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आरोग्य सेतु ऐप पर अलर्ट जनरेट होने पर अब तक कुल 40,920 लोगों को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गयी

उत्तर प्रदेश

लखनऊ:  उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी की उपस्थिति में आज राज्य सरकार तथा विभिन्न औद्योगिक संगठनों के साथ एमओयू हस्ताक्षरित किया गया। इन एमओयू के माध्यम से प्रदेश के 11 लाख कामगारों/श्रमिकों को रोजगार प्राप्त होगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज टीम-11 की बैठक में कहा है कि सरकार सभी कामगारों/श्रमिकों की सुरक्षित प्रदेश वापसी के लिए कृत संकल्पित है। इसके दृष्टिगत प्रदेश वापस आने के इच्छुक कामगारों/श्रमिकों की सूची सम्बन्धित राज्य सरकारों से प्राप्त की जाए, ताकि इनके लिए निःशुल्क ट्रेनों की व्यवस्था कराई जा सके। उन्होंने प्रदेश में कार्यरत विभिन्न राज्यों के वापस जाने के इच्छुक कामगारों/श्रमिकों की सकुशल वापसी के लिए उनकी सूची विभिन्न राज्य सरकारों को प्रेषित करने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन व्यवस्था पर सन्तोष व्यक्त करते हुए इसे और सुदृढ़ करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन में स्वच्छता, सुरक्षा एवं आपूर्ति के बेहतर प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं। कम्युनिटी किचन के माध्यम से सभी जरूरतमंदों को अच्छा व पर्याप्त भोजन उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहना चाहिए।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि क्वारंटीन सेन्टर पर स्क्रीनिंग में स्वस्थ पाए गए कामगारों/श्रमिकों को राशन किट के साथ होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए। होम क्वारंटीन के दौरान इन्हें एक हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता प्रदान किया जाए। राशन कार्ड विहीन कामगारों/श्रमिकों के राशन कार्ड बनाए जाएं, जिससे इनके लिए नियमित खाद्यान्न की व्यवस्था सुनिश्चित हो सके। उन्होंने ग्रामीण तथा शहरी इलाकों में गठित निगरानी समितियों के सदस्यों से नियमित संवाद के माध्यम से इनके कार्यों का फीडबैक प्राप्त करने के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री जी ने सभी जनपदों में पल्स आॅक्सीमीटर तथा इन्फ्रारेड थर्मामीटर की उपलब्धता पर सन्तोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा है कि माइक्रोप्लानिंग करते हुए टेस्टिंग लैब व्यवस्था को और बेहतर बनाया जाए। टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाते हुए 10 हजार टेस्ट प्रतिदिन किया जाए। उन्होंने वेंटीलेटरों के सुचारु संचालन के लिए एनेस्थेसीओलाॅजिस्ट तथा तकनीकी कर्मियों के प्रशिक्षण की प्रगति की जानकारी भी प्राप्त की। इस सम्बन्ध में उन्हें अवगत कराया गया कि चिकित्साकर्मियों को वेंटीलेटरों के संचालन के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि मेडिकल काॅलेजों सहित सभी चिकित्सालयों में डाॅक्टर नियमित तौर पर राउण्ड लें। अस्पतालों में पी0पी0ई0 किट, एन-95 मास्क, ट्रिपल लेयर मास्क, ग्लव्स तथा सेनिटाइजर जैसी संक्रमण से बचाने वाली सामग्री के साथ-साथ स्ट्रेचर तथा व्हीलचेयर की भी पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने मेडिकल काॅलेजों से नियमित संवाद रखते हुए कार्यों की जानकारी प्राप्त किए जाने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने आगामी 01 जून से प्रारम्भ हो रहे खाद्यान्न वितरण अभियान की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि गेहूं क्रय केन्द्रों पर खरीद की सुचारु व्यवस्था को बनाए रखा जाए, जिससे किसानों को अपनी उपज को बेचने में कोई असुविधा न हों। उन्होंने टिड्डी दल के प्रकोप के मद्देनजर पूरी सर्तकता बरतने के निर्देश देते हुए कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि इस सम्बन्ध में लोगों में कोई पैनिक न हो।
श्री अवस्थी ने बताया कि पूरे देश से कामगारों/श्रमिकों के लिए निःशुल्क टेªन तब तक जारी रहेगी, जब तक वापस आने के इच्छुक कामगार/श्रमिक प्रदेश लौट नहीं आते। देश में सबसे अधिक कामगार उत्तर प्रदेश में आये हैं। प्रदेश में अब तक 1557 टेªन के माध्यम से लगभग 21.65 लाख से अधिक कामगार एवं श्रमिक को लाये जाने की व्यवस्था की गई है, इनमें से अब तक 1483 टेªन से 20,14,915 लाख से अधिक लोगों को प्रदेश में लाया जा चुका है। इसके साथ ही 74 टेªन को और सहमति प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि अब तक बसों के माध्यम से लगभग 3.50 लाख लोगों को उनके गृह जनपद पहुंचाया गया। उन्होंने बताया कि टेªन एवं बसों के माध्यम से अब तक 23.58 लाख से अधिक लोगों को उनके गृह जनपद में सकुशल पहंुचाया जा चुका है। अब तक टेªन, बस एवं निजी साधनों से लगभग 28 लाख लोग प्रदेश में वापस आ चुके हैं। उन्होंने बताया कि अब तक उत्तर प्रदेश से 93 टेªन अन्य प्रदेशों को भेजी गयी है। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में अब तक 247 टेªन से 3,18,070 कामगार एवं श्रमिक आये हैं। लखनऊ में 101 टेªन के माध्यम से 1,32,115 लोग आए हैं। वाराणसी में 109, आगरा में 10, कानपुर में 17, जौनपुर में 115, बरेली में 12, बलिया में 69, प्रयागराज में 62, रायबरेली में 21, प्रतापगढ़ में 73, अमेठी में 17, मऊ में 46, अयोध्या में 35, गोण्डा में 67, उन्नाव में 28, बस्ती में 77 टेªन जबकि आजमगढ़ में 36, कन्नौज में 03, गाजीपुर में 32, बांदा में 19, सुल्तानपुर में 24, बाराबंकी में 12, सोनभद्र में 03, अम्बेडकरनगर में 23, हरदोई में 19, सीतापुर में 13, फतेहपुर में 09, फर्रूखाबाद में 02, कासगंज में 09, चंदौली में 15, इटावा मेें 01, मानिकपुर (चित्रकूट) में 01, एटा में 01, जालौन में 02, रामपुर में 01, शाहजहांपुर में 01, अलीगढ़ में 06, भदोही में 03, मिर्जापुर में 11, देवरिया में 97, सहारनपुर में 04, चित्रकूट में 03, बलरामपुर में 19, मुजफ्फरनगर में 01, झांसी में 05, पीलीभीत में 01, महाराजगंज में 01 टेªन आ चुकी हैं। कौशांबी, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर, कुशीनगर, हमीरपुर, बहराइच, लखीमपुर खीरी में भी टेªन आ रही हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में गुजरात से 511 ट्रेन से 7,46,297 लोग, महाराष्ट्र से 365 टेªन से 5,03,749 लोग, पंजाब से 231 टेªन से 2,71,771 कामगारों/श्रमिकों को लेकर प्रदेश में आ चुकी हैं। इसके साथ ही तेलंगाना से 23, कर्नाटक से 53, केरल से 11, आन्ध्र प्रदेश से 10, तमिलनाडु से 32, मध्य प्रदेश से 02, राजस्थान से 36, गोवा से 18, दिल्ली से 97, छत्तीसगढ़ से 01, पश्चिम बंगाल से 01, उड़ीसा से 01 टेªन, असम से 01 टेªन, त्रिपुरा से 01 टेªन, हिमाचल प्रदेश से 03 टेªन, उत्तराखण्ड से 02 तथा उत्तर प्रदेश से 84 टेªन के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कामगारों/श्रमिकों को पहुंचाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कहीं भी, किसी भी जनपद में कोई पैदल यात्रा न करे। कामगार/श्रमिक स्वयं तथा अपने परिवार को जोखिम में डालकर पैदल अथवा अवैध व असुरक्षित वाहन से घर के लिए यात्रा न करें। सरकार समस्त श्रमिकों/कामगारों के लिए सुरक्षित यात्रा हेतु पर्याप्त निःशुल्क बस एवं टेªन की व्यवस्था कर रही है।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश के 1200 हाॅट स्पाॅट के 588 थानान्तर्गत 9,58,270 मकानों के 51,17,169 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में कोरोना पाॅजिटिव लोगों की संख्या 2,664 है। इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाईन किये गये लोगों की संख्या 8,297 है। प्रदेश की 89,197 औद्योगिक इकाइयों में से 83,698 इकाइयों द्वारा रु0 1681.58 करोड़ के वेतन का वितरण किया जा चुका है। निर्माण कार्यों से जुडे़ 17.80 लाख श्रमिकों, नगरीय क्षेत्र के 8.80 लाख श्रमिकों तथा ग्रामीण क्षेत्रों के 6.57 लाख निराश्रित व्यक्तियों को रु0 1,000-1,000ध्- के आधार पर कुल 33.17 लाख लोगों को 331.68 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। प्रदेश की पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेन्ट एवं मास्क सहित कुल 70 इकाईयां क्रियाशील हैं। प्रदेश में 1099 फ्लोर मिल, 499 तेल मिल एवं 312 दाल मिल संचालित की जा रही है। कोविड-19 के सम्बंध में राहत आयुक्त कार्यालय में राज्य स्तर पर स्थापित एकीकृत आपदा नियंत्रण केन्द्र के टोल फ्री हेल्पलाईन नं0 1070 पर प्राप्त 1,04,756 काॅल्स में से 95,982 का निस्तारण किया गया।
प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के 75 जनपदों में 2842 कोरोना के मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 4244 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि कल सर्वाधिक 9981 सैम्पल टेस्ट किये गये तथा अब तक 2,53,989 सैम्पल टेस्ट किये जा चुके हैं। कल 989 पूल टेस्ट किये गये, जिसमें से 918 पूल 5-5 सैम्पल के तथा 71 पूल 10-10 सैम्पल के थे। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु अलर्ट जनरेट होने पर लोगों को कन्ट्रोल रूम से काॅल किया जा रहा है। अब तक कुल 40,920 लोगों को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गयी है। उन्होंने बताया कि समस्त जनपदों को पल्स आॅक्सीमीटर एवं 50-50 थर्मल स्कैनर उपलब्ध करा दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि 20 ट्रूनेट मशीन आ गई हैं जिन्हे 20 जनपदों में भेजा जा रहा है। अगले 5-6 दिन में 50 ट्रूनेट मशीन और आ जाएंगी जिन्हे शेष जनपदों को उपलब्ध करा दिया जायेगा।
श्री प्रसाद ने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा कामगारों/श्रमिकों के घर पर जाकर सम्पर्क कर उनके लक्षणों का परीक्षण कर रही हैं, जिसके आधार पर आवश्यकतानुसार कामगारों/श्रमिकों का सैम्पल इकट्ठा कर जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा अब तक 10,48,550 कामगारों/श्रमिकों से उनके घर पर जाकर सम्पर्क किया गया, इनमें 986 लोगों में कोरोना जैसेे लक्षण पाये गये। उन्होंने बताया कि ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। अब तक 12,998 क्षेत्रों में 96,773 सर्विलांस टीम द्वारा 75,80,563 घरों के 3,81,85,073 लोगों का सर्वेक्षण किया गया।

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