केंद्र और आई टी तथा ऑर्गेनिकखेती का हब बनाने का आहवाहन किया। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर के आठों राज्यों के मुख्यमंत्री आगे बढ़ रहे हैं और उन्हें पूरा विश्वास है कि नार्थ-ईस्ट जल्द ही देश के विकास का नया इंजन बनेगा।

          डेस्टिनेशन नॉर्थ ईस्ट 2020 का थीम “द इमर्जिंग डिलेक्टिव डेस्टिनेशंस” है जो सेक्टर के गति पकड़ने पर पर्यटन स्थलों को मजबूत और अधिक आकर्षक बनाने की बात करता है। यह कार्यक्रम मुख्य रूप से पर्यटन पर केंद्रित है।डेस्टिनेशन नॉर्थ ईस्ट पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय का एक कैलेंडर ईवेंट है जिसे पूर्वोत्तर क्षेत्र को देश के अन्य हिस्सों के करीब लाने और राष्ट्रीय एकीकरण को मजबूत करने के उद्देश्य से संकल्पित किया गया है।

          चार दिवसीय कार्यक्रम में राज्यों और क्षेत्र के पर्यटन स्थलों की ऑडियो विजुअल प्रस्तुति, राज्य के प्रसिद्ध और उपलब्धियां हासिल करने वाले व्यक्तियों के संदेश, प्रमुख स्थानीय उद्यमियों से परिचय कराया जाएगा और इसमें हस्तकला / पारंपरिक फैशन / और स्थानीय उत्पादों की आभासी प्रदर्शनी की सुविधा होगी। कार्यक्रम में सभी आठ राज्यों के मुख्यमंत्री और पर्यटन मंत्री विशेष संदेश देंगे। साथ ही राज्य अपने—अपने सांस्कृतिक कार्यक्रम और मिली-जुली संस्कृतियों के संयोजन का प्रदर्शन करेंगे।

Related posts

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More