देहरादून: राज्य में सम्भावित प्राकृतिक आपदा यथा भूकम्प, लैंड स्लाईड एवं अन्य आपदा से निपटने हेतु आपदा प्रबन्धन
विभाग द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण (एन.डी.एम.ए), भारत सरकार के सहयोग से माकड्रिल किया गया, जिससे राज्य के 4 जनपदों पिथौरागढ, बागेश्वर,चमोली तथा उत्तरकाशी में आज प्रातः 9.30 बजे भूकम्प के तेज झटके आये जिसकी तीब्रता रिकटर पैमाने पर 7.23 थी जिसका केन्द्र बिन्दु कपकोट जनपद बागेश्वर में था जिससे काफी संख्या में जान माल की छती होने का अनुमान है।
उक्त के सम्बन्ध में अवगत कराना है कि राज्य में सम्भावित प्राकृतिक आपदा यथा भूकम्प, लैंड स्लाईड एवं अन्य आपदा से निपटने हेतु आपदा प्रबन्धन विभाग द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण (एन.डी.एम.ए), भारत सरकार के सहयोग से माकड्रिल किया गया। जिसके लिए भूकम्प से प्रभावित जनपदों मे तुरन्त राहत पहुचाने तथा रेस्क्यू आपरेशन चलाने के लिए देहरादून के परेडग्राउण्ड में इन्सीडेट रिस्क्यू पोस्ट बनाया गया । जिला प्रशासन द्वारा तत्काल चार टीमों का गठन किया गया जिसमें एस.डी.आर.एफ. 38, एन.डी.आर. एफ की एक कम्पनी, पी.ए.सी. एक प्लाटून, पुलिस के 35 जवान, फायर सर्विस के 25, होमगार्ड के 30 पुलिस लाईन के 17 सेना की एक कम्पनी, सिविल डिफेन्स के 52 सदस्यों के अतिरिक्त डाक्ट्ररों की टीम लो.नि.वि., विद्युत विभाग जल संस्थान जिला प्रशासन, नगर निगम खाद्य विभाग सामग्री के साथ टीमों को रवाना किया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी रविनाथ रमन ने कहा कि उत्तराखण्ड के पहाडी जनपदों में भूकम्प से निपटने के लिए तथा सम्बन्धित जनपदों में तत्काल सहायता मुहैया कराने के लिए शासन एवं प्रशासन के सहयोग से यह माकड्रिल किया गया है तथा बडी आपदा आने पर उससे किस प्रकार से निपटा जाय तथा उसके लिए पूर्व तैयारी की गई है ताकि प्रभावित जनपदों में तत्काल रेस्क्यू आपरेशन चलाकर घायलों की तुरन्त सहायता की जा सके। उन्होने कहा कि आपदा कन्ट्रोल से जैसी ही सूचना प्राप्त हुई कि चार जनपदों में भूकम्प आया है उसके लिए तत्काल चार टीेमों का गठन किया गया जिसमें जनपद उत्तरकाशी के लिए परेड ग्राउण्ड से 12.30 बजे टीम के साथ बस रवाना की गई तथा तथा चमोली के लिए बस 12.32 बजे इसी प्रकार पिथौरागढ के लिए 2 बसे तथा बागेश्वर के लिए एक बस 12.35 बजे रवाना की गई। जिलाधिकारी ने इस आपरेशन मेें भाग लेने वाले सभी का आभार किया तथा कहा कि सभी ने अपने दायित्वों का निर्वहन ठीक प्रकार किया है जिसके लिए सभी बधाई के पात्र है। उन्होने कहा कि आपदा चाहे भूकम्प हो, लैंड स्लाईड, बादल फटने की घटना हो हमें सभी को हर समय तैयार रहना है तथा अधिकारियों को उसी अनुभव से कार्य करना है।