देहरादून –09 अप्रैल 2025 – अपने ज्यामितीय सौंदर्य और वास्तुकला वाली डिजाइनों के लिए विश्व स्तर पर मशहूर हस्तशिल्प हैंडबैग ब्रांड अहिकोज़ा, प्रतिष्ठित लाइफस्टाइल प्लेटफॉर्म ‘ब्रहम’ बाय ब्रह्म के साथ मिलकर एक नए युग में प्रवेश कर रहा है। नम्रता कराड द्वारा स्थापित और रचनात्मक रूप से संचालित अहिकोज़ा ने, दुनिया भर में रेड कार्पेट्स पर अपनी छाप छोड़ी है, जहां यह कैमिला कैबेलो, केट हडसन और डोजा कैट जैसे स्टाइल आइकंस की बाहों को सजा चुका है। आलिया भट्ट और करीना कपूर खान जैसी भारतीय अभिनेत्रियों ने भी इस ब्रांड को अपनाया है। यह ब्रांड ऑस्कर, गोल्डन ग्लोब्स, ग्रैमीज़ और फेस्टिवल डी कान्स जैसे प्रतिष्ठित कार्यक्रमों में अपना जलवा बिखेर चुका है।
ब्रह्म ग्रुप ने अहिकोज़ा में अधिकांश हिस्सेदारी हासिल कर ली है, जो लक्जरी एक्सेसरीज़ के बी2सी बाज़ार में हुआ नवीनतम सौदा है, जिसका उद्देश्य यह है कि नवाचार और वैश्विक विस्तार को बढ़ावा दिया जाए। ब्रांड ने साल–दर–साल आधार पर 15% की वृद्धि का लक्ष्य रखा है, ताकि उभरते लक्जरी परिदृश्य में यह खुद को एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित कर ले।
वर्ष 2023 में लक्जरी हैंडबैग के वैश्विक बाजार का मूल्य 22.8 बिलियन यूएसडी था, जो 2032 तक 6.77% की सीएजीआर से वृद्धि करते हुए 41.1 बिलियन यूएसडी तक पहुंच जाने का अनुमान है। यह उछाल उपभोक्ताओं की दिलचस्पी, सोशल मीडिया के असर और तेजी से फैलते ई-कॉमर्स की बदौलत आएगी, जो खरीदारी के नए पैटर्न तैयार करेगी। अहिकोज़ा को यूएसए, यूरोप और भारत सहित अनेक अंतरराष्ट्रीय बाजारों में, पहले ही अच्छी-खासी फॉलोविंग मिल चुकी है। यह ब्रांड अपने भारी मांग वाले लक्जरी बैग्स के दम पर, फैशनप्रेमी महिलाओं की जरूरतें पूरी करता है। ब्रांड की ब्रह्म समूह के साथ हुई सहभगिता, अपना परिचालन बढ़ाने, अपनी पहुँच का विस्तार करने तथा बाजार में अपनी पेशकश को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित करेगी। यह रणनीतिक कदम ज्यादा से ज्यादा उपभोक्ताओं को अहिकोज़ा की शिनाख्त, खासियत और शिल्प कौशल का अहसास कराएगा।
इस सहभागिता के तहत, अहिकोज़ा बाय ब्रहम का लक्ष्य यह है कि शिल्प कौशल, धीमी गति वाली विलासिता और अभिनव डिजाइन पर ध्यान केंद्रित करके लग्जरी को दोबारा परिभाषित किया जाए। ब्रांड के सिग्नेचर हैंडबैग मौसमी रुझानों के मद्देनजर सावधानीपूर्वक बड़ी बारीकी से तैयार किए जाते हैं, जिससे ये समझदार उपभोक्ता के वार्डरोब का एक अनिवार्य हिस्सा बन जाते हैं।
“मुझे हमेशा से ही एक्सेसरीज़ पसंद रही हैं, खास तौर पर हैंडबैग्स। लग्जरी की दुनिया में, मुझे मार्केट के अंदर एक कमी दिखी। महिलाएं ज़्यादातर वही स्थापित ब्रांड पहनती थीं। इससे प्रेरणा मिली और मैंने खुद अपना लेबल खड़ा करने का लंबा सफ़र शुरू किया। मेरा मानना है कि मुझे प्रेरित करने वाले पावर ब्रांड्स की ही तरह, अहिकोज़ा भी कुछ अनोखा और मूल्यवान पेश करेगा।”- कहना है अहिकोज़ा की संस्थापक नम्रता कराड का।
एनआरआई इंटरप्रेन्योर नम्रता कराड ने भारत में उल्लेखनीय वापसी की है, जो देश के लिए वैश्विक विशेषज्ञता और अभिनव व्यावसायिक सूझबूझ लेकर आ रही हैं। डिज़ाइन पर गहरी नज़र और क्राफ्टमैनशिप के प्रति जुनून रखते हुए, वह अहिकोज़ा की मौजूदगी को फैलाती जा रही हैं, और इसे वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित लग्जरी एक्सेसरीज़ ब्रांड बना रही हैं।